पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन -2019 के ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) -2019 एक सही मंच है, जहां छात्रों के इनोवेटर्स दिन-प्रतिदिन की समस्याओं के समाधान के लिए स्मार्ट समाधान विकसित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के उचित उपयोग के माध्यम से हम अत्यधिक उन्नत,विकसित और समृद्ध राष्ट्र बन सकते हैं।


नयी दिल्ली - मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने नई दिल्‍ली में पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) -2019 (हार्डवेयर संस्करण) के ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन किया। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन -2019 के दूसरे भाग, हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले का आयोजन 8 से 12 जुलाई तक देश भर में किया जा रहा है। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास राज्‍य मंत्री संजय धोत्रे भी उपस्थित थे।


 मानव संसाधन विकास मंत्री ने एसआईएच -2019 हार्डवेयर संस्करण में भाग लेने वाले छात्रों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) -2019 एक सही मंच है, जहां छात्रों के इनोवेटर्स दिन-प्रतिदिन की समस्याओं के समाधान के लिए स्मार्ट समाधान विकसित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के उचित उपयोग के माध्यम से हम अत्यधिक उन्नत,विकसित और समृद्ध राष्ट्र बन सकते हैं।


 पोखरियाल ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े ओपन हैकाथॉन - स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के लगातार आयोजन का यह तीसरा वर्ष है और इसमें भागीदारी तथा समाधानों की दृष्टि से हर साल वृद्धि हो रही है। उन्‍होंने बताया कि एसआईएच की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी, जिसमें लगभग 50000 छात्रों ने भाग लिया था, 2018 में लगभग एक लाख छात्रों ने भाग लिया था। इस साल, इस संख्‍या में और वृद्धि हो गयी है और लगभग दो लाख छात्र इसमें भाग ले रहे हैं। 2235 कॉलेजों के 1.2 लाख से अधिक छात्रों ने 40 से अधिक उद्योगों और  केंद्र सरकार के 9 मंत्रालयों और विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा प्रस्तुत की गईं 198 समस्याओं  के लिए अपनी प्रविष्टियां भेजीं ।


उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन -2019 (हार्डवेयर संस्करण) के ग्रैंड फिनाले में, 178 विभिन्न कॉलेजों की 250 टीमों से लगभग 2000 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें आईआईटी और एनआईटी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ग्रैंड फिनाले का आयोजन आज से अगले 5 दिन तक यानी 8 जुलाई से 12 जुलाई तक 9 राज्यों, एक केंद्र शासित प्रदेश और राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 18 नोडल केंद्रों पर किया जाएगा। ये टीमें 124 समस्याओं के लिए नवोन्‍मेषी हार्डवेयर समाधान प्रदान करेंगी।


 पो‍खरियाल ने कहा कि न्यू इंडिया में, इस वर्ष महिला उम्मीदवारों की भागीदारी उत्साहपूर्ण है, पुरुष और महिला का अनुपात 1.6: 1 है। पोखरियाल ने देश की बेहतरी से संबंधित इस शानदार पहल के लिए प्रतिभागी छात्रों और मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से भाग लेने वाले अधिकारियों को बधाई दी।


इस अवसर पर अपने संबोधन में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की न्यू इंडिया का निर्माण करने संबंधी विज़न के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि इस हैकाथॉन में 'छात्रों की लीक से हटकर सोच' प्रौद्योगिकी आधारित, आसान, व्यावहारिक समाधान सामने लाएगी, जिससे स्टार्ट-अप विकसित करने के लिए वाणिज्यिक उत्पादों का मार्ग प्रशस्‍त होगा।


स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन -2019 हार्डवेयर संस्करण में, समस्याएं मोटे तौर पर कृषि और ग्रामीण विकास, खाद्य प्रौद्योगिकी,अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छ जल, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और जैव चिकित्सा उपकरणों, स्मार्ट वाहनों, रोबोटिक्स और ड्रोन, सुरक्षा और निगरानी, स्मार्ट संचार, खेल और फिटनेस, सतत पर्यावरण, स्मार्ट टेक्‍स्‍टाइल, स्मार्ट सिटीज क्षेत्रों पर आधारित हैं।


समस्या की प्रकृति के आधार पर चयनित विचारों और समाधानों के लिए प्रतिभागी टीमों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। साधारण समस्याओं के लिए 50000 रुपए, पेचीदा समस्याओं के लिए 75000 रुपए और जटिल समस्याओं के लिए 1 लाख रुपए से सम्मानित किया जाएगा।


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