दिल्ली में सभी को घर से निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य -अरविंद केजरीवाल


नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना का कहर थामने के लिए आँपरेशन शिल्ड को बड़े पैमाने पर चलाने का निर्णय लिया है। जिन 21 इलाकों में कंटेनमेंट लागू किया गया है, वहां आँपरेशन शिल्ड चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के अधिक केस मिलने पर दिल्ली के 21 इलाकों में कंटेनमेंट लागू किया गया है। अब उस एरिया में किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। सभी जरूरत की वस्तुएं घर पर पहुंचाई जाएंगी। साथ ही आपरेशन शिल्ड के तहत कोरोना से निपटा जाएगा।  


सीएम ने कहा कि कोरोना का इलाज कर घर लौट रहे दो डाॅक्टरों के साथ दुव्र्यवहार करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी पर संतुष्टि जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने सख्त चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डाॅक्टर और नर्स अपनी जान दांव पर लगा कर लोगों का इलाज कर रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने स्कूलों में राशन बांट रहे प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया है। साथ ही लोगों से अपील की है कि आप जितना साथ देंगे, उतना ही कोरोना से बचेंगे।


आपरेशन शिल्ड के तहत दिल्ली के 21 एरिया में हो रहा काम 


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 21 ऐसे इलाके चिंहित किए गए हैं, जिनमें कंटेनमेंट (शिल्ड) लागू किया गया है। यह कंटेनमेंट क्या है? मुख्यमंत्री ने बताया कि जहां पर कुछ मरीज मिलते हैं, उस एरिया को हम सील कर देते हैं। कंटेनमेंट का सीधा तात्पर्य है कि हम उस एरिया को पूरी तरह से शिल्ड कर दिए। एक तरह से वहां पर आॅपरेशन शिल्ड चला दिया। शिल्ड में 6 अक्षर है। ‘एस’ अक्षर का मतलब सील कर दिया। उस एरिया में कुछ केस मिले तो उसे सील कर दिया है। उस एरिया के लोग बाहर नहीं जाएंगे। बाहर के लोग अंदर नहीं आएंगे। ‘एच’ अक्षर का मतलब होम क्वारेंटाइन है। उस एरिया के लोग अपने-अपने घर में ही रहेंगे। बाहर नहीं निकलेंगे। उस एरिया के अंदर भी लोग अपने-अपने घरों में रहेंगे और अपने घर से बाहर नहीं आएंगे। ‘आई’ अक्षर का मतलब आइसोलेशन एंड टेªसिंग है। जिन लोगों को कोरोना मिला है, उनको उस कमरे के अंदर आइसोलेट किया जाता है और वे पिछले दिनों में कहां-कहां घूमे, यह सीसीटीवी और मोबाइल फोन के जरिए पता करके उन सभी लोगों को चिंहित किया जाता है और सभी लोगों को आइसोलेट किया जाता है। सब को अपने-अपने घर में कमरे के अंदर बंद कर दिया जाता है, ताकि वह दूसरों से न मिले और दूसरे व्यक्ति को कोरोना न कर दे। ‘ई’ अक्षर का मतलब एसेंसियल सप्लाई है। उस इलाके अंदर रहने वाले लोगों को जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति डोर-टू-डोर के जरिए की जाती है। जरूरी वस्तुएं उनके घर पहुंचा दी जाती है, ताकि वो लोग घर से बाहर न निकलें। शिल्ड के ‘एल’ अक्षर का मतलब लोकल सेनिटाइजेशन है। उस पूरे एरिया को सैनिटाइज कर दिया जाता है। उस पूरे एरिया को दवाई छिड़क कर डिस-इंफेक्ट कर दिया जाता है।


डाॅक्टर और नर्स दो-तरफा मार झेल रहे हैं, उन्हें शाबाशी देनी चाहिए


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल पता चला कि सफरदजंग अस्पताल के दो डाॅक्टर, जब अपने घर गए, तो उनके इलाके के कुछ लोगों ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। इलाके के लोगों का कहना था कि दोनों कोरोना के मरीज का इलाज करते हैं, और अपने इलाके में भी कोरोना को फैला देंगे। इस तरह की हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी समझ लें कि यह डाॅक्टर हमारी जिंदगी बचा रहे हैं। आज यह डाॅक्टर और नर्स काम करना बंद कर दें, तो कितनी बड़ी समस्या हमारे सामने खड़ी हो जाएगी। डाॅक्टर और नर्स दो-तरफा मार झेल रहे हैं। एक तरफ, वे अपनी जान दांव पर लगा कर कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। वह उनके बीच रह कर हमारे ही घर के लोगों का इलाज कर रहे हैं। हमारे दोस्तों और रिश्तेदारों का इलाज कर रहे हैं, इससे उन्हें कोरोना हो सकता है। एक तरफ उन्होंने अपनी जान दांव पर लगा रखी है और दूसरी तरफ, जब वे समाज के बीच आते हैं, तो उनकी पीठ थपथपाने, उन्हें शाबाशी देने और शुक्रिया देने की बजाय हम उनके साथ इस तरह की हरकत करते हैं। हमारे समाज को क्या हो गया है?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी अनिल बैजल के साथ उन्होंने बैठक की है। बैठक में दिल्ली के कमिश्नर समेत वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। जिसमें तय किया गया है कि ऐसी किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुझे खुशी है कि जिन लोगों ने दोनों डाॅक्टरों के साथ दुव्र्यवहार किया था, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आज पुनः मैं कड़ी चेतावनी देता हूं कि किसी भी डाॅक्टर के साथ कोई भी दुव्र्यवहार करता है, तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाएगी। जो इतनी कठिन परिस्थितियों के अंदर भी इतनी गंदी हरकत करते हैं।


