देशभर के सभी ज़ोनल रेलवे कार्यालयों में ‘रन फॉर यूनिटी’आयोजित की गई
नयी दिल्ली - देश की अखंडता के लिए उनके अपार योगदान की वजह से उन्हें 'लौह पुरुष' के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यदि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देशी रियासतों की एकजुटता के लिए पहल न की होती तो देश के मानचित्र के बारे में कल्पना करना संभव नहीं हो पाता।
भारतीय रेल के लिए भी देश को कई रियासतों के साथ जोड़ने में कठिनाई होती, क्योंकि इसके लिए अनुमति की जरूरत होती। भारतीय रेल राष्ट्रीय एकता के लिए सरदार पटेल का ऋणी है। सरदार पटेल ने देश में 'सहकारिता आंदोलन' की आधारशिला रखी, जिससे सीधे तौर पर हज़ारों किसान लाभान्वित हुए हैं। सरदार पटेल की जयंती पर, उन्होंने कहा कि अपने देश की एकता, सुरक्षा और विकास को कायम रखने के लिए सरदार पटेल के विचारों को अपनाने की जरूरत है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय अखंडता और राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेल ने आज राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया, जिसमें उसके सभी ज़ोनल रेलवे कार्यालय शामिल हैं। इस अवसर पर रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और भारतीय रेल के अधिकारियों और कर्मचारियों को एकता की शपथ दिलाई। उन्होंने आज सुबह नई दिल्ली में सम्पूर्ण भारतीय रेल के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्मारक कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया।
इस अवसर पर गोयल ने स्मारक कार्यक्रम 'रन फॉर यूनिटी' की अगुवाई की, जो नई दिल्ली स्टेशन के सैलून साईडिंग के पास से शुरू हुआ। रेल राज्य मंत्री सुरेश सी.अंगडी, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, बोर्ड के सदस्यों और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी 'रन फार यूनिटी' में हिस्सा लिया। नार्दर्न रेलवे भारतीय स्कॉउट एंड गाइड एसोशिएशन जैसे स्वैच्छिक संगठनों, रेलवे सुरक्षा बल ने राष्ट्रीय एकता के मूल विषय पर पट्टिका सहित 'रन फॉर यूनिटी' में पूरे उत्साह से भाग लिया।
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