डॉ.रमेश कुमार रावत प्रिसिंपल,पारूल इंन्सटीट्यूट ऑफ आर्ट्स एवं डीन फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के पद पर नियुक्त
जयपुर जिले की चौमूं तहसील अशोक विहार निवासी प्रो. डॉ.रमेश कुमार रावत को हाल ही में वड़ोदरा, गुजरात में संचालित पारूल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन, प्रिसिंपल, पारूल इंन्सटीट्यूट ऑफ आर्ट्स एवं डीन फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के पद पर नियुक्त किया गया है।
राजस्थान प्रदेश के जयपुर जिले की चौमूॅं तहसील में जन्में डॉ. रमेश कुमार रावत ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौमूं से दसवीं एवं 12वीं उत्तीर्ण की। आर.एल. सहरिया पी.जी. कॉलेज कालाडेरा से बीएससी, राजस्थान विश्वविद्यालय से बीजेएमसी, एलएलबी, डीएलएल एवं पीएचडी, सागर विश्वविद्यालय, एमपी से एमसीजे की उपाधियां तथा कम्यूटर साइंस में विभिन्न डिप्लोमा आदि के सहित अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत ज्ञान अर्जित करने के पश्चात् एवं किए है। डॉ. रावत ने ओ एंड एम एडवरटाइजिंग ऐजेंसी, इंडिया बूल्स, आनंद राठी, बोनान्जा, इंडियामार्ट एवं ईटीएंडटी कार्पोरेशन लिमिटेड, दिल्ली एपटेक लिमिटेड, सोमानी टाइल्स मुबंई, एक्वाप्रुफ मुम्बई अनेक शिण संस्थानों में मॉस कम्यूनिकेशन विभाग की स्थापना करते हुये बतौर विभागाध्यक्ष एवं पीआरओ सेवाएं दी है। पत्रकारिता में आपके द्वारा तैयार पाठ्यक्रम भी विभिन्न कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में चलाये जा रहे है।
डॉ.रमेश कुमार रावत ने मीडिया मेकर्स ऑफ राजस्थान- कल्याण सिंह कोठारी एवं दूसरी पुस्तक विश्व की प्रथम एवं सबसे बड़ी लाईव केस स्टेडी मीडिया फ्रीडम एवं डेमोक्रेसी- जब तक काला तब तक ताला लिखी है। इसके साथ ही डॉ. रमेश कुमार रावत की मीडिया मेकर्स ऑफ राजस्थान – कल्याण सिंह कोठारी डाक्यूमेंट्री फिल्म को इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस शामिल करते हुये प्रमाण पत्र दिया गया है।
डॉ. रावत के 130 लेख विभिन्न समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं तथा 22 शोधपत्र विभिन्न शोध-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ. रावत विभिन्न संस्थानों की गृह पत्रिकाओं के संपादक के रूप में कार्य कर चुके हैं। देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों की ओर से जनसंचार के क्षेत्र में करीब 175 सेमीनार, वर्कशॉप, रिफ्रेशर कोर्सेज में बतौर प्रतिभागी एवं वक्ता सक्रिय भूमिका निभाई है। साथ ही चार रिसर्च प्रोजेक्ट पूर्ण किए है। इनके सानिध्य में सैकड़ों विद्यार्थियों ने प्रोजेक्ट कार्य किये है। डॉ. रावत ने अब तक 9 डाक्यूमेंट्री फिल्में एवं सामान्य फिल्में बनाई है। इसके साथ ही डॉ. रावत ने विश्व के प्रथम हिन्दी न्यूजपोर्टल वेब दुनिया में कोविड 19 के संदर्भ में विश्व के 21 देशों पर स्पेशल स्टोरी एवं ग्राउंड रिपोर्ट लिखी है । इस रिपोर्ट का प्रकाशन किया जा चुका है। डॉ. रावत ने भारत सहित यूएस, यूके, यूएसए, लंदन, साउथ एफ्रिका, आस्ट्रीया, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन, स्वीट्जरलेंड, सिंगापुर, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, नार्वे, लक्जम्बर्ग, मलेशिया, हांगकांग, स्पेन सहित अनेक देशों को कोविड 19 के संदर्भ में कवर किया है।
डॉ. रावत को समय-समय पर उनकी समर्पित सेवाओं के लिए अनेक संस्थानों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इनमें पीआरएसआई संस्थान की ओर से 2014 में जनसंपर्क दिवस पर पीआरएसआई की ओर से उत्कृष्ट सम्मान, प्रेस एंड पब्लिसिटी तथा मीडिया रिलेशन्स के लिए प्रेसिडेंट अवार्ड से प्रो. संदीप संचेती ने सम्मानित किया। वहीं अयोध्या के जगतगुरु श्री श्री 1008 रघुनाथ दैशिक जी महाराज की और से श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ में प्रेस एवं पब्लिसिटी के लिए दी गई सेवाओं के लिए चार बार सम्मानित किया जा चुका है। हैल्पिंग हैण्ड सोसायटी की ओर से 2018 में जनसंपर्क एवं मीडिया एज्युकेशन में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया।
डॉ. रावत को ज्यूरी स्पेशल अवार्ड-कान्ट्रीब्यूशन इन मीडिया एज्यूकेशन – 2019 पब्लिक रिलेशन्स काउंसिल ऑफ इंडिया-पीआरसीआई की ओर से 15 फरवरी 2019 को भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनिल अरोड़ा एवं मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के चैयरपर्सन एवं चांसलर, प्रो. के. राम नारायण ने दिया। जनसंपर्क में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए डॉ. रावत को माणक अलंकरण सम्मान भी 1 अक्टूबर को जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब सभागार में राजस्थान के उर्जा मंत्री, बी. डी. कल्ला, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, पूर्व गृह मंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर, ओम थानवी एवं जलते दीप समाचार पत्र के मुख्य संपादक पद्म मेहता ने दिया। डॉ. रावत को उदयपुर में आयोजित मीडिया इंटरनेशनल कांफ्रेस में विश्व की प्रथम एंव सबसे बड़ी लाईव केस स्टेडी प्रजेन्टेशन के अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
डॉ. रावत ने प्रदेश एवं देश के अनेक शैक्षणिक संस्थानों में बतौर गेस्ट लेक्चरर एवं स्पीकर विद्यार्थियों को संबोधित किया है। साथ ही पीआरओ एवं कैरियर काउंसलर के रूप में भूटान, नेपाल एवं देश के प्रमुख प्रदेशों के शहरों में कैरियर फेअर्स में भाग लेकर हजारों छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया है।
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