देश में बढ़ती मंहगाई एवं बेरोजगारी के विरोध में राजस्थान कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन तथा सामूहिक गिरफ्तारी

० संवाददाता द्वारा ० 

देश में एनडीए का शासन आने से पूर्व जब नरेन्द्र मोदी को जब प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था तब नरेन्द्र मोदी मंहगाई एवं बेरोजगारी को घटाने के बड़े-बड़े दावे किया करते थे। मोदी पीएम पद के दावेदार के रूप में मंहगाई कम करने, भ्रष्टाचार खत्म करने, आतंकवाद समाप्त करने, किसानों की आय दुगुनी करने तथा युवाओं को दो करोड़ रोजगार देने का वादा करते थे, किन्तु प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने जनता से किये गये वादों को भुला दिया है तथा देश की जनता 70 साल का हिसाब मांगने वाले लोगों से 8 साल में मंहगाई एवं बेरोजगारी पर केन्द्र सरकार से जवाब मांग रही है।
जयपुर । केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बढ़ती मंहगाई एवं बेरोजगारी के विरोध में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सिविल लाईन्स फाटक, जयपुर पर प्रदर्शन किया तथा राजभवन का घेराव करते हुये सामूहिक गिरफ्तारी दी। इस अवसर पर उपस्थित कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि आज देश में अराजकता का माहौल है, मंहगाई एवं बेरोजगारी चरम पर है जिससे उद्वेलित होकर पूरे देश में केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी एवं कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के नेतृत्व में देश, प्रदेश, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चुने हुये जनप्रतिनिधि संसद में मंहगाई पर चर्चा करना चाहते हैं, मोदी सरकार को जनता से किये वादे याद दिलाकर 8 साल का हिसाब मांगना चाहते हैं, किन्तु मोदी सरकार मंहगाई व बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी की मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं की जिस प्रकार मूल्य वृद्धि हुई है उससे आम आदमी के घर का बजट गड़बड़ा गया है । उन्होंने कहा कि माताओं और बहिनों को गैस का सिलेण्डर भरवाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तथा बच्चों को दूध-दही खिलाने में भी मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए शासन के दौरान अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें चरम पर थी, किन्तु तत्कालीन केन्द्र सरकार ने करों का पुर्नभरण कर पेट्रोल-डीजल के दामों में मूल्य वृद्धि को रोकने में सफलता पाई थी तथा जनता पर मंहगाई का बोझ नहीं पड़ने दिया था। उन्होंने कहा कि आज के हालात में मंहगाई के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है जिस कारण कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आज देशभर में प्रदर्शन कर केन्द्र की मोदी सरकार को चेतावनी दे रहे हैं कि देश में अविलम्ब मंहगाई करें और वर्ष 2024 में केन्द्र की सत्ता से विदाई के लिये भाजपा तैयार रहे।

