नववर्ष 2023 में दिल्ली वासियों को जाम से निजात
० विनोद तकियावाला ०
गांधी विहार में वजीराबाद और जगतपुर के बीच मेट्रो की परियोजना को दो आधे अंडरपास के साथ अनुमोदित किया गया था,जो अभी भी बाहरी रिंग रोड पर बुराड़ी और वजीराबाद के बीच निर्माणाधीन हैं। सर्व विदित रहे कि यह सड़क शहर की सबसे व्यस्त और चौड़ी सड़कों में से एक है।इस कारण हमेशा इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।वही गांधी विहार अंडरपास के पैदल यात्रियों वाले भाग को तैयार कर लोगों द्वारा इसका उपयोग शुरू करने के बाद काफी राहत मिली है। इस क्षेत्र में कई कोचिंग संस्थान भी हैं। निर्माणाधीन इसअंडरपास के जिस भाग से वाहन गुजरने हैं, इसे जनवरी तक तैयार किए जाने का लोक निर्माण विभाग का लक्ष्य है। वही जगतपुर अंडरपास के निर्माण पर 38 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। प्रस्तावित बजट में भले ही नहीं बढ़ा है लेकिन परियोजना दो साल देरी से पूरी हो रही है।
भैरों मार्ग से रिंग रोड पर जाने के लिए भैरों मार्ग रिंग रोड टी-प्वाइंट पर अंडरपास बनाया जा रहा है।इससे मथुरा रोड सेआकर भैरों मार्ग होते हुए सीधे रिंग रोड पर जा सकेंगे। इससे लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। अभी भैरों मार्ग से रिंग रोड पर आश्रम की ओर जाने के लिए पहले एक किलोमीटर के करीब आइटीओ की ओर जाना होता है। उसके बाद पेट्रोल पंप के पास से यू-टर्न लेकर वापस आना होता है।
ऐसे में यू-टर्न लेने वाले वाहनों की वजह से इस प्वाइंट पर भी जाम लग रहा है।इसे सितंबर तक तैयार हो जाना था,मगर रेलवे लाइन के नीचे काम में आ रही जटिलता के चलते अब यह कार्य जनवरी या फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद है।परियोजना का कार्य पूरा डेढ़ साल पीछे चल रहा है।यह अंडरपास वैसे तो सुरंग सड़क परियोजना का हिस्सा है।इसकी राशि उसी आठ सौ करोड़ में सम्मिलित है लेकिन अंडरपास की कुल राशि 80 करोड़ रुपये मानी जा रही है।इन दिनो आश्रम और उसके आस-पास के इलाके को जाममुक्त बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। जल्द ही ये पूरा स्ट्रेच जाममुक्त हो जाएगा। यहां चल रहा आश्रम फ्लाईओवर का विस्तार कार्य जनवरी से लेकर फरवरी तक पूरा हो जाएगा।इसके बनने से आश्रम चौक और डीएनडी तथा आश्रम चौक से सराय काले खां की ओर आना जाना आसान हो जाएगा।
इस परियोजना को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद फ्लाईओवर विस्तार का निर्माण कार्य जून 2020 में शुरू हुआ था।इस परियोजना की कुल लागत 128.25 करोड़ रुपये है । फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1425 मीटर है। इसे सितंबर 2022 में पूरा किया जाना था।बनकर तैयार है । इसी तरह आइएनए में पूर्वी किदवई नगर और दिल्ली हाट बाजार के बीच पैदल यात्रियों के लिए बने अंडरपास पर लोक निर्माण विभाग ने काम लगभग पूरा कर लिया है।अधिकारियों के मुताबिक इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा,जिससे नए साल में साल में लोगों को इसकी भी सुविधा मिल सकेगी। बहु परिक्षित
इस परियोजना का शुरुआती समय सीमा इस साल मई थी और पहली समय सीमा अगस्त 2021 थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना मे लाकडाउन के कारण पूरे शहर में काम ठप होने के कारण परियोजना में विलंब हुआ,मगर 50 करोड़ की लागत वाली परियोजना अब पूरी हो गई है। यहां लिफ्ट और एस्केलेटर भी लगाए जाने की योजना है। विश्वनीय सुत्रो ने बताया कि तीन अंडरपास और एक फ्लाईओवर का लाभ फरवरी तक मिलने लगेगा। इसमें किदवई नगर अंडर पास तैयार है। इसे जनवरी में खोल दिया जाएगा। अन्य परियोजनाओं को भी जनवरी में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।अब हम केन्द्रीय सरकार के द्वारा संचालित परियोजना की चर्चा करते है।