घर से बाहर निकलने के दौरान सभी को मास्क पहनना अनिवार्य


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल हम लोगों ने दिल्ली में आदेश दिए हैं कि जब भी कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलेगा या किसी मीटिंग में जाएगा, तो उसे मास्क पहनना जरूरी है। आप को याद होगा कि तीन-चार हफ्ता पहले, जब पूरी दुनिया में कोरोना नया-नया आया था। उस दौरान बार-बार कहा जाता था कि जिसको कोरोना हुआ है, उसे ही मास्क पहनने की जरूरत है, लेकिन अब यह विचार बदला है और कई देशों से यह सुनने को मिल रहा है कि यदि सभी लोग मास्क पहनने लगें, तोे कोरोना का फैलना काफी हद तक रोका जा सकता है। दूसरे देशों से सीख कर दिल्ली सरकार ने आदेश जारी किया है कि घर से निकलने के बाद हर व्यक्ति को मास्क पहनना जरूरी है। मास्क बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं है। आप धुला हुआ कपड़ा या रूमाल को भी मास्क में इस्तेमाल कर सकते हैं। उससे नाक और मुंह दोनों ढंग जाएंगे, तो कोरोना के वायरस आपके शरीर के अंदर नहीं आएंगे। इससे छींक या खांस कर आप दूसरों को संक्रमित नहीं करेंगे और आप भी इससे बच जाएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझ रहा हूं कि लाॅक डाउन के दौरान सभी लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह सब आपकी जिंदगी बचाने के लिए ही है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका के अंदर 2 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। भारत के अंदर उस स्तर पर कोरोना फैल जाएगा, तो क्या हालत होगी? हमें इसको किसी भी तरह से रोकना है। इसलिए मास्क पहन कर जरूर निकलें।


लाॅक डाउन के चलते सरकार को टैक्स आना लगभग बंद, हमें और कटौती करनी पड़ेगी


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कल एक और आदेश पारित किया है। लाॅक डाउन की वजह से कोई भी गतिविधि नहीं चल रही है। न किसी की दुकान चल रही है, न किसी की फैक्ट्री चल रही है और न कोई नौकरी कर पा रहा है। इसलिए सरकार को टैक्स आना लगभग बंद हो गया है। इसलिए सरकार को महीने-दो महीने के बाद सैलरी देने के लिए पैसे कहां से आएंगे। हमें बहुत ज्यादा कटौती करनी पड़ेगी। इसलिए दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि अब सिर्फ सैलरी और कोरोना से संबंधित जैसे फ्री राशन बांट रहे हैं और फ्री खाना खिला रहे हैं, इन सब के अलावा कोई और खर्चा नहीं किया जाएगा। आगे हमें और भी कटौती करेंगे, लेकिन इस कठिन परिस्थिति में हम सभी लोगों को कुर्बानी करनी पड़ेगी।


राशन वितरण में आ रही दिक्कतों को दूर कर देंगे, थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने बताया था कि 71 लाख लोगों को राशन दे रहे हैं। जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं था, अब उन लोगों को भी राशन देना शुरू कर दिया है। इसकी पूरी व्यवस्था अचानक बनानी पड़ी है। इसलिए थोड़ी फ्रील्ड में थोड़ी परेशानी आ रही है, क्योंकि स्कूल में राशन बांट रहे हैं। स्कूल के शिक्षक और प्रधानाचार्य राशन का वितरण कर रहे हैं। मैं सभी स्कूल के शिक्षक और प्रधानाचार्य को धन्यवाद देना चाहता हूं। उनका यह काम नहीं था, लेकिन वे लोग यह काम कर रहे हैं। इसमें अभी कई दिक्कतें आ रही हैं और दो-चार दिन में सभी दिक्कतें ठीक हो जाएंगी। सभी लोगों को थोड़ा सब्र करना होगा। आज नहीं तो कल या परसो राशन मिल जाएगा। यह मैं विश्वास दिलाता हूं कि सभी लोगों को राशन मिलेगा, आप लोग बिल्कुल चिंता न करें।


हम नहीं चाहते, दिल्ली में किसी भी हालत में कोरोना फैले, इसलिए कड़े कदम उठा रहे


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शिल्ड के ‘डी’ अक्षर का मतल डोर-टू- डोर चेकिंग है। एक-एक घर के अंदर जाकर यह पूछा जाता है कि आपके घर में कोई बीमार तो नहीं है। किसी को खांसी, बुखार, सांस लेने में या शरीर में कोई दिक्कत तो नहीं है। एक-एक घर के अंदर जाकर पता करने की कोशिश की जाती है कि किसी को कोरोना के लक्षण तो नहीं है। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण मिलते हैं, उन लोगों को आइसोलेट कर, उनके सैंपल लेकर जांच की जाती है। इस दौरान हम यह छह चीजें करते हैं। जिन एरिया के अंदर पता चल जाए कि वहां पर कोरोना के मरीज है, उस एरिया के अंदर आॅपरेशन शिल्ड लागू किया जाता है। दिल्ली में अभी 21 इलाकों को शिल्ड किया गया है। हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी स्थिति दिल्ली में किसी भी हालत में कोरोना फैले। इसलिए हम कड़े कदम उठा रहे हैं। मैं पूरी उम्मीद करता हूं कि आप सभी यह समझेंगे कि हमने यह कदम क्यों उठाए हैं और हमारा साथ देंगे। आपको कोरोना से बचना है तो केवल आप खुद को बचा सकते हैं, आपको कोई और नहीं बचा सकता है। जितना आप घर के अंदर रहेंगे, जितना अपने परिवार को बचा कर रखेंगे, मास्क पहनेंगे, सामाजिक दूरी रखेंगे, उतना ही खुद को, अपने समाज को और अपने देश को बचा कर रखेंगे।


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