छात्रों ने शहर के ट्रैफिक गाईस और प्रायेजन एनजीओ के बच्चों के साथ मनाई दिवाली

० संवाददाता द्वारा ० 
कोलकाता ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, न्यूटाउन की प्रिंसिपल  शर्मीली शाह ने कहा, "पर्व-त्योहारों का मतलब उत्सव और एक-दूसरे का साथ ही होता है। इस प्रकाश पर्व के दौरान, हम अपने ट्रैफिक गार्डों के साथ इस दिन को मनाते हुए बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं जो यातायात के निरंतर प्रबंधन में मदद कर रहे हैं और शहर को चलायमान रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमारे दिनों और जीवन को आसान बनाने के लिए हम उनके आभारी हैं और हमारे छात्र उनके साथ कुछ गुणवत्तापूर्ण समय बिताकर रोमांचित थे। उत्सव के दौरान हमारे स्कूल में प्रायजन एनजीओ के बच्चों का होना वास्तव में सौभाग्यशाली क्षण था।
ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल (ओआईएस), न्यूटाउन, कोलकाता ने शहर के ट्रैफिक गार्डों और वंचित बच्चों के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन, प्रायजन के बच्चों के साथ पूरे उल्हास और उत्साह के साथ दिवाली मनाई। छात्रों ने न्यूटाउन पुलिस स्टेशन क्षेत्र का दौरा किया और ट्रैफिक गार्डों के साथ अच्छा समय बिताया और उनकी सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। प्रायजन एनजीओ, राजारहाट के वंचित बच्चों ने भी स्कूल आकर पूरी खुशी और उत्साह के साथ समारोह में भाग लिया। ओआईएस के छात्रों द्वारा ट्रैफिक गार्डों और बच्चों को सुंदर हस्तनिर्मित दीये, मोमबत्तियां और मिठाइयां उपहार में दी गई।

हमें खुशी है कि वे गतिविधियों में भाग ले सके और दिवाली की बहुत सारी खूबसूरत यादों को संजोए वापस जा सके। दो साल तक सांकेतिक रूप से उत्सव मनाने के बाद, हमारे छात्रों को स्कूल में भी दिवाली समारोह के दौरान आयोजित सभी सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए पूरे उत्साह के साथ भाग लेते देखना वास्तव में खुशी की बात थी।" रंगोली बनाना, दीया सजावट, संगीत और नृत्य कार्यक्रम, बिना गैस वाली गतिविधियों और अन्य सहित स्कूल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों ने पूरे उत्साह और उल्हास के साथ भाग लिया। छात्रों ने देने और बांटने की खुशी का जश्न मनाते हुए आपस में उपहारों का आदान-प्रदान भी किया।

ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल भारत के अग्रणी अंतरराष्ट्रीय K12 स्कूल चेन्स में से एक है, जिसने 2002 में हैदराबाद में अपनी पहली शाखा के साथ अपनी यात्रा शुरू की थी। दो दशकों से भी कम समय में देश के 25 से अधिक प्रमुख शहरों मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, गुड़गांव, चेन्नई, कोलकाता नागपुर, नासिक, तुमकुर, औरंगाबाद में फैली इशाखाओं की संख्या बढ़कर 90 से अधिक हो गयी है। आधुनिक भौतिक आधारभूत संरचना, 1:12 शिक्षक-छात्र अनुपात का पालन करके व्यक्तिगत ध्यान की सुनिश्चितता, और ध्यानपूर्वक तैयार किया गया पाठ्यक्रम सभी ऑर्किड्स स्कूलों में एकरूपता प्रदान करते हैं।

 ऑर्किड्स अकादमिक उत्कृष्टता के साथ व्यक्तित्व विकास पर जोर देने के लिए अंतरराष्ट्रीय शिक्षण पद्धतियों आधारित सीबीएसई और आईसीएसई पाठ्यक्रम का अनुसरण करते हैं। वर्तमान में, इसमें 75000 से अधिक छात्र और 7000 से अधिक शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मचारी हैं।ऑर्किड्स का मुख्य गान है - "शेपिंग माइंड्स, टचिंग लाइव्स"

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