ट्रेल ने भारत में ट्विटर ओर पिंट्रेस्ट जैसी सोशल नेटवर्किंग कंपनियों को पीछे छोड़ा
2017 में अपनी स्थापना के बाद से, ट्रेल देश भर में अपनी मातृभाषा में बात करने वाले उपभोक्ताओं की लाइफ़स्टाइल कंटेंट की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके 60% से अधिक यूज़र्स टियर-2 और टियर-3 शहरों से हैं। ट्रेल ने हाल ही में अपने प्लेटफार्म में तीन नई भाषाएं जोड़ी है; मराठी, कन्नड़ और बंगाली, यानि अब यह कुल 8 भाषाओं (इसके अलावा, हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, मलयालम) में उपलब्ध है।
नयी दिल्ली : भारत में देसी ऐप्स की बढ़ती मांग के साथ, लाइफ़स्टाइल कंटेंट कॉमर्स प्लेटफ़ार्म ट्रेल ने 5 मिलियन से ज़्यादा दैनिक सक्रिय यूजर्स़ के साथ भारत में ट्विटर ओर पिंट्रेस्ट जैसी इंटरनेशनल कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। फ्री लाइफस्टाइल ऐप्स में #1 पर ट्रेंड करते हुए, प्लेटफॉर्म में एक ही दिन में 4 लाख से ज़्यादा नए कंटेंट क्रिएटर्स जुड़े और 1.2 मिलियन नए कंटेंट अपलोड किए गए।
चीनी ऐप पर बैन लगने के बाद, ट्रेल की तरह ही, पिंट्रेस्ट (2 मिलियन दैनिक सक्रिय यूज़र) और ट्विटर (4.4 मिलियन दैनिक सक्रिय यूज़र) के इस्तेमाल में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। ट्रेल भारत के वीडियो पिन्ट्रेस्ट के रूप में जाना जाता है। यह यूज़र्स को स्वास्थ्य और फिटनेस, सौंदर्य और स्किनकेयर, यात्रा, फिल्म समीक्षा, खाना पकाने, घर की सजावट और कई अन्य श्रेणियों में अपने अनुभव, सिफारिशों और समीक्षाएं साझा करने की सुविधा देता है। यह लाइफस्टाइल व्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म यूज़र्स को अपनी मूल भाषा में 3-5 मिनट के वीडियो बनाने की अनुमति देता है, जिसमें एक 'शॉप' फ़ीचर भी है जिससे यूज़र्र व्लॉग में प्रदर्शित उत्पादों को खरीद भी सकते हैं। इसके अलावा, प्लेटफ़ॉर्म यूज़र्स को अपने इंटरफेस के ज़रिये पुरस्कार, उपहार और छुट्टियां कमाने की सुविधा भी देता है।
इस विकास पर बात करते हुए, ट्रेल के सह-संस्थापक, पुलकित अग्रवाल ने कहा, “हम इस प्लेटफार्म पर नियमित विकास और यूज़र्स और कंटेंट क्रिएटर्स की बढ़ती रुचि देखकर बहुत उत्साहित हैं। इस तरह के अवसरों के साथ, भारतीय इंटरनेट स्टार्टअप तेजी से विकसित हो सकता है और लंबे समय में उपभोक्ताओं को भी बेहतरीन अनुभव दे सकता है, जिसमें पहले स्थापित कंपनियों का कब्ज़ा था।”
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