बिहार सारण के मढौरा के युवाओं का आंदोलन कभी कमजोर नहीं हो सकता
बिहार - सारण के यूवाओं के आंदोलन को सर्मथन देने को 378 दिन अनवरत चलने वाले किसान आंदोलन में दलित प्रेरणा स्थल ( मायावती पार्क ), शोषित इंकलाब पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता सह राष्ट्रीय महासचिव डा० शैलेश कुमार गिरि दिल्ली नोएडा से चलकर मानव क्रांति जन आंदोलन के तत्वावधान में चल रहे धारणा स्थल पर पहुंच गये | डा० शैलेश कुमार गिरि से वार्तालाप की गई तो उन्होंने कहा कि
बिहार का सारण प्रमंडल अतित से ही महान विभूतियों, जेपी मूवमेंट, आजादी की अगस्त क्रांति की पावन धरती रही है और शायद उसकी एक रौशनी 15 अगस्त को सारण के मढौरा से निकल कर पटना गर्दनीबाग पहुंच सारण मढौरा के शराब फैक्ट्री को छोड़कर चीनी मिल सहित अन्य दो फैक्ट्रीयों को पुनःस्थापना के लिए लगातार आंदोलनरत है.
बिहार का सारण प्रमंडल अतित से ही महान विभूतियों, जेपी मूवमेंट, आजादी की अगस्त क्रांति की पावन धरती रही है और शायद उसकी एक रौशनी 15 अगस्त को सारण के मढौरा से निकल कर पटना गर्दनीबाग पहुंच सारण मढौरा के शराब फैक्ट्री को छोड़कर चीनी मिल सहित अन्य दो फैक्ट्रीयों को पुनःस्थापना के लिए लगातार आंदोलनरत है.
डा० गिरि ने सबसे अधिक जोर देते हुए कहा कि सारण के युवाओं का आंदोलन कभी कमज़ोर नहीं हो सकता और मैं सभी आंदोलनकारी युवाओं से अपील करुंगा कि हर हाल में ये आंदोलन संवैधानिक, शांतिपूर्ण, गांधीवादी तरीके से ही हो और जेपी आंदोलन की याद को तरोताज़ा करे लेकिन सारण और बिहार के लोगों ( किसान, मजदूर तथा छात्र युवाशक्ति ) को सोचना होगा और एक रुटिन रोस्टर बना कर आंदोलन में शामिल होना होगा क्यूँकि शायद ये आंदोलन लम्बा चल सकता है और कहीं न कहीं सम्पूर्ण क्रांति पार्ट टू की पुनरावृत्ति न हो जाए . मैं शैलेश कुमार गिरि पटना गर्दनीबाग पहुचने से पहले बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों से मानव क्रांति जन आंदोलन के संयोजक वीर आदित्य सह संयोजक-अतुल प्रताप सिंह, आलोक कुमार, अली अजगर जुर्रत, बसंत सिंह राजपूत, सागर कुमार, दिलीप साह, अभिमन्यु मेहरा सहित दर्जनों युवाओं द्वारा मांगे गए मांग को देर सबेर मान लेने की अपील करुंगा और अंत में विशेषत: सारण सहित सम्पूर्ण बिहार के युवाओं, किसानों मजदूरों मातृशक्तियों से भी अपील करुंगा कि बिहार का भविष्य आशा की क्षीण किरण के समान नज़र आ रही है
ऐसे भीषण संकट की घड़ी में आप सबों की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए क्योंकि बिहार का भविष्य आप सबों की प्रतिक्षा कर रही है भूत आप सभी का ही था, वर्तमान भी आप सभी का ही है और भविष्य भी आप सभी का होगा यदि आप सभी इस आंदोलन के समर्थन में अपनी चट्टानी एकता का परिचय और आशीर्वाद देते रहे. ये बताना मैं अति आवश्यक समझता हूँ कि छोटे बड़े अनेक उद्योग यदि बिहार की शान बनेगें तो हमारा युवा , किसान व मजदूर उस