एक्टर राजीव मेकले का फिल्मी सफर दिलचस्प है
० संत कुमार गोस्वामी ०
एक्टर राजीव मैकले का फिल्मी सफरनामा वाकई दिलचस्प है जिन्होंने कई सीरियल्स में काम किया, जैसे हिंदी सीरियल कॉमेडी क्लासेस मे कॉमेडियन भारती के साथ काम किया जो की उनका पहला सीरियल था उसके बाद अकबर बीरबल के कई एपिसोड किए, फिर वह चंद्रकांता, चंद्र नंदिनी, सिंदबाद, संकट मोचन महाबली हनुमान, नागार्जुन, काल भैरव, कलीरे, परमावतार श्री कृष्णा, सावधान इंडिया, क्राइम पेट्रोल, लाल इश्क, जीजाजी छत पर है। क्राइम अलर्ट, एक गुजराती फिल्म, शॉर्ट फिल्म इत्यादि में काम किया। और इन दिनों कलर्स टीवी पर प्रसारित ससुराल सिमरन का 2 में भी काम किया है । शूटिंग में व्यस्त हैं बातचीत के दौरान अपने बारे में उन्होंने कई रोचक जानकारी दी, सफलता एक दिन में नहीं मिलती तपना पड़ता है।
न्यूज पेपर से मिली बॉलीवुड की कई अहम जानकारी सफल करियर की आई अब बारी ऐसे शख्स जिन्होंने कड़ी मेहनत के बल पर बॉलीवुड में नाम स्थापित किया । जो कि एक आम परिवार से संबंध रखते हैं। जिन्होंने कई उतार-चढ़ाव के बावजूद फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया उनका नाम है राजीव मैकले
राजीव मध्यप्रदेश के है। उनके पिताजी का नाम सुरेश चंद मैकले है जो कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में ड्राइवर की पोस्ट पर काम करते थे,जो अब रिटायरमेंट पर हैं। राजीव ने कॉमर्स से 12वीं करने के बाद एमकॉम की पढ़ाई पूरी की। स्कूली शिक्षा के दौरान राजीव एक्टिंग में अपना करियर बनाना चाहते थे। उस वक्त एक न्यूज़ पेपर में बॉलीवुड की खबरें आया करती थी। तो राजीव बड़े बारीकी से बॉलीवुड की खबरें पढ़ते थे। उसी दिन उस न्यूज़पेपर में फिल्म लाइन से रिलेटेड खबर छपी थी। एक्टिंग में करियर बनाने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है? उसकी पूरी जानकारी न्यूज़पेपर में थी।
इस जानकारी को पढ़ने के बाद ही उन्होंने अपने पिताजी से एक्टिंग लाइन में करियर बनाने को कहा तब उनके पिताजी ने उनकी बात को इतनी गंभीरता से नहीं लिया। और पढ़ाई पर फोकस करने को कहा। पर राजीव ने पूरी तरह से डिसाइड कर लिया था कि उन्हें करियर एक्टिंग फील्ड में ही करियर बनाना है। चाहे कुछ भी हो जाए कैसी भी प्रॉब्लम आ जाए, स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कॉलेज में दाखिला लिया। कॉलेज की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद वह बाहर निकलना चाहते थे। तो उन्होंने 2010 में भोपाल के फ्रैंकफिन इंस्टिट्यूट में दाखिला लिया। फ्रैंकफिन इंस्टिट्यूट में पढ़ाई करने के साथ-साथ भोपाल में ही एक्टिंग रिलेटेड जानकारी जुटाया करते थे। उस वक्त भोपाल में फिल्म की शूटिंग होती रहती थी। एक दिन अचानक फ्रैंकफिन इंस्टिट्यूट में फिल्म के लिए ऑडिशन लेने के लिए कुछ को-ऑर्डिनेटर आए।
उन्होंने सभी से अपना फोटो और प्रोफाइल डिटेल्स देने को कहा। तब राजीव ने उन्हें अपना फोटो और प्रोफाइल दिया। उस वक्त एक्टिंग के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी सिर्फ मन में था कि एक्टिंग करना है। भोपाल में उन दिनों प्रकाश झा अपनी फिल्म "आरक्षण" शूटिंग कर रहे थे । राजीव ने "आरक्षण "फिल्म में काम किया उस फिल्म में उन्होंने बहुत ही छोटा सा रोल किया था तब अमिताभ बच्चन जी भी उस फिल्म में थे। उनका पहला मौका था कि उन्हें अमिताभ बच्चन जी से मिलने का मौका मिला। वह इस फिल्म में काम करने के बाद काफी खुश थे।
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