सीआरपीएफ ने 81वां संस्थापना दिवस मनाया


सीआरपीएफ देश के लिए जीता है और देश के लिए शहीद हो जाता है। सीआरपीएफ राष्ट्र विरोधी तत्वों – चाहे वे जम्मू-कश्मीर के आतंकवादी हों, उत्तर-पूर्व के विद्रोही हों या फिर माओवादी – पर कड़ी कार्रवाई करने से पहले उन लोगों के दिलों को जीतने और उन्हें मुख्य धारा में लाने के प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ती है


नयी दिल्ली - सीआरपीएफ ने अपने 81 वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल, नई दिल्ली में उन लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।


केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने उन सभी बहादुर सैनिकों के सम्मान में स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्होंने मातृभूमि के सम्मान के लिए अपना बलिदान दिया है।


मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए राय ने वीरता और बल के जवानों द्वारा आहुति देने की समृद्ध परंपरा पर बल दिया। बल की अदम्य भावना को व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ देश के लिए जीता है और देश के लिए शहीद हो जाता है। उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि सीआरपीएफ राष्ट्र विरोधी तत्वों – चाहे वे जम्मू-कश्मीर के आतंकवादी हों, उत्तर-पूर्व के विद्रोही हों या फिर माओवादी – पर कड़ी कार्रवाई करने से पहले उन लोगों के दिलों को जीतने और उन्हें मुख्य धारा में लाने के प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर आतंकवाद के संकट से मुक्त हो जाएगा।


 राय ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में सीआरपीएफ की भूमिका की सराहना की जिसने देश के लोकतांत्रिक संस्करण को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा प्रदर्शित सेवा, वीरता, बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के गुणों पर गर्व महसूस करता है। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखने के भविष्य के अपने सभी प्रयासों में सेना को सफलता प्राप्त होगी।


 राय ने कार्यक्रम स्थल से रवाना होने से पूर्व राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के परिसर में संग्रहालय का भी दौरा किया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिदेशक  राजीव राय भटनागर और कई वरिष्ठ अधिकारी और जवान भी उपस्थित थे। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में देश के प्रत्येक हिस्से में फैले सभी बल संरचनाओं में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।


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