शान की जान है और बनेगा , बिहार के साथ साथ देश के विकास का आधार भी बनेगा. जिससे बिहार में सम्पूर्ण बिहार में प्रत्यक्ष रुप से 2 लाख और अप्रत्यक्ष रुप से 10 लाख बेरोजगारों को तो ऐसे ही नौकरी व रोजगार मिल जाएगा इसके लिए सम्पूर्ण बिहार में जहाँ जहाँ फैक्टरियाँ बंद पड़ी है उसे पुर्नस्थापित कराने के लिए मानव क्रांति जन आंदोलन के साथ एक कारवां की भांति जुड़ने का काम करें. सारण के मढौरा, सम्पूर्ण सारण प्रमंडल सहित पूरे बिहार के साथियों संघे शक्ति कलियुगे
बिहार में रोजी रोजगार व रोजीरोटी उत्थान के संकल्प की सिद्धि हेतु और कम से कम सारण के डेढ़ लाख और पूरे बिहार में लगभग 20 लाख बेरोजगारों के न्याय की लड़ाई को एक सशक्ता प्रदान करने के उद्देश्य से सबसे पहले सारण के मढ़ौरा से और अधिक से अधिक युवाओं और उसके बाद पूरे सारण प्रमंडल तथा उसके बाद पूरे बिहार से धीरे सम्पर्क स्थापित कर रोस्टर व एक रुटिन बनाकर मात्र पांच पांच दस दस कु संख्या सभी जगहों से मानव क्रांति जन आंदोलन के बैनर तले चल रहे धारणा स्थल की ओर कुच करना करे तभी "बंद पड़े मिलों व फैक्ट्रियों की पुनर्स्थापना मिशन" को नयी ऊर्जा मिलेगी और सरकार आपकी मांगों को मानने पर गंभीरता से विचार करेगी. बिहार के युवाओं को दिल्ली के तमाम बॉर्डरों पर चले हुए किसानों के आंदोलन से प्रेरणा लेनी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए.
राष्ट्रीय किसान मजदूर युवा नेता डा० शैलेश कुमार गिरि ने मानव क्रांति जन आंदोलन के संयोजक वीर आदित्य को सर पे पगड़ी बांध कर सम्मानित किया और इस पगड़ी की लाज रखने और सभी को एक रुपये का सिक्का देकर इस आंदोलन की एकता बनाये रखने का भी संदेश दिया.
बिहार में रोजी रोजगार व रोजीरोटी उत्थान के संकल्प की सिद्धि हेतु और कम से कम सारण के डेढ़ लाख और पूरे बिहार में लगभग 20 लाख बेरोजगारों के न्याय की लड़ाई को एक सशक्ता प्रदान करने के उद्देश्य से सबसे पहले सारण के मढ़ौरा से और अधिक से अधिक युवाओं और उसके बाद पूरे सारण प्रमंडल तथा उसके बाद पूरे बिहार से धीरे सम्पर्क स्थापित कर रोस्टर व एक रुटिन बनाकर मात्र पांच पांच दस दस कु संख्या सभी जगहों से मानव क्रांति जन आंदोलन के बैनर तले चल रहे धारणा स्थल की ओर कुच करना करे तभी "बंद पड़े मिलों व फैक्ट्रियों की पुनर्स्थापना मिशन" को नयी ऊर्जा मिलेगी और सरकार आपकी मांगों को मानने पर गंभीरता से विचार करेगी. बिहार के युवाओं को दिल्ली के तमाम बॉर्डरों पर चले हुए किसानों के आंदोलन से प्रेरणा लेनी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए.
राष्ट्रीय किसान मजदूर युवा नेता डा० शैलेश कुमार गिरि ने मानव क्रांति जन आंदोलन के संयोजक वीर आदित्य को सर पे पगड़ी बांध कर सम्मानित किया और इस पगड़ी की लाज रखने और सभी को एक रुपये का सिक्का देकर इस आंदोलन की एकता बनाये रखने का भी संदेश दिया.
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