कान में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के स्वर्ण जयंती संस्करण पर विशेष पोस्टर जारी किया जायेगा
नयी दिल्ली - कान फिल्म महोत्सव में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया जायेगा। फिल्म महोत्सव 14 से 25 मई तक चलेगा। भारतीय पवेलियन में भाषाई, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता दर्शाती भारतीय फिल्में प्रदर्शित की जायेंगी, जिसका उद्देश्य वितरण, उत्पादन, भारत में फिल्मांकन, संवाद-लेखन, प्रौद्योगिकी, फिल्म बिक्री और सिंडिकेशन को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्तर पर साझेदारी को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करना है। यह पवेलियन फिल्म महोत्सव में अंर्तराष्ट्रीय फिल्म समुदाय को भारत और भारतीय सिनेमा के बारे में अहम जानकारी प्रदान करने के लिए एक सूचना केन्द्र की तरह भी काम करेगा। यहां फिल्मोत्सव में हिस्सा लेने आए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के साथ भारतीय दल के सदस्यों को मिलने का अवसर भी मिलेगा जिसके जरिए वे दुनियाभर में भारतीय फिल्मों का प्रचार कर सकेंगे।
कान फिल्म महोत्सव मे इस बार भारतीय दल का नेतृत्व सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे करेंगे। दल में केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, जाने माने फिल्म निर्माता राहुल रवैल, शाजी एन करुण और मधुर भंडारकर होंगे।
फिल्म महोत्सव में भारतीय दल कान के प्रमुख पक्षकारों और फिल्म जगत के अन्य सदस्यों से मिलेगा। इस बार भारतीय दल का मुख्य उद्देश्य गोवा में साल के अंत में आयोजित होने जा रहे भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के स्वर्ण जयंती संस्करण का कान में भरपूर प्रचार करना है। इस अवसर पर भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के स्वर्ण जयंती संस्करण पर एक विशेष पोस्टर भी जारी किया जाएगा।
कान महोत्सव में भारतीय दल फिल्म सुविधा केन्द्रों के जरिए भारत में फिल्माकंन को आसान बनाने के लिए दी गई सुविधाओं तथा फिल्म पाइरेसी को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी देगा। भारतीय पवेलियन के जरिए यह दर्शाने की कोशिश भी होगी कि किस तरह देश में उपलब्ध तकनीशियनों और कुशल पेशेवरों के साथ भारत दुनियाभर के फिल्म निर्माण उद्योग के साथ जुड़ने की क्षमता रखता है। पवेलियन में भारत में फिल्माकंन को आसान बनाने के लिए किए गए सरकारी उपायों और फिल्म उद्योग के हित में उठाए गए कदमों की जानकरी देती एक वृहत गाइड-बुक भी जारी की जाएगी।
खरे ने पवेलियन के बारे में आगे, विस्तार से बताते हुए कहा कि सह-निर्माण और एकल खिड़की क्लीयरेंस जैसी पहल से दुनिया भर में प्रोडक्शन हाउस के साथ भारतीय फिल्म निर्माताओं को जुड़ने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि यहां होने वाले द्विपक्षीय समझौतों के तहत विभिन्न देशों के फिल्म निर्माताओं को भारतीय निर्माताओं के साथ आने का मौकेा मिलेगा। यह व्यवस्था भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर की बड़ी फिल्मों की शूटिंग के मामले में एक विश्व स्तरीय केंद्र के रूप में प्रचारित करेगी और भारतीय सिनेमा के लिए नए बाजार और बड़ी संख्या में नए दर्शक भी बनाएगी।
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