पीड़ित महिलाओं के लिए स्किल सेंटर खोलना एक नई पहल // इक़राम रिज़वी


नयी दिल्ली - पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार इलाके में टेक महिंद्रा फाउंडेशन तथा सोफ़िया एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी ने मिलकर घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को प्रोफेशनल कुकिंग तथा फैशन डिज़ाइनिंग का कोर्स  उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक सोफ़िया टेक महिंद्रा स्मार्ट सेंटर खोला गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सय्यद इक़राम रिज़वी,डायरेक्टर शिक्षा एम्एचआरडी भारत सरकार तथा चेतन कपूर सीओ टेक महिंद्रा फाउंडेशन विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। 


घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को सबसे पहले तनाव के माहौल से निकालना अपने आप में बड़ी चुनौती होती है और ऐसे में उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करना आसान काम नहीं होता।  ऐसे में सोफ़िया जैसी संस्था ऐसी चुनौतियों को स्वीकार करती है जो अपने आप में बड़ी बात है।  


अपने संबोधन में इक़राम रिज़वी ने कहा कि घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाओं के लिए इस तरह का स्मार्ट सेंटर खोलना किसी अजूबे से कम नहीं है और टेक महिंद्रा फाउंडेशन ने सामाजिक जिम्मेदारी फंड का सही इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को ऐसे माहौल से निकाल कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक अच्छा प्रयास है।  


इस अवसर परचेतन कपूर  ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम पूरे भारत में करीब 105 सेंटर चलते हैं तथा हज़ारों की तादाद में युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें रोज़गार मुहैया करा रहे हैं।  इस सेंटर के माध्यम से देश की महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिनके लिए सरकार तथा समाज सोचता तो है लेकिन उनको आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए कोई प्रयास नहीं करता , परन्तु टेक महिंद्रा फाउंडेशन शिक्षा ,विकलांगों के रोज़गार पर पिछले कई सालों से काम कर रहा है. यह पहला मौका है जब किसी विशेष वर्ग की महिलाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक अनूठा प्रयास है।  इस कोर्स को करने के बाद महिलाओं को अपने बुटीक या फ़ूड वैन लगाने के लिए सोफ़िया संस्था उनकी मदद करेगी और लगातार उन पर निगरानी रखेगी। 


सोफ़िया के अध्यक्ष सुहेल सैफ़ी ने बताया कि हम दिल्ली महिला आयोग के साथ पिछले कई सालों से काम करते आ रहे हैं और हमेशा ऐसी महिलाओं की परेशानियों को बहुत करीब से जानते हैं. लेकिन साधनों के अभाव से उनकी ज्यादा मदद नहीं कर पाते थे लेकिन अब टेक महिंद्रा फाउंडेशन के सहयोग से महिलाओं को सशक्त करने में पूरी मदद मिलेगी और यह प्रोजेक्ट एक रोल मॉडल के रूप में कारगर साबित होगा। 


इस अवसर पर मुमताज़ सादिक,इरफ़ान राही ,विजेंदर राय ,संजय शर्मा ,सईद ,सरफ़राज़ ,पूजा , मीना ,सुनीता , पार्वती , शोभा , एजाज ,आसिफ,दानिश अयूबी वगैरह मौजूद रहे।  


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"