जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता उन्हें माफ़ कर दो


संत कुमार गोस्वामी


जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता उन्हें माफ़ कर दो, और जिन्हें माफ़ नहीं कर सकते उन्हे भूल जाओ..... यह बातें पंकज बोलते हुए रास्ते से गुजर रहा था एक बुजुर्ग बातें सुनकर बोले बेटा तुम्हारा घर और नाम क्या है वह लड़का बिन बोले दो चार कदम चलने  लगा पीछे से फिर बुजुर्ग की आवाज बेटा मेरी बात तो सुनो इतना जल्दी भागे जा रहे हो बात क्या है वह लड़का झटके लेकर बोला अरे नाम और घर जानकर क्या करेंगे अपनों ने ही तो घर को जला दिया कश्ती में जिंदगी गुजर बसर कर रही है अब बताओ बाबा अरे मैं क्या करूं रिलेटिव के यहां  गया लंबी चौड़ी बात बात कही धरातल पर कुछ दिखे ना.....l


विश्वास नाम की एक चीज होती है जहां से विश्वास खत्म हो जाती है वहां से हर कुछ स्वत समाप्त हो जाता है भरोसा जमाने में वर्षों लग जाते हैं उस निर्भीक रहा हर किसी को लालच का भरोसा देकर ठगा आज बीमारी से पीड़ित है शुगर ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी का गिरफ्त में आ चुका है .


उसका कहना है मेरा तो रिलेटिव है पर उसके विचार झूठे वादे इसके जेहन में भरा पड़ा है और क्या कहूं जरूरत थी तो पैसे से मैंने मदद की आज वह कहता है  अपने पैसे दिया नहीं  उसको कैसे माफ कर दो बाबा बताओ ना बाबा शालीनता से उस लड़के को समझाया बेटा  लोग आपको समाज में हर रोज कहीं न कहीं मिल जाएंगे को पहचानना है परखना है तब जाकर अपनत्व अपनापन का व्यवहार करना पड़ेगा अब जो सदमा उसे रिलेटिव ने दिया है बाबा मैं स्वत ही भूल जाऊंगा वैसे मेरा नाम पंकज है लगातार कई दिनों से परेशान हूं कोई भी व्यक्ति मेरे पीड़ा दर्द को ना समझा आपने तो जीने का तरीका ही बदल दिया जिस किसी को  भूल ना सको तो माफ जरूर करना युक्ति जिंदगी जीने का कला सीखा दी
बाबा के चरणों में गिर गया कल फिर मिलेंगे आप को कोटि-कोटि यह बातें सुनकर बाबा मुस्कुरा के साथ बोले बेटा जरूर आना और कुछ तुझे सिखाऊंगा


 


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