जयपुर बुकमार्क का शुभारम्भ :दुनिया भर से बुक इंडस्ट्री के स्टॉक होल्डर्स एकत्र
जयपुर : प्रत्येक जनवरी, जब पूरी दुनिया जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शब्दों का जश्न मनाने आती है, तब फेस्टिवल के समानांतर चलने वाले जयपुर बुकमार्क में प्रकाशन के दिग्गज इकट्ठा होते हैं| जयपुर बुकमार्क, वेयर बुक्स मीन बिजनेस, लेखकों, साहित्यिक एजेंट्स, अनुवादकों, प्रकाशकों, डिजाइनर, मार्किट के लोगों, पब्लिसिस्ट, बुकसेलर्स और फेस्टिवल के ऑर्गनाइजर्स के साथ मिलकर प्रकाशन के नए विचारों पर अमल करता है| ये ऐसा प्लेटफार्म है, जहाँ किताबों के व्यावसायिक पहलु पर विचार किया जाता है, इस मंच पर अनुवाद के अधिकारों की भी अदला-बदली होती है, जो हमेशा से जेबीएम का फोकस रहा है|
जयपुर बुकमार्क के 7वें संस्करण का आयोजन 22 से 25 जनवरी को किया जायेगा| जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) दुनियाभर से बुक इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स को एकत्र करता है| ये संवाद को प्रेरित कर, प्रकाशन से जुड़े सत्रों के साथ ही राउंडटेबल सत्रों के साथ ऐसा मंच देता है, जहाँ आमने-सामने की मीटिंग्स, नेटवर्किंग और बिजनेस संभावनाओं पर बात की जाती है|
उद्घाटन संबोधन नोर्वे के राजदूत हेंस जैकब फ्राईडेनले ने दिया| उद्घाटन के समय नीता गुप्ता, नमिता गोखले और संजॉय के.रॉय मौजूद रहे| इसके बाद जाने-माने लेखक और प्रकाशक, हेन्सेर पब्लिशिंग ग्रुप के एडिटर यो लेंडल उद्घाटन संभाषण दिया| उनका परिचय नवीन किशोर ने कराया| द रोरिंग ट्वेंटीज शीर्षक से उनके संभाषण में आने वाले दशक में प्रकाशन की चुनौतियों का असर दिखा| जयपुर बुकमार्क के इससे पूर्व के संस्करणों में भी, बहुत से प्रसिद्ध लेखक और प्रकाशक उद्घाटन संभाषण दे चुके हैं, जिनमें रोबर्तो क्लासो; फ्रेंकफर्ट बुक फेयर के सीईओ, जुएर्गन बूज; सीगल बुक्स के नवीन किशोर और अन्य शामिल रहे| इस संस्करण में यो लेंडल, नवीन किशोर, उर्वशी बुटालिया, वेरा मिचल्सकी, माइकल डायर, निको फंड, अतिया ज़ैदी, ऋचा झा जैसे प्रकाशक और आर्सेन कश्कशियाँ, जेफ़ डच, प्रियंका मल्होत्रा, मैना भगत और रिक साइमनसन जैसे बुकसेलर्स शामिल रहेंगे|
नमिता गोखले, जयपुर बुकमार्क की सह-निदेशक ने कहा, “जयपुर बुकमार्क पब्लिशिंग के मूल आदर्शों को जीता है| हम अपने iWrite प्रोग्राम द्वारा रचनात्मकता का पोषण करते हैं, अनुवाद पर फोकस कर किताबों की बदलती दुनिया को जानने की कोशिश करते हैं| इसके 7वें संस्करण के लिए मैं विशेष रूप से उत्साहित हूं|”
जयपुर बुकमार्क 2020 में पब्लिशिंग से जुड़े कई सत्र हैं, जैसे द हार्ट ऑफ़ ए बुकस्टोर, जिसमें दुनियाभर के आइकोनिक बुकसेलर्स ने अपने व्यवसाय और उससे मिली सीख के बारे में बात की; द बिग बुक बॉक्स फॉर किड्स में लेखक, प्रकाशक और पुस्तकविक्रेता बच्चों की किताबों की चुनौतियाँ और अपनी मार्केटिंग रणनीति पर भी चर्चा की; ट्रांसलेशन एज इंटिमेसी में सुनंदिनी बनर्जी और अरुनाव सिन्हा ने अनुवादक के तौर पर एक-दूसरे का सामना किया; फ़ूड फॉर थॉट: गैसट्रोनोमी एंड लिटरेचर में प्रतिभाशाली फ़ूड राइटर फ़ूड रेसेपी और साहित्य पर चर्चा करेंगे; और कंज्यूमर इंटेलिजेंस: हू’स रीडिंग वाट में प्रकाशक और लेखक बिग डाटा से कैसे किताब खरीदने वालों की मनोस्थिति को जाना जा सकता है|