डोटासरा ने कहा कि भाजपा आज भाई को भाई से लड़ा रही है, संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर मंहगाई व बेरोजगारी जैसे मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए शासन के दौरान पेट्रोल की कीमत 70 से 72 रूपये थी जो आज बढ़कर 100 रूपये से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल के दामों में 35 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, डीजल के दाम 36 से 40 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, एलपीजी गैसे सिलेण्डर के दाम 125 प्रतिशत बढ़ गये हैं, अरहर दाल 22 प्रतिशत, सोयाबीन तेल 76 प्रतिशत, सरसों तेल 59 प्रतिशत, चाय के दामों में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि दो करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा कर शासन में आई मोदी सरकार बेरोजगारी कम करने में असफल रही है। कोरोना महामारी के दौरान निजी क्षेत्र में कार्यरत लाखों लोगों की नौकरियां चली गई तथा आज भारत में बेरोजगारी दर 21 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई है, लेकिन केन्द्र सरकार जनता के इन मुद्दों पर कार्य करने की बजाये आम जनता की आवाज उठाने वाले विपक्ष को डराने, धमकाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं पर झूठे मुकदमें दर्ज किये जा रहे हैं, ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरूपयोग कर दहशत का वातावरण केन्द्र सरकार द्वारा बनाया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि हिन्दु-मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान के नारे लगाकर केन्द्र सरकार अपना कुशासन चला रही है जिससे देश में अराजकता का माहौल बना गया है तथा कोई भी व्यक्ति स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी को दो वक्त की रोटी जुटाने में संघर्ष करना पड़ रहा है तथा बीमार को ईलाज नहीं मिल रहा है, मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रही है, उद्योगपति गलत जीएसटी के कारण उचित लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं एवं किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त नहीं हो रहा है । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण पूरे देश का तंत्र विफल हो चुका है, किन्तु मोदी सरकार मदमस्त होकर केवल धार्मिक उन्माद फैलाकर पुनः सत्ता में आने के लिये कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दे उठाना कांग्रेस पार्टी का धर्म है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के महान् नेताओं ने महात्मा गाँधी के दिखाये रास्ते पर चलते हुये गरीबों के उत्थान, देश के विकास, शिक्षा को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने जैसे जनहित के महत्वपूर्ण कार्य करते हुये विश्व में देश को नई पहचान दिलवाई। उन्होंने कहा कि हमारे देश का दुर्भाग्य है कि आज केन्द्र की सत्ता में ऐसे लोग बैठे हैं जो देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कांग्रेस पार्टी तथा स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेशनल हैराल्ड अखबार एवं कांग्रेस की विचारधारा मानने वाले नेताओं पर प्रहार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गाँधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गाँधी ने देश की एकता और अखण्डता के लिये कुर्बानियां दी। आज केन्द्र सरकार द्वारा उनके परिवार के सदस्यों पर जुल्म ढहाये जा रहे हैं तथा डराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा जनता के मुद्दे को उठाया जाता है जिस कारण केन्द्र की भाजपा सरकार विचलित है, इसलिये केन्द्र सरकार द्वारा कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी तथा राहुल गाँधी पर व्यक्तिगत प्रहार किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता किसी से डरते नहीं है तथा सोनिया गाँधी एवं राहुल गाँधी के नेतृत्व में मोदी सरकार की गलत नीतियों के विरूद्ध तब तक लड़ेंगे जब तक शरीर में लहू की एक बूंद भी बाकी रहेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ने कहा है कि वे मोदी सरकार के तानाशाहीपूर्ण रवैये से डरने वाले नहीं है तथा कांग्रेस परिवार मोदी सरकार के आगे नहीं झुकेगा। 

उन्होंने कहा कि देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ता मोदी सरकार के तानाशाहीपूर्ण रवैये से बिना डरे जनता के मुद्दे उठाते रहेंगे तथा जिस प्रकार मोदी सरकार को भूमि अधिग्रहण बिल के संशोधन तथा तीन काले कृषि कानून वापस लेने पड़े उसी प्रकार केन्द्र की भाजपा सरकार को अपने गलत नीतियों को वापस लेकर आटा, दूध, दही जैसी मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं पर लगाये गये जीएसटी को वापस लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता वर्ष 2024 में भाजपा को केन्द्र सरकार से हटाकर ही दम लेंगे।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने राजभवन का घेराव कर सामूहिक गिरफ्तारी देने के साथ ही प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी का विरोध करते हुये सामूहिक गिरफ्तारी दी। जयपुर में आयोजित प्रदर्शन में मुख्य रूप से राज्य सरकार के मंत्री डॉ. महेश जोशी, परसादीलाल मीणा, हेमाराम चौधरी, सुखराम विश्नोई, प्रतापसिंह खाचरियावास, गोविन्दराम मेघवाल, विधायक मदन प्रजापत, प्रीति शक्तावत, आलोक बेनीवाल, गोपाल मीणा, अमित चाचाण, हाकम अली, पदमाराम मेघवाल, मनोज मेघवाल, चेयरमेन रामेश्वर डूडी, डॉ. चन्द्रभान, डॉ. अर्चना शर्मा, बृजकिशोर शर्मा, रामसिंह राव, 

लक्ष्मण कड़वासरा, उमाशंकर शर्मा, डॉ. खानू खाँ बुधवाली, मुमताज मसीह, मेयर श्रीमती मुनेश गुर्जर, पूर्व सांसद नमोनारायण मीणा, अश्कअली टाक, जगदीशराज श्रीमाली, सतवीर चौधरी, मंजू शर्मा, रमेश बोराणा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ, मुख्यालय सचिव ललित तूनवाल, प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी, आर. सी. चौधरी, सचिव पुष्पेन्द्र भारद्वाज, महेन्द्रसिंह खेड़ी, शोभा सोलंकी, प्रतिष्ठा यादव, देशराज मीणा, गजेन्द्रसिंह सांखला, भूराराम सिरवी, प्रशांत सहदेव शर्मा, राजेन्द्र मूण्ड, प्रदेश कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक हेमसिंह शेखावत, ज्योति खण्डेलवाल, रूक्षमणी कुमारी, सीताराम शर्मा नेहरू, हेमराज शर्मा सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

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