8 राज्य, 1 कार्निवाल : 23 से 26 दिसंबर तक दिल्ली में होगा नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : इस क्रिसमस पर नॉर्थ ईस्ट इंडिया की जिंदादिली, उत्साह और उमंग से भरी संस्कृति से रूबरू होने के लिए तैयार हो जाइए। राजधानी के सबसे बड़े और बहुप्रतीक्षित समारोह-नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल वापसी के लिए तैयार है। यहां पर उत्तर पूर्वी राज्यों के तरह-तरह के फूड आइटम्स, शिल्पकला और क्षेत्र की संस्कृति को एक छत के नीचे महसूस करेंगे। यह नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम  पर 23 से 26 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।

नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के दसवें संस्करण का उद्घाटन केंद्र सरकार में संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों के विकास मंत्री (डीओएनईआर) जी. किशन रेड्डी करेंगे। इस फेस्टिवल में वाणिज्य और उद्योग मंत्री उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय बंदरगाह, शिपिंग, जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री किरण रिजिजू के साथ इस क्षेत्र के मुख्यमंत्रियों के भी मौजूद रहने की संभावना है। कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित हस्तियां अपनी मौजूदगी से कार्यक्रम में चार चांद लगाएगी।

2013 में शुरुआत के बाद इस लार्जर देन लाइफ फेस्टिवल ने उत्तर पूर्व राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उल्लेखनीय रूप से योगदान किय़ा है। इस महोत्सव के पहले सात संस्करण क्रमश: 2013 से 2019 तक दिल्ली के जनपथ स्थित आईजीएनसीए में आयोजित किए गए। महोत्सव के सातों संस्करण में काफी भीड़ उमड़ी। इस कार्यक्रम के पिछले दो संस्करण कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण गुवाहाटी में हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया था।

नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानू महंत ने कहा, “दो साल के लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग और तरह-तरह के कोरोना के प्रोटोकॉल का समय बीतने के बाद हम अपनी मनपसंद जगह दिल्ली में वापस लौट कर काफी खुश हैं। इस शहर ने हमेशा हम पर प्यार बरसाया है। जैसा कि नाम से पता चलता है, नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल-कनेक्टिंग पीपल सेलिब्रेटिंग लाइफ एक महोत्सव है, जो नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में फैली सुंदरता, विविधता और अखंडता का जश्न मनाता है। इस फेस्टिवल की सबसे बड़ी विशेषता इसके मनाने का तरीका है। इसमें हम सामाजिक सामंजस्य, सांस्कृतिक विरासत और आर्थिक कल्याण के तत्वों को एकीकृत करते हैं, 

जो सभी लोगों को एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है। हम इस क्षेत्र की भव्य और विविध विरासत को पहचानने और उनका सम्मान करने के लिए लोगों को संवेदननशील बनाने में सक्षम हुए हैं। अब लोग हमारी संस्कृति और पंपराओं से वाकिफ हो चुके हैं। इससे भेदभाव, नस्ली भेदभाव और जीनोफोबिया (एक प्रमुख मुद्दा, जिसे उत्तरपूर्वी राज्यों के लोगों को अक्सर झेलना पड़ता है) को कम करने में मदद मिली है। इस साल हमने इस फेस्टिवल के आयोजन के लिए बड़े स्थल का चयन किया है। हमें इस फेस्टिवल में पिछले साल से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है।“

2022 के नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में आने वाले मेहमानों के मनोरंजन के लिए रंगबिरंगे डांस ड्रामा, म्यूजिक परफॉर्मेंस, मास्क प्रजेंटेशन, फैशन शो, ओपन माइक सेशन जैसे कई कार्यक्रम होंगे। देश भर से आए अलग-अलग रॉक बैंड्स के बीच नॉर्थ ईस्ट रॉक बैटल का आयोजन होगा। 50 फूड स्टॉलों में न केवल नॉर्थ ईस्ट, बल्कि दिल्ली-एनसीआर के दिलकश और लजीज व्यंजनों को परोसा जाएगा, जिससे लोगों के बीच विविध संस्कृतियों को लेकर जागरूकता बढ़ सके और उनके बीच विरासत का आदान-प्रदान संभव हो सके। नए-नए फूड आइटम को चखने के लिए हमेशा उत्साहित रहने वाले लोगों को जादोह, सानपियाऊ, इरोंबा, मार्सोटेंगा और स्मोक्ड पोर्क को जरूर आजमाना चाहिए।

इस संगीतमय कार्यक्रम में अलग-अलग विधाओं में माहिर बेमिसाल आर्टिस्ट अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इसमें फोक से लेकर रॉक ओर पॉप से लेकर जैज तक शामिल है। नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में तरह–तरह के ब्रैंड्स लोगों का मनोरंजन करेंगे, जिसमें क्लंजन (असम), इनोसेंट आइज (असम), ट्रैफिक जाम (मणिपुर), फ्लाइंग क्यूपिड (असम) विपुळ छेत्री एंड द ट्रैवलिंग ब्रैंड (सिक्किम दार्जिलिंग) ट्रांस इफेक्ट (नगालैंड), ताबाचाके (अरुणाचल प्रदेश) और मेघालय का लिंडोह बैंड शामिल है। कार्यक्रम में आग लेने वाले अन्य लोकप्रिय कलाकारों और बैंड में असम का बैंड पोस्टर बॉय, जुबीन गर्ग, अचुरजा बरपात्रा और वेन चाय मेट टोस्ट शामिल हैं। इस फेस्टिवल की नाइट्स में नॉर्थ ईस्ट के स्टार डीजे बैंड की शानदार और धमाकेदार परफॉर्मेंस होगी। इस फेस्टिवल का एक और महत्वपूर्ण आकर्षण नॉर्थ ईस्ट और दिल्ली के लोगों के लिए बैटल ऑफ बैंड्स-रॉक म्यूजिक कंपीटिशन होगा।

फैशन शोज में क्षेत्र के 16 डिजाइनर शामिल होंगे, जिसमें राज्य के सेलिब्रिटीज इन डिजाइनर्स के बनाए गए तरह-तरह के डिजाइन के कपड़े पहनकर फैशन शो में शिरकत करेगे। नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में लगने वाली प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य “मेड इन नॉर्थ ईस्ट प्रॉडक्ट्स” का पब्लिक के सामने प्रदर्शन करना है, जिसमें उत्तरपूर्वी भारत के 100 उद्यमी अपने कृषि और बागवानी से संबंधित प्रॉडक्ट्स, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और कई अन्य आइटम पेश करेंगे। फेस्टिवल में 140 स्टॉल लगाए जाएंगे। इसमें एक बाजार की तरह मार्केट प्लेस बनाया जाएगा, जहां प्रदर्शनी में आने वाले मेहमान क्षेत्र के असली और ओरिजिनल आइटम को खरीद सकेंगे। इसके अलावा पर्यटन स्टॉल को भी लगाया जाएगा, जिससे क्षेत्र के लोकप्रिय और अनजान पर्यटक स्थलों को प्रमोट किया जाएगा।

उत्तर पूर्वी क्षेत्रों की प्रभावशाली हस्तियों की मौजूदगी में एक बुकलेट “नो योर नॉर्थ ईस्ट” के टाइटल से भी लॉन्च की गई, जिसे बाद में स्कूल और यूनिवर्सिटीज में भी वितरित किया जाएगा। यह क्षेत्र की समृद्ध विरासत को पहचानने और खोजने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगी। संस्कृति, अच्छा और पौष्टिक भोजन पकाने की कला, उद्यमिता, वेशभूषा के अलावा इस फेस्टिवल में क्षेत्रीय कला के विविध रूपों और क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषाओं का भी जश्न मनाया जाएगा, जिससे इस फेस्टिवल की विविधता और लोगों के उमंग, उत्साह और जिंदादिली में बढ़ोतरी होगी।

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