मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देगा अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का गोवा सेंटर : मोदी
० योगेश भट्ट ०
गोवा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की परनेम तालुका के धारगल गांव में स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सैटेलाइट सेंटर का शुभारंभ विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र में किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान कि गोवा शाखा मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। भारत ‘सर्वे भवन्तु सुखिना: सर्वे सन्तु निरामया:’ यानी हर तरफ सुख और शांति और रोग मुक्ति कि धारणा में विश्वास करने वाला देश है। आयुष सबके लिए अपार संभावनाओं का क्षेत्र है और यहां सबके लिए अवसर हैं। गोवा जो कि एक इंटरनेशनल टूरिज्म हब है, भारत का मेडिकल टूरिज्म हब बनने कि अपार संभावनाएं रखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली का विश्व भर में संचार करने के लिए आयुर्वेद एक सशक्त रिसर्च की मदद से आयुष के असरदार परिणामों को प्रमाणित करने कि ज़रुरत पर बल देते हुए कहा कि यह रिसर्च भारत की प्राचीन पारम्परिक चिकत्सा प्रणाली को पूरे विश्व में एक मिसाल बनाने का काम करेंगे केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंदा सोनोवाल ने इस अवसर पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने कोरोना काल में 100 प्रतिशत रिकवरी रेट देकर एक इतिहास रच दिया है। संस्थान ने कई देशों के साथ वैश्विक स्तर के समझौते भी किये हैं, जिससे आयुर्वेद का प्रचार और प्रसार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगा। आने वाले समय में भारत पारम्परिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा। गोवा में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के लोकार्पण के बाद यहां पर कई टूरिस्ट समग्र स्वस्थ सेवाओं का लाभ लेने के लिए आएंगे।
गोवा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की परनेम तालुका के धारगल गांव में स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सैटेलाइट सेंटर का शुभारंभ विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र में किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान कि गोवा शाखा मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। भारत ‘सर्वे भवन्तु सुखिना: सर्वे सन्तु निरामया:’ यानी हर तरफ सुख और शांति और रोग मुक्ति कि धारणा में विश्वास करने वाला देश है। आयुष सबके लिए अपार संभावनाओं का क्षेत्र है और यहां सबके लिए अवसर हैं। गोवा जो कि एक इंटरनेशनल टूरिज्म हब है, भारत का मेडिकल टूरिज्म हब बनने कि अपार संभावनाएं रखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली का विश्व भर में संचार करने के लिए आयुर्वेद एक सशक्त रिसर्च की मदद से आयुष के असरदार परिणामों को प्रमाणित करने कि ज़रुरत पर बल देते हुए कहा कि यह रिसर्च भारत की प्राचीन पारम्परिक चिकत्सा प्रणाली को पूरे विश्व में एक मिसाल बनाने का काम करेंगे केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंदा सोनोवाल ने इस अवसर पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने कोरोना काल में 100 प्रतिशत रिकवरी रेट देकर एक इतिहास रच दिया है। संस्थान ने कई देशों के साथ वैश्विक स्तर के समझौते भी किये हैं, जिससे आयुर्वेद का प्रचार और प्रसार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगा। आने वाले समय में भारत पारम्परिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा। गोवा में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के लोकार्पण के बाद यहां पर कई टूरिस्ट समग्र स्वस्थ सेवाओं का लाभ लेने के लिए आएंगे।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक (डॉ.) प्रो. तनुजा मनोज नेसरी ने शुभारंभ समारोह में अपने उद्बोधन में विश्वास व्यक्त किया कि गोवा का सैटेलाइट सेंटर राज्य में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की तरफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा यह विश्वास दिलाना चाहेंगे की आयुर्वेद नई पीढ़ी के सुरक्षित हाथों में है और न सिर्फ प्रैक्टिस-बेस्ड एविडेंस पर आधारित है, बल्कि एविडेंस बेस्ड प्रैक्टिस पर भी सतत कार्य कर रहा है। प्रोफेसर नेसरी ने आयुर्वेद को कॉमिक बुक्स के माध्यम से आयुर्वेद को बढ़ावा देने की पहल की भी तारीफ की। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्रीपद यशो नायक, राज्य मंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी शामिल हुए।
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