इंडिया गेट लॉन में हुनर हाट का आयोजन किया जाएगा

नयी दिल्ली -अभी तक हुनर हाट का आयोजन दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुद्दुचेरी तथा इंदौर जैसे स्थानों पर आयोजित किए गए हैं। अगला हुनर हाट रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च तक और चंडीगढ़ में 13 से 22 मार्च, 2020 तक आयोजित किया जाएगा।



आने वाले दिनों में गुरुग्राम, बैंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, पुद्दुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर तथा अन्य स्थानों पर हुनर हाटों का आयोजन किया जाएगा। इंडिया गेट लॉन पर आयोजित होने वाले हुनर हाट में 250 पंडाल लगाए गए हैं जहां उस्ताद, दस्तका, शिल्पकार और व्यंजन विशेषज्ञ अपनी कृति प्रदर्शित करेंगे। इन दस्तकारों में 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। वो हाथ से बने उत्पाद प्रदर्शित करेंगी। बावर्चीखाना में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे। दैनिक आधार पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम हुनर हाट के प्रमुख आकर्षण होंगे।


अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के राजपथ पर इंडिया लॉन में 13 फरवरी से हुनर हाट का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष का विषय है ‘कौशल को काम’। केन्द्रीय रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तथा शहरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी 20वें हुनर हाट का उद्घाटन 13 फरवरी को करेंगे।


देशभर से उस्ताद दस्तकार, शिल्पकार और व्यंजन विशेषज्ञ इसमें भाग लेंगे। हुनर हाट 23 फरवरी, 2020 तक चलेगा। नकवी ने कहा कि हुनर हाट दस्तकारों की स्वदेशी परंपरा के सशक्तिकरण में ‘मेगा मिशन’ साबित हुआ है। नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश की शिल्प और दस्तकारी की विरासत को अवसर और बाजार प्रदान करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ड्रीम परियोजना को मजबूत बना रहा है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश के प्रत्येक कोने के कुशल लोगों की शानदार विरासत को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का ऐतिहासिक कार्य कर रहा है और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध करा रहा है। नकवी ने कहा कि हुनर हाट की सफलता का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से लगभग तीन लाख उस्ताद दस्तकारों, शिल्पकारों और व्यंजन विशेषज्ञों को रोजगार तथा रोजगार का अवसर प्रदान किया गया है।


इन लाभार्थियों में बड़ी संख्या में महिला शिल्पकार हैं। नकवी ने कहा कि मोदी सरकार न केवल उस्तादों और शिल्पकारों को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है बल्कि उस्तादों तथा शिल्पकारों की विलुप्त हो रही देशी परंपरा को संरक्षित और प्रोत्साहित भी कर रही है। नकवी ने कहा कि सरकार ने देश के विभिन्न भागों में 100 ‘हुनर हब’ की मंजूरी दी है। उस्तादों, शिल्पकारों तथा पारंपरिक व्यंजन विशेषज्ञों को ‘हुनर हब’ में आधुनिक आवश्कताओं के अनुसार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


 


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