किन्नर समाज पर आधारित ऑन लाइन लघुकथा गोष्ठी

नयी दिल्ली - विश्व मैत्री मंच की दिल्ली इकाई के द्वारा ऑन लाइन लघुकथा गोष्ठी का आयोजन बहुत ही सुंदर सफल और सारगर्भित रहा। संस्था की अध्यक्षा सन्तोष श्रीवास्तव के सुविचार व प्रयासों से आयोजन कि रूपरेखा तैयार हुई इस से पूर्व में भी दिल्ली शाखा सफल ऑन लाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन कर चुकी है।



 कार्यक्रम की अध्यक्ष महिमा का स्वागत भाषण डॉ मुक्ता मिश्रा ने किया, मुख्य अतिथि क्षमा पांडे का स्वागत पुष्पा सिन्हा , विशिष्ट अतिथि सुषमा भंडारी का स्वागत अर्चना पांड्या एवं डॉ प्रमिला का स्वागत वन्दना रानी दयाल ने किया। रोचक व सुन्दर ढंग से कार्यक्रम की संचालिका कल्पना पान्डे ने भी मेहमानों का पुष्प गुच्छ व शब्द पुष्पों द्वारा स्वागत किया , तत्पश्चात मधुर वाणी में वीणा अग्रवाल जी ने माँ शारदे का आह्वान किया। यह लघुकथा गोष्ठी विशेषकर (किन्नर समाज) विषय पर आधारित थी। लघुकथा से सम्बन्धित मापदंड व विशेषताओं की जानकारी श्रीवास्तव ने अपने सार्थक उद्बोधन में दी।



किन्नर समाज से जुड़ी सभी लघुकथाएं आज मंच पर आई कुछ कथाकार इस क्षेत्र मे पारंगत थे कुछ नवान्कुर मगर सभी की रचनायें एक से बढ़कर कर एक रहीं । गोष्ठी में शामिल होने वाले लघुकथाकारों में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ दुर्गा सिन्हा " उदार" ( कथा - अर्द्धनारीश्वर),,शकुंतला मित्तल _ नपुंसक ,,सुषमा भंडारी _ सन्नाटा,,सरोज गुप्ता _ जज्बे को सलाम,राधा गोयल _ क्या किन्नर वाकई बधाई देने,आये थे।,सन्तोष श्रीवास्तव _ किन्नर,शुभ्रा _ लालबत्ती,सविता चडडा _ दिव्यांग क्यूँ नहीं मान लेता हमें 
समाज,नीलम दुग्गल _ घृणा,वीणा अग्रवाल _ इंसानियत आज भी जिन्दा है,डॉ भावना शुक्ल _ फैसला,सुरेखा जैन _अपरिभाषित
,कल्पना पाण्डे _वाह रे समाज,महिमा _ तीसरा विकल्प थीं.



मुख्य अतिथि क्षमा पान्डे ने सम्बंधित विषय पर सारगर्भित वक्तव्य दिया व विशिष्ठ अतिथि डॉ प्रोमिला वर्मा ने अपने उद्बोधन में लघुकथा व किन्नर समाज के विषय में मुख्य जानकारियां दी। विशिष्ठ अतिथि सुषमा भंडारी ने आज के आयोजन को लेकर और  विषय को लेकर संस्थापिका सन्तोष श्रीवास्तव को शुभकामनायें दी, भविष्य में इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए इस बात पर जोर दिया और संयुक्त रूप से सभी की रचनाओं को सराहा । कल्पना पांडे के सफल संचालन में ये आयोजन बहुत ही खूबसूरत ढंग से सम्पन्न हुआ अन्त में पूनम गुप्ता जी ने सभी मेहमानों का धन्यवाद किया।


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