हरियाणा के सोहना से राजस्थान तक 276 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे का काम अंतिम चरण में है. आठ लेन के इस एक्सप्रेस-वे को फरवरी 2023 में शुरू कर दिया जाएगा।जिसे ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से जोड़ा गया है। दिल्ली के आश्रम अंडरपास के पास से दिल्ली- मुंबई कनेक्टर बनाया जाएगा,जिसके मार्च 2024 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद जताई गई है। दिल्ली- चंडीगढ़, दिल्ली- द्वारका, दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे व आई जी आई एयर पोर्ट को जोड़ने के लिए 75.5 किलोमीटर लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड़ का निर्माण कार्य जोरों पर है और अगस्त 2023 तक इसको पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।अर्बन एक्सटेंशन रोड़ बनने से वाहन दिल्ली में प्रवेश किए बिना ही बाहर निकल सकेंगे।
अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से गीता कालोनी और यूपी बार्डर के रास्ते लोनी और बागपत होते हुए दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 210 किलोमीटर होगी।6लेन का यह एक्सप्रेसवे सीधे आई टी ओ, सिग्नेचर ब्रिज,आई एस वी टी कश्मीरी गेट और दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा और इसका निर्माण कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा होने की सम्भावना है। एक फ्लाईओवर जो डीएनडी,आश्रम एम्स की ओर आने-जाने वाले वाहनों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए निर्माण किया जा रहा हैIइस फ्लाईओवर का 70% र्निमार्ण काम पूरा हो चुका है और फरवरी के आखिर में इसे वाहनों के लिए खोलने की उम्मीदयें है।वही सराय काले खां अंडरपास रिंग रोड़ के रास्ते आई टी ओ से आश्रम की तरफ जाने वालों को सराय काले खां रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के सामने लगने वाले जाम से यह अंडरपास मुक्ति मिलेगी।
नयी दिल्ली - काल का चक्र महाकाल के ईशारे पर निरंतर-निर्विधन घुम रहा है।तभी तो किसी दार्शनिक ने कहा है कि परिवर्तन प्रकृत्ति का अपरिहार्य व शास्वत नियम है।इससे हम सभी भली भांति परिचित है।जिसका आरम्भ हुआ है,उसका अंत निशचित है।जिसका आगमन हुआ उसका जाना निशचित है।कुछ ऐसा ही सन 2022 का अंत हो रहा है,वही नव वर्ष 2023 का आगमन का आगाज हो गया है।जाने वाले सन 2022 को अलविदा,नव वर्ष सन 2023 का स्वागत करने हम सभी अपनी तैयारियों में लग गए है।सभी अपने चिर परिचित,बन्धु-वान्धवों-मित्र परिजन को नव की शुभ कामनाएं व उपहार भेट करनें में व्यस्त है तो कुछ नये साल की संकल्प ' कार्य योजना को लेकर व्यस्त है।इसी क्रम में केन्द्र सरकार/दिल्ली सरकार दिल्ली वासियों को जाम से राहत दिलाने के लिए कई राष्ट्रीय राजधानी से नव निर्मानाघीन परियोजना को तैयार करने दिन रात मेहनत कर रही है।
