फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक 2022 के नाम से 27 और 28 सितंबर को मुंबई में आयोजन

० योगेश भट्ट ० 
 मुंबई :फिक्की फ्रेम्स में मनोरंजन उद्योग से संबंधित सभी याने सिनेमा, टेलीविजन, डिजिटल मीडिया, एनिमेशन, गेमिंग, विज्युअल इफेक्ट्स, सेटेलाइट, ओटीटी जैसे तमाम विभागों को मद्देनजर रखते हुए उद्योग को बढ़ावा देने के प्रयत्नशील है। उद्योग से जुड़े हर विषय, समस्याओं पर चर्चा करके सदस्यों को हल निकालने में मदद करना फिक्की की प्राथमिकता होती है।

कोविड के चलते गत-तीन वर्षों से दुनिया के कई बडे बडे कार्यक्रमों के आयोजन निरस्त हुए या यूं कहें, जैसे ठहर ही गए थे। इसमें फिफा फुटबॉल विश्वचषक, आयपीएल, फ्रांस का कान्स फिल्म समारोह, भारत के ईफ्फी, ईफ्फ, पिफ्फ सिनेमा समारोह, वैसे ही फिक्की फ्रेम्स आयोजन भी निरस्त किया गया था। मनोरंजन उद्योग के विकास के लिए फिक्की फ्रेम्स आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए केवल भारतीय ही नहीं बल्कि मनोरंजन से जुड़ा समस्त वैश्विक समुदाय भी फिक्की फ्रेम्स का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। अब तीन साल के अंतराल से फिर से फिक्की फ्रेम्स का आयोजन फास्ट ट्रैक के तहत हो रहा है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) यह तमाम भारतीय उद्योगों का प्रतिनिधित्व करनेवाली राष्ट्रीय स्तर की केन्द्रीय संगठन है। जो देश के उद्योगों के हर क्षेत्र को मार्गदर्शन तथा सहायता करते हुए सरकार तथा उद्योग क्षेत्र के बीच मध्यस्थता के लिए कार्यशील भुमिका निभाती है। फिक्की में मनोरंजन उद्योग के लिए विशेष व्यवस्था है और इसके लिए कार्यक्रमों का आयोजन फिक्की फ्रेम्स के नाम से किया जाता है, जो अपने आप में काफ़ी चर्चित और क्षेत्र में अच्छा-खासा पॉपुलर है। हर उद्योग क्षेत्र के प्रमुख उद्योगपति भी फिक्की के कार्यकारी समिति सदस्य है। कई हजार सदस्यों वाली फिक्की दिल्ली में अपने रजिस्टर्ड कार्यालय के साथ देशभर महत्वपूर्ण शहरों में फिक्की के क्षेत्रीय कार्यालय कार्यरत हैं।

2019 , 2020 और 2021 के अंतराल के बाद फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक २०२२ के नाम से इस २७ और २८ सितंबर को मुंबई में इसका फिर से आयोजन हो रहा है। हमेशा की तरह इस संस्करण में भी मनोरंजन उद्योग को दिशा दर्शक कार्यक्रमों का समावेश किया गया है। फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक के इस विशेष संस्करण का औचित्य यही है कि, महामारी के बाद हम फिर से एकसाथ मिलकर अपने उद्योग का विकास करने प्रयास करें। और हम इस महामारी के अनुभव से और भी सशक्त बन गए हैं, जिससे हम भविष्य में और कठिन समस्याओं का सामना कर सके। महामारी के कारण तितर-बितर हुए मनोरंजन उद्योग को फिर से अपने सुचारू रूप से संचालित करने योग्य बनाने प्रेरित करना है।

हमेशा की तरह जाने-माने कलाकारों का उपस्थित होना फिक्की फ्रेम्स की औपचारिकता है, इसलिए इस संस्करण मे हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय कलाकार रणवीर सिंह उद्घाटन समारोह तथा ओपनिंग सेशन में बतौर अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं। साथ ही साथ इन दो दिनों में अलग-अलग चर्चा सत्रों में जाने-माने फिल्मकार मधुर भंडारकर, राज़ और डिके, अयान मुखर्जी, करण जौहर, निखिल आडवाणी, और इनके साथ वर्तमान में ओटीटी प्लेटफॉर्म के सितारे तमन्ना भाटिया, सोहम शाह, अमित सियाल, दिव्या दत्ता भी शामिल होंगे।