नीता गुप्ता, जयपुर बुकमार्क की सह-निदेशक ने कहा, “जयपुर बुकमार्क के सातवें संस्करण में अनुवाद हमारी प्राथमिकता है| इसके सत्र बॉर्डर से परे साहित्य, अनुवाद पर आधारित हैं| हम नोर्वे के नाटककार इब्सेन के नाटकों के हिंदी अनुवाद का भी लोकार्पण कर रहे हैं| हम अनुवाद के लिए दिए जाने वाले दो अवार्ड की भी घोषणा करेंगे, वाणी फाउंडेशन डिस्टिंगुइश्ड ट्रांसलेटर अवार्ड और रोमां रोलां प्राइज|”
पब्लिशिंग बिजनेस की नब्ज को पकड़ते हुए, जयपुर बुकमार्क हमेशा उन सत्रों को प्रस्तुत करता है, जिसमें साहित्य जगत से जुड़े समकालीन और जटिल मुद्दों को उठाया जाये| टुवर्ड्स ए बॉर्डरलेस लिटरेचर सत्र में देश की सीमाओं से परे अनुवाद की महत्ता पर बात होगी; द चेंजिंग फेस ऑफ़ डिजिटल नैरेटिव्स डिजिटल नैरेटिव के बदलती हुई संभावनाओं पर बात करेगा; लाइब्रेरीज एज कम्युनिटीज में लाइब्रेरी और समुदाय के जटिल संबंधों पर चर्चा होगी; व्हाई पब्लिशिंग पोएट्री इज इम्पोर्टेन्ट समर्पित प्रकाशकों को एक साथ लाकर प्रकाशन में काव्य की महत्ता पर बात करेगा; और ए टेक्स्टबुक केस फॉर डाइवर्सिटी में पाठ्य पुस्तकों में बहु-संस्कृति के संतुलन पर बात होगी|
“जयपुर बुकमार्क के 7वें संस्करण में वैश्विक और स्थानीय पब्लिशिंग इंडस्ट्री – लेखक, प्रकाशक, संपादक, डिजाइनर और लिटरेरी एजेंट्स शिरकत करेंगे| साउथ एशिया में ये अकेला ऐसा मंच है, जो पन्नों के पीछे काम करने वाले लोगों पर रौशनी डालता है| जेबीएम में किताबों के – प्रिंट, डिजिटल और ऑडियो एडिशन पर चर्चा होगी|” अदिति महेश्वरी गोयल ने कहा, जो जयपुर बुकमार्क की सलाह समिति का हिस्सा हैं|
वर्ष 2020 में, एक बार फिर से नोर्विजियाई एम्बेसी जयपुर बुकमार्क के साथ भागीदारी कर रही है| ये उनकी साझेदारी का 7वां साल है| सीगल बुक्स के नवीन किशोर फेस्टिवल से सलाहकार और सपोर्टर के रूप में जुड़े हैं| सीगल बुक्स कोलकाता अकेले भारतीय लेखकों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत कर रहा है, जिसमें नोबेल प्राइज विजेता भी शामिल हैं| फ्रेंच इंस्टिट्यूट इन इंडिया भी जेबीएम 2020 में फ्रेंच पब्लिशिंग इंडस्ट्री के प्रतिनिधि भेजेगा|
“भारत की पब्लिशिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ी है और पूरी दुनिया की नजरें अब इस पर टिकी हैं,” ये कहना है संजॉय के.रॉय, टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और जयपुर बुकमार्क के प्रोडूसर का|
बी2बी प्लेटफार्म के साथ, जिसमें दुनियाभर के पब्लिशिंग एक्सपर्ट जुड़ते हैं, जेबीएम अपने iWrite: क्रिएटिव मेंटरशिप प्रोग्राम युवा लेखकों को प्रेरित करता है| इस प्रोग्राम में इंडस्ट्री के दिग्गज लेखक, प्रकाशक, लिटरेरी एजेंट उभरते लेखकों का मार्गदर्शन भी करेंगे| इस अवसर से युवाओं को न सिर्फ अपनी बात कहने का मौका मिलता है, बल्कि अगर किताब अच्छी हो तो बुक डील की भी सम्भावना है!