इन परियोजना में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तीन अंडर पास एक फ्लाई ओवर अनवरत कार्य कर रही है।इसका का लाभ फरवरी तक मिलने लगेगा। इसमें किदवई नगर अंडर पास तैयार है। आप को बता दे कि नया साल दिल्ली वासियो को जाम से निजात मिलेगी।इसके लिए दिल्ली सरकार की चार बड़ी परियोजनाएं अगले दो माह में पूरी होने जा रही हैं।इसमें एक अंडरपास का उद्घाटन जनवरी के पहले सप्ताह में ही हो सकता है।तीन अन्य परियोजनाएं भी फरवरी के आखिर तक जनता को समर्पित कर दी जाएंगी।इससे रिंग रोड पर दक्षिणी दिल्ली से लेकर उत्तरी दिल्ली तक के लोगों को यातायात जाम से राहत मिलेगी शाथ ही शाथ महिला सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना भी शामिल है।पहली तिमाही में एक लाख 40 हजार और सीसीटीवी कैमरे और लगा दिए जाएंगे।
गांधी विहार में वजीराबाद और जगतपुर के बीच मेट्रो की परियोजना को दो आधे अंडरपास के साथ अनुमोदित किया गया था,जो अभी भी बाहरी रिंग रोड पर बुराड़ी और वजीराबाद के बीच निर्माणाधीन हैं। सर्व विदित रहे कि यह सड़क शहर की सबसे व्यस्त और चौड़ी सड़कों में से एक है।इस कारण हमेशा इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।वही गांधी विहार अंडरपास के पैदल यात्रियों वाले भाग को तैयार कर लोगों द्वारा इसका उपयोग शुरू करने के बाद काफी राहत मिली है। इस क्षेत्र में कई कोचिंग संस्थान भी हैं। निर्माणाधीन इसअंडरपास के जिस भाग से वाहन गुजरने हैं, इसे जनवरी तक तैयार किए जाने का लोक निर्माण विभाग का लक्ष्य है। वही जगतपुर अंडरपास के निर्माण पर 38 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। प्रस्तावित बजट में भले ही नहीं बढ़ा है लेकिन परियोजना दो साल देरी से पूरी हो रही है।
भैरों मार्ग से रिंग रोड पर जाने के लिए भैरों मार्ग रिंग रोड टी-प्वाइंट पर अंडरपास बनाया जा रहा है।इससे मथुरा रोड सेआकर भैरों मार्ग होते हुए सीधे रिंग रोड पर जा सकेंगे। इससे लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। अभी भैरों मार्ग से रिंग रोड पर आश्रम की ओर जाने के लिए पहले एक किलोमीटर के करीब आइटीओ की ओर जाना होता है। उसके बाद पेट्रोल पंप के पास से यू-टर्न लेकर वापस आना होता है।
ऐसे में यू-टर्न लेने वाले वाहनों की वजह से इस प्वाइंट पर भी जाम लग रहा है।इसे सितंबर तक तैयार हो जाना था,मगर रेलवे लाइन के नीचे काम में आ रही जटिलता के चलते अब यह कार्य जनवरी या फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद है।परियोजना का कार्य पूरा डेढ़ साल पीछे चल रहा है।यह अंडरपास वैसे तो सुरंग सड़क परियोजना का हिस्सा है।इसकी राशि उसी आठ सौ करोड़ में सम्मिलित है लेकिन अंडरपास की कुल राशि 80 करोड़ रुपये मानी जा रही है।इन दिनो आश्रम और उसके आस-पास के इलाके को जाममुक्त बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। जल्द ही ये पूरा स्ट्रेच जाममुक्त हो जाएगा। यहां चल रहा आश्रम फ्लाईओवर का विस्तार कार्य जनवरी से लेकर फरवरी तक पूरा हो जाएगा।इसके बनने से आश्रम चौक और डीएनडी तथा आश्रम चौक से सराय काले खां की ओर आना जाना आसान हो जाएगा।
इस परियोजना को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद फ्लाईओवर विस्तार का निर्माण कार्य जून 2020 में शुरू हुआ था।इस परियोजना की कुल लागत 128.25 करोड़ रुपये है । फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1425 मीटर है। इसे सितंबर 2022 में पूरा किया जाना था।बनकर तैयार है । इसी तरह आइएनए में पूर्वी किदवई नगर और दिल्ली हाट बाजार के बीच पैदल यात्रियों के लिए बने अंडरपास पर लोक निर्माण विभाग ने काम लगभग पूरा कर लिया है।अधिकारियों के मुताबिक इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा,जिससे नए साल में साल में लोगों को इसकी भी सुविधा मिल सकेगी। बहु परिक्षित