फिल्ममेकर मधुर भंडारकर का मानना है, मैं फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक के नए अंदाज को देखना चाहूंगा। फिक्की फ्रेम्स के माध्यम से मुझे वर्ष में एकबार उद्योग के मेरे सहकारीयों से मेलजोल बढ़ाने का मौका मिलता है। उनसे अपने विचार शेअर करूं और उनके विचार जानने का, अपने व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने का प्रयास होता है। कोविड महामारी ने इस मौके पर ब्रेक लगा दिया था लेकिन अच्छा है फिर से फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक के रूप में लौट रहा है। इन दो वर्षों में कई सारे बदलाव हुए हैं, जिसके बारे में हम सब एकसाथ एकछत के नीचे बैठकर चर्चा करें, सूने और कुछ नया सीखें तो यह हमारे लिए अच्छा होगा।

हमेशा की तरह इस बार भी उद्योग विकास, विस्तार, नीतियों पर चर्चा के साथ ही महामारी के दौरान और बाद अब मनोरंजन उद्योग का भविष्य किस दिशा में जाएगा इसपर बात होंगी। इस संस्करण में फिल्मी पर्यटन, बौध्दिक संपदा हक तथा फिल्म निर्माण प्रोत्साहन संभावनाओं पर प्रयोगशील विचार-विमर्श होना आवश्यक है।

फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक 2022 के विषय में अधिक जानकारी देते हुए फिक्की की सहायक सामान्य सचिव तथा फिक्की फ्रेम्स की प्रमुख लीना जैसानी कहती हैं, मनोरंजन उद्योग को एकजुट कर एक छत के तले लाकर महामारी पर पाएं हुए विजय को मनाया जाना चाहिए। इस महामारी से हम और हमारा उद्योग केवल जीवित नहीं रहा बल्कि ऐसे कठिन समय में हमने अपने साथ और कईयों को जीने के लिए मदद और हौसला दिया। मनोरंजन उद्योग के कई सारे असोसिएशन तथा स्टुडियोज ने अपने सदस्यों तथा कर्मचारियों को सीधे तौर पर सहायता की है, जो काबिले तारीफ है। इसकी सराहना भी करनी चाहिए।

वैसे तो इस दो दिवसीय फिक्की फ्रेम्स फास्ट ट्रैक २०२२ संस्करण में महामारी काल में आश्चर्यजनक रूप से अचानक उभरकर आए हुए ओटीटी प्लेटफॉर्म के विकास, विस्तार, प्राथमिकता, सरकारी नीतियों और संभावनाओं पर विचार विमर्श किया जाएगा। साथ ही साथ फिल्मकार, कलाकार, तकनीकी, वितरण प्रणाली तथा स्टुडियोज के प्रतिनिधियों के विचार तथा अनुभवों को ध्यान में रखकर उस दिशा में कुछ कदम आगे बढ़ाने का प्रयास होगा ऐसा अनुमान है।

हर वर्ष की तरह इस संस्करण में भी मास्टरक्लास तथा कार्यशालाओं का आयोजन है। लेकिन इस बार विभिन्न स्कूल तथा कॉलेजों के छात्रों की फिल्ममेकिंग के विभिन्न विभागों में रुचि को ध्यान में रखते हुए इसपर आधारित मास्टरक्लास तथा कार्यशालाओं को विशेष रूप से आयोजन किया गया है। इन छात्रों को मनोरंजन उद्योग के प्रतिष्ठित महानुभावों के अनुभवी विचार सूनकर प्रेरणा तथा मार्गदर्शन प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इससे भविष्य की फिल्म इंडस्ट्री को भी बढ़ने में सहायता मिलेगी, ऐसा फिक्की फ्रेम्स के आयोजक समिति का मानना है। (आयएनएन भारत मुंबई)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

वाणी का डिक्टेटर – कबीर