उत्तर-पूर्वी सीमा से तस्करी कर लाया जा रहा 11.65 करोड़ रुपये का 23.23 किलोग्राम सोना जब्त, 4 गिरफ्तार
० संवाददाता द्वारा ०
नयी दिल्ली - डीआरआई ने तस्करी के विदेशी मूल के सोने का एक और बड़ा जखीरा जब्त किया, जिसका वजन लगभग 23.23 किलोग्राम और मूल्य (लगभग) 11.65 करोड़ रुपये था, जिसे म्यांमार से तस्करी करके लाया जा रहा था। विशिष्ट खुफिया जानकारीमें इस बात काइशारा किया गया कि पर्याप्त मात्रा में विदेशी मूल के सोने को तस्करी करके चम्फाई-आइजोल, मिजोरम से कोलकाता, पश्चिम बंगाल वाहन में छुपाकर ले जाने का प्रयास किया जाएगा। प्रतिबंधित पदार्थ पर रोक लगाने के लिए 28-29 सितंबर 2022 को समन्वित कार्रवाई की गई। डीआरआई के अधिकारियों ने सिलीगुड़ी-गुवाहाटी को जोड़ने वाले राजमार्ग पर निगरानी की। दो संदिग्ध वाहनों में यात्रा कर रहे चार यात्रियों की पहचान की गई और उन्हें रोका गया।
नयी दिल्ली - डीआरआई ने तस्करी के विदेशी मूल के सोने का एक और बड़ा जखीरा जब्त किया, जिसका वजन लगभग 23.23 किलोग्राम और मूल्य (लगभग) 11.65 करोड़ रुपये था, जिसे म्यांमार से तस्करी करके लाया जा रहा था। विशिष्ट खुफिया जानकारीमें इस बात काइशारा किया गया कि पर्याप्त मात्रा में विदेशी मूल के सोने को तस्करी करके चम्फाई-आइजोल, मिजोरम से कोलकाता, पश्चिम बंगाल वाहन में छुपाकर ले जाने का प्रयास किया जाएगा। प्रतिबंधित पदार्थ पर रोक लगाने के लिए 28-29 सितंबर 2022 को समन्वित कार्रवाई की गई। डीआरआई के अधिकारियों ने सिलीगुड़ी-गुवाहाटी को जोड़ने वाले राजमार्ग पर निगरानी की। दो संदिग्ध वाहनों में यात्रा कर रहे चार यात्रियों की पहचान की गई और उन्हें रोका गया।
दो दिनों की अवधि में दोनों वाहनों की गहन तलाशी के बाद, वाहन के बॉडी में 21 बेलनाकार टुकड़ों के रूप में छुपाया गया 23.23 किलोग्राम सोना बरामद किया गया। इस मामले में सोने को दोनों वाहनों में एक धातु पाइप, जो पीछे के पहियों एवं सस्पेंशन के पीछे चेसिस के दाएं एवं बाएं के छड़ को जोड़ता है, के अंदर विशेष रूप से बनाए गए गुहा में फिट करके डाला गया था। बरामद सोना मिजोरम के ज़ोखावथर सीमा के जरिए म्यांमार सेतस्करी करके भारत में लाया गया था। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) द्वारा उत्तर-पूर्व में हाल ही में सोने की बरामदगी बांग्लादेश और म्यांमार से लगे उत्तर-पूर्वी सीमाओं के जरिए सोने की तस्करी में तेजी का संकेत देती है। अतीत में जहां तस्करी के लिए खुली सीमाओं का उपयोग किया जाता रहा है, वहीं अकेले सितंबर 2022 में 121 किलोग्राम सोने की बरामदगी के 11 मामले यह बताते हैं कि छुपाने के सरल तरीकों के जरिए तस्करों द्वारा नॉर्थ ईस्ट कॉरिडोर का अभी भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
विशिष्ट खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए और पटना, दिल्ली तथा मुंबई में तीन समन्वित कार्रवाईयों में, राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने 33.40 करोड़ रुपये मूल्य का65.46 किलोग्राम विदेशी मूल का सोना जब्त किया। सोने को घरेलू कूरियर खेप के तौर पर आइजोल से मुंबई भेजा गया था। इस सोने को कपड़ा बताकर टाट की बोरियों में छुपाया गया था। सितंबर महीने के 9 अन्य मामलों में, डीआरआई ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से से देश के बाकी हिस्सों में आने वाले विभिन्न वाहकों के रूप में 27 किलोग्राम तस्करी का सोना बरामद व जब्त किया। बरामदगी की इन श्रृंखलाओं ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से से भारत में विदेशी मूल के सोने की तस्करी के नए तौर-तरीकों का पता लगाने में मदद की है।
राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) द्वारा उत्तर-पूर्व में हाल ही में सोने की बरामदगी बांग्लादेश और म्यांमार से लगे उत्तर-पूर्वी सीमाओं के जरिए सोने की तस्करी में तेजी का संकेत देती है। अतीत में जहां तस्करी के लिए खुली सीमाओं का उपयोग किया जाता रहा है, वहीं अकेले सितंबर 2022 में 121 किलोग्राम सोने की बरामदगी के 11 मामले यह बताते हैं कि छुपाने के सरल तरीकों के जरिए तस्करों द्वारा नॉर्थ ईस्ट कॉरिडोर का अभी भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
विशिष्ट खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए और पटना, दिल्ली तथा मुंबई में तीन समन्वित कार्रवाईयों में, राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने 33.40 करोड़ रुपये मूल्य का65.46 किलोग्राम विदेशी मूल का सोना जब्त किया। सोने को घरेलू कूरियर खेप के तौर पर आइजोल से मुंबई भेजा गया था। इस सोने को कपड़ा बताकर टाट की बोरियों में छुपाया गया था। सितंबर महीने के 9 अन्य मामलों में, डीआरआई ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से से देश के बाकी हिस्सों में आने वाले विभिन्न वाहकों के रूप में 27 किलोग्राम तस्करी का सोना बरामद व जब्त किया। बरामदगी की इन श्रृंखलाओं ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से से भारत में विदेशी मूल के सोने की तस्करी के नए तौर-तरीकों का पता लगाने में मदद की है।
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