दिल्‍ली और वाराणसी के बीच गोएयर की सीधी उड़ान शुरू


वाराणसी भारत की प्राचीन सभ्‍यता और संस्‍कृति का चेहरा है। 'धार्मिक घरेलू पर्यटक' यकीनन वाराणसी आते हैं, लेकिन साथ ही भारत की प्राचीन सभ्‍यता और संस्‍कृति का अनुभव करने और उसका अध्‍ययन करने के लिए अनेक विदेशी भी इस पवित्र शहर में जमघट लगाये रहते हैं। यहां की यात्रा से आगंतुक और भारत की समृद्ध विरासत और संस्‍कृति के बीच प्राकृतिक जुड़ाव पैदा होता है।


नयी दिल्ली - केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि धार्मिक नगरी वाराणसी न केवल धार्मिक पर्यटन के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी सबसे पसंदीदा स्‍थलों में से एक है। पिछले पांच-छह वर्षों में, वाराणसी को सर्वोच्‍च स्‍थान प्रदान किया गया है, जिसका वह हकदार है।' उन्‍होंने दिल्‍ली से वाराणसी के लिए गोएयर की उद्घाटन उड़ान शुरू करते हुए यह बात कही। 


इस अवसर पर डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने एयरलाइंस प्रबंधन से कहा कि वह जम्‍मू से दिल्‍ली के लिए देर रात की उड़ान शुरू करने पर विचार करे।


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