यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्री एजोले ने लड़कियों के शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए भारत की सराहना की

नयी दिल्ली - शिक्षा के क्षेत्र में भारत द्वारा उठाए गए कदमों पर चर्चा की थी। पोखरियाल ने यूनेस्को की महानिदेशक को बताया कि भारत में लड़कियों का पंजीकरण औसत पहली बार लड़कों के पंजीकरण औसत से बढ़ गया है। सुश्री एजोले ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि भारत सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है।



यूनेस्को की महानिदेशक सुश्री ऑड्री एजोले ने लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए भारत की सराहना की है। भारत की तीन दिवसीय सरकारी यात्रा पर आई सुश्री एजोले ने कहा कि भारत ने महात्मा गांधी की विरासत के जरिए यूनेस्को के उद्देश्यों और उसके विज़न को प्रभावित किया है। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत और यूनेस्को इन साझा मूल्यों और उद्देश्यों के आधार पर अपने रिश्ते और मजबूत बनाएंगे। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ से अपनी मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी चर्चा बहुत सकारात्मक रही और यह जानकार मुझे प्रसन्नता हुई कि भारत में समाज के हर वर्ग तक बेहतर शिक्षा पहुंचाने के शानदार प्रयास किए जा रहे हैं।


 निशंक ने कहा कि 2030 तक भारत सतत् विकास लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि भारत यूनेस्को के उद्देश्य के तहत सबके लिए बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है। निशंक ने यह भी बताया कि नई शिक्षा नीति तैयार की जा रही है और इस समय सभी हितधारकों के साथ परामर्श प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि भारत विदेश में योग और आयुर्वेद के पाठ्यक्रमों को प्रोत्साहन देने की इच्छा रखता है और यूनेस्को इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


बैठक के दौरान पोखरियाल और सुश्री एजोले ने महात्मा गांधी शांति और सतत् विकास शिक्षा संस्थान (एमजीआईईपी) को अगले पांच वर्षों का विस्तार देने के लिए संचालन समझौते पर हस्ताक्षर किए। एमजीआईईपी नई दिल्ली आधारित यूनेस्को का वर्ग-1 अनुसंधान संस्थान है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"