इस परियोजना का शुरुआती समय सीमा इस साल मई थी और पहली समय सीमा अगस्त 2021 थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना मे लाकडाउन के कारण पूरे शहर में काम ठप होने के कारण परियोजना में विलंब हुआ,मगर 50 करोड़ की लागत वाली परियोजना अब पूरी हो गई है। यहां लिफ्ट और एस्केलेटर भी लगाए जाने की योजना है। विश्वनीय सुत्रो ने बताया कि तीन अंडरपास और एक फ्लाईओवर का लाभ फरवरी तक मिलने लगेगा। इसमें किदवई नगर अंडर पास तैयार है। इसे जनवरी में खोल दिया जाएगा। अन्य परियोजनाओं को भी जनवरी में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।अब हम केन्द्रीय सरकार के द्वारा संचालित परियोजना की चर्चा करते है।
हरियाणा के सोहना से राजस्थान तक 276 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे का काम अंतिम चरण में है. आठ लेन के इस एक्सप्रेस-वे को फरवरी 2023 में शुरू कर दिया जाएगा।जिसे ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से जोड़ा गया है। दिल्ली के आश्रम अंडरपास के पास से दिल्ली- मुंबई कनेक्टर बनाया जाएगा,जिसके मार्च 2024 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद जताई गई है। दिल्ली- चंडीगढ़, दिल्ली- द्वारका, दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे व आई जी आई एयर पोर्ट को जोड़ने के लिए 75.5 किलोमीटर लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड़ का निर्माण कार्य जोरों पर है और अगस्त 2023 तक इसको पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।अर्बन एक्सटेंशन रोड़ बनने से वाहन दिल्ली में प्रवेश किए बिना ही बाहर निकल सकेंगे।
अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से गीता कालोनी और यूपी बार्डर के रास्ते लोनी और बागपत होते हुए दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 210 किलोमीटर होगी।6लेन का यह एक्सप्रेसवे सीधे आई टी ओ, सिग्नेचर ब्रिज,आई एस वी टी कश्मीरी गेट और दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा और इसका निर्माण कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा होने की सम्भावना है। एक फ्लाईओवर जो डीएनडी,आश्रम एम्स की ओर आने-जाने वाले वाहनों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए निर्माण किया जा रहा हैIइस फ्लाईओवर का 70% र्निमार्ण काम पूरा हो चुका है और फरवरी के आखिर में इसे वाहनों के लिए खोलने की उम्मीदयें है।वही सराय काले खां अंडरपास रिंग रोड़ के रास्ते आई टी ओ से आश्रम की तरफ जाने वालों को सराय काले खां रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के सामने लगने वाले जाम से यह अंडरपास मुक्ति मिलेगी।
इस अंडरपास को वाहन चालकों के अक्तुबर 2023 मे लिए खोल दिया जाएगा।वही अप्सरा बार्डर से आनंद विहार रेलवे ओवरब्रिज तक 6 लेन के इस फ्लाईओवर पर 275 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च होगी।1.44किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर को सिंगल पिलर पर निमार्ण पी डब्लु डी कर रहा है।इसका निर्माण कार्य 2023 के आखिर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।दिल्ली सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा जनहित में कार्य की निश्चित रूप से सहारणीय है।हम तो खुश है कि दिल्ली वासियो के शाथ जनता जर्नादन को महाकाय जाम से निजात मिल जाएगी।राज्य सरकार / केन्द्र सरकार की निर्माणाधीन परियोजना अतिशीघ्र पूर्ण हो यही हमारी कामना है।
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