जयपुर बुकमार्क 2020 में तीन प्रमुख अवार्ड्स की घोषणा की जाएगी – द वाणी फाउंडेशन डिस्टिंगूइश्ड ट्रांसलेटर अवार्ड, रोमां रोला प्राइज और द ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर बुक कवर प्राइज|
जयपुर बुकमार्क वर्ष 2014 से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के समानांतर चल रहा है| अपने 7 वर्षों के कार्यकाल में, जेबीएम किताबों की बिजनेस में, साउथ एशियन पब्लिशिंग इंडस्ट्री के मुख्य स्तम्भ के रूप में उभरा है|
जयपुर बुकमार्क के बारे में
भारत की प्रकाशन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ी है और पूरी दुनिया उसे आशा भरी नज़रों से देख रही है: इसी उद्देश्य से शुरू किया गया जयपुर बुकमार्क, बी2बी प्लेटफार्म जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के समानांतर चलता है| पिछले 6 सालों में जेबीएम ने साउथ एशियाई प्रकाशन की नब्ज पकड़ ली है, और ये सही मायनों में किताबों के व्यवसायिक पहलु को उठाता है|
जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) दुनिया भर के प्रकाशकों, लिटरेरी एजेंट्स, लेखकों, अनुवादकों, अनुवाद एजेंसी और पुस्तक विक्रेता को एक मंच पर लाता है| ये उन्हें प्रकाशन के व्यवसायिक स्वरुप पर बात करने के लिए मंच उपलब्ध कराता है| इसके विशेष रूप से क्युरेटेड सत्र और राउंडटेबल व्यवसायिकों की मदद करते हैं| ये बिजनेस नेटवर्किंग, कॉन्ट्रैक्ट और डील साइन के लिए उपयुक्त मंच है|
ज़ी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020 के बारे में
‘धरती के सबसे बड़े साहित्यिक उत्सव’ के तौर पर वर्णित ज़ी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों का शानदार उत्सव है। पिछले दशक के दौरान ज़ी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल वैश्विक साहित्यिक आयोजन के तौर पर उभरा है, जिसने करीब 2000 वक्ताओं की मेजबानी की है और भारत तथा दुनिया भर के 10 लाख से ज्यादा पुस्तक प्रेमियों का स्वागत किया है। हमारे बुनियादी मूल्यों में कोई बदलाव नहीं आया है: यह एक लोकतांत्रिक, गैर-गठबंधन मंच के तौर पर संचालित है, जो सभी को मुफ्त एवं निष्पक्ष पहुंच प्रदान करता है।
हर साल यह फेस्टिवल दुनिया के महानतम लेखकों, विचारकों, मानवतावादियों, राजनेताओं, बिज़नेस लीडर्स, खेल से जुड़ी हस्तियों और मनोरंजन से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाता है, जहां वे खुलकर अपने विचारों को अभिव्यक्त करते हैं और विचारशील बहस एवं संवाद करते हैं। लेखक व फेस्टिवल के निदेशक नमिता गोखले और विलियम डेलरिंपल के साथ ही प्रोड्यूसर टीमवर्क आर्ट्स दुनिया भर के वक्ताओं को राजस्थान के खूबसूरत सांस्कृतिक धरोहर के बीच, राजधानी जयपुर के शानदार डिग्गी पैलेस में आयोजित इस पांच दिवसीय आयोजन में शिरकत करने के लिए आमंत्रित करते हैं।
बीते समय में महोत्सव के वक्ताओं में नोबल विजेता जे.एम. कोयत्जे, ओरहान पामुक और मोहम्मद यूनुस, मैन बुकर पुरस्कार विजेता बेन ओक्री, मार्ग्रेट एटवुड और पॉल बेट्टी, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता गुलज़ार, जावेद अख़्तर, एम.टी. वासुदेवन नायर के साथ ही साथ दिवंगत गिरीश कर्नाड, महाश्वेता देवी और यू.आर. अनंतमूर्ति के अलावा, साहित्यिक सुपरस्टार अमीष त्रिपाठी, चिमामंद नगोची अधिची और विक्रम सेठ ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की है। इस सालाना जलसे को साहित्य के दायरे से बाहर निकलते हुए फेस्टिवल ने अमर्त्य सेन, अमिताभ बच्चन, दिवंगत ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, 14वें दलाई लामा, ओपरा विनफ्रे, स्टीफन फ्राई, थॉमस पिकेटी और अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई की भी मेजबानी की है।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल टीमवर्क आर्ट्स का मुख्य आयोजन है। टीमवर्क आर्ट्स दुनिया के 40 शहरों में 25 से अधिक बेहद प्रतिष्ठित परफॉर्मिंग आर्ट्स, विजुअल आर्ट्स और लिटरेरी फेस्टिवल्स का आयोजन करती है। पिछले कुछ वर्षों में टीमवर्क आर्ट्स ने जेएलएफ का आयोजन ब्रिटिश लाइब्रेरी के साथ ही बोल्डर जेएलएफ, जेएलएफ ह्यूसटन, जेएलएफ न्यूयॉर्क और जेएलएफ एडिलेड का आयोजन किया है। 2019 में जेएलएफ दोहा का भी पहली बार आयोजन हुआ|
टीमवर्क आर्ट्स के बारे में
भारत की कलाओं को उनकी गहराई, विविधता और रहस्य में समझने के लिए और उसे दुनिया के सामने लाने के लिए कड़े परिश्रम और ध्यान की आवश्यकता है| इससे भी अधिक टीमवर्क आर्ट कलाकारों और कला से प्रेम और सम्मान करता है| टीमवर्क आर्ट की प्रतिबद्धता परफोर्मिंग आर्ट्स, सोशल एक्शन और कॉर्पोरेट वर्ल्ड के बीच तालमेल बिठाने की है| एंटरटेनमेंट विशेषकर डाक्यूमेंट्री, फ़ीचर फिल्म, टेलीविजन, साहित्य, कला हमारा आधार है, और इनमें उभरते कलाकारों को हम विश्व पटल पर अंकित करना चाहते हैं| पिछले 25 वर्षों में टीमवर्क आर्ट्स ने भारत को दुनिया के सामने और दुनिया को भारत के सामने प्रस्तुत किया है।
यह ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, हांग कांग, इटली, कोरिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों के 40 से अधिक शहरों में 25 से ज़्यादा कला, दृश्य कला और साहित्य के क्षेत्र के प्रतिष्ठित उत्सवों का आयोजन करती है। हर साल, हम 11 देशों में 25 फेस्टिवल का आयोजन करते हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मिस्र, जर्मनी, फ़्रांस, होन्ग कोंग, इजरायल, स्कॉटलैंड, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, स्पेन, यूके और यूएसए जैसे देश शामिल हैं| टीमवर्क आर्ट्स दुनिया के सबसे बड़े मुफ्त फेस्टिवल का आयोजन करता है, जैसे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, दिल्ली में इशारा इंटरनेशनल पपेट फेस्टिवल, महिंद्रा एक्सीलेंस इन थियेटर अवार्ड (META) फेस्टिवल, साउथ अफ्रीका में इंटरनेशनल फेस्टिवल शेयर्ड हिस्ट्री इत्यादि| हमारे म्यूजिक कार्यक्रम में ‘बॉलीवुड लव स्टोरी’ शामिल है| ये ऑस्ट्रिया, जर्मनी, नीदरलैंड, साउथ अफ्रीका, स्पेन, स्विटज़रलैंड और मिस्र में होने वाला म्यूजिकल टूर है| भारत में हमारे इंटरनेशनल फेस्टिवल हैं बोंजौर इंडिया| इसका आयोजन फ़्रांस के साथ भारत के 18 शहरों में होता हैं, जिसमें दुनिया भर के 250 से अधिक डिजाइनर, कलाकार इत्यादि हिस्सा लेते हैं|
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