शेयर बाजार में स्टॉक का सोच समझकर ही निवेश करें: मुंदड़ा
० योगेश भट्ट ०
धमतरी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व डिप्टी गर्वनर, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमेन, युनियन बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व एक्यूजिटिव डायरेक्टर तथा वर्तमान में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (बी.एस.ई.) के चेयरमेन एस.एस. मुंदड़ा अल्प आवास पर धमतरी पहुंचे। इस दौरान उनसे विभिन्न बिंदुओं पर खास बातचीत की और लोगों के मन में जो स्टॉक एक्सचेंज के साथ शेयर बाजार में निवेश के बारे में जो भ्रांतियां होती है उसे दूर करने का प्रयास किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन एसएस मुंदड़ा का धमतरी से गहरा रिश्ता है। करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जगहों में अपनी सेवाएं दी है। धीरे-धीरे वे आरबीआई के डिप्टी गवर्नर तक पहुंचे और वर्तमान में बीएसई के चेयरमैन हैं। धमतरी प्रवास के दौरान प्रखर समाचार के प्रधान संपादक दीपक लखोटिया ने उनसे सौजन्य भेंट की।उन्होंने शेयर बाजार में नुकसान और नफा के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि जब भी कोई व्यक्ति शेयर खरीदता है तो उसको उसकी वैल्यू पता होनी चाहिए। किसी भी टिप्स के भरोसे नहीं रहना चाहिए और जब कोई व्यक्ति स्टॉक मार्केट में आता है तो यह ना सोच कर आए कि वह रातों-रात अमीर बन जाएगा। यह एक अतिरिक्त आय का साधन है ना कि अमीर बनने का। जो व्यक्ति रातो रात अमीर बनने का ख्वाब देखता है वह चंद मिनटों में आउट भी हो जाता है।उन्होंने बताया कि न सिर्फ स्टॉक मार्केट बल्कि विभिन्न व्यवसाय में 100 में 5 सफल होते हैं और 95 असफल होते हैं और 5 को ही लोग जानते हैं। स्टॉक एक कला है,स्टडी फंडामेंटल सभी को समझना चाहिए। ज्यादातर इंट्राडे में न करके भविष्य के लिए ही निवेश करना चाहिए।
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि ट्रेडिंग के अलावा म्यूचुअल फंड में एसआईपी एक अच्छा निवेश का माध्यम हो सकता है। स्टॉक मार्केट एक इंस्टिट्यूशन के रूप में है जहां पर बहुत कुछ सीखने को मिलता है।किसी भी संस्था के द्वारा एसआईपी शुरू कर एक अच्छा रिटर्न लिया जा सकता है। स्टॉक में निवेश के लिए स्टडी बहुत जरूरी है। कुछ इनोवेशन भी देखने को मिलते हैं। आईपीओ के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हर कंपनी का एक अपना फंडामेंटल होता है। आईपीओ के माध्यम से वह फंड जुटाना चाहते हैं। यह कोई जरूरी नहीं कि हर कंपनी प्रॉफिट दे लिस्टिंग के बाद कभी-कभी रेट गिर जाता है लेकिन वह धीरे-धीरे ऊपर भी आ जाता है,
धमतरी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व डिप्टी गर्वनर, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमेन, युनियन बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व एक्यूजिटिव डायरेक्टर तथा वर्तमान में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (बी.एस.ई.) के चेयरमेन एस.एस. मुंदड़ा अल्प आवास पर धमतरी पहुंचे। इस दौरान उनसे विभिन्न बिंदुओं पर खास बातचीत की और लोगों के मन में जो स्टॉक एक्सचेंज के साथ शेयर बाजार में निवेश के बारे में जो भ्रांतियां होती है उसे दूर करने का प्रयास किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन एसएस मुंदड़ा का धमतरी से गहरा रिश्ता है। करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जगहों में अपनी सेवाएं दी है। धीरे-धीरे वे आरबीआई के डिप्टी गवर्नर तक पहुंचे और वर्तमान में बीएसई के चेयरमैन हैं। धमतरी प्रवास के दौरान प्रखर समाचार के प्रधान संपादक दीपक लखोटिया ने उनसे सौजन्य भेंट की।उन्होंने शेयर बाजार में नुकसान और नफा के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि जब भी कोई व्यक्ति शेयर खरीदता है तो उसको उसकी वैल्यू पता होनी चाहिए। किसी भी टिप्स के भरोसे नहीं रहना चाहिए और जब कोई व्यक्ति स्टॉक मार्केट में आता है तो यह ना सोच कर आए कि वह रातों-रात अमीर बन जाएगा। यह एक अतिरिक्त आय का साधन है ना कि अमीर बनने का। जो व्यक्ति रातो रात अमीर बनने का ख्वाब देखता है वह चंद मिनटों में आउट भी हो जाता है।उन्होंने बताया कि न सिर्फ स्टॉक मार्केट बल्कि विभिन्न व्यवसाय में 100 में 5 सफल होते हैं और 95 असफल होते हैं और 5 को ही लोग जानते हैं। स्टॉक एक कला है,स्टडी फंडामेंटल सभी को समझना चाहिए। ज्यादातर इंट्राडे में न करके भविष्य के लिए ही निवेश करना चाहिए।
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि ट्रेडिंग के अलावा म्यूचुअल फंड में एसआईपी एक अच्छा निवेश का माध्यम हो सकता है। स्टॉक मार्केट एक इंस्टिट्यूशन के रूप में है जहां पर बहुत कुछ सीखने को मिलता है।किसी भी संस्था के द्वारा एसआईपी शुरू कर एक अच्छा रिटर्न लिया जा सकता है। स्टॉक में निवेश के लिए स्टडी बहुत जरूरी है। कुछ इनोवेशन भी देखने को मिलते हैं। आईपीओ के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हर कंपनी का एक अपना फंडामेंटल होता है। आईपीओ के माध्यम से वह फंड जुटाना चाहते हैं। यह कोई जरूरी नहीं कि हर कंपनी प्रॉफिट दे लिस्टिंग के बाद कभी-कभी रेट गिर जाता है लेकिन वह धीरे-धीरे ऊपर भी आ जाता है,
तो आईपीओ में भी यदि आप पैसा लगाते हैं तो वहां पर सोच समझकर सावधानीपूर्वक ही लगाएं। ग्रे मार्केट के संबंध में उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। ट्रेडिंग के दौरान अपर सर्किट और लोअर सर्किट के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान भी सावधानी बहुत जरूरी होती है।उन्होंने एक फंडा बताया कि बुक द प्रॉफिट एंड कट द लॉस। हमेशा यदि आपको प्रॉफिट मिल रहा हो तो तुरंत बुक कर लेना चाहिए और लास जितना कम से कम हो उसे कट ऑफ कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कभी भी उधार लेकर या लोन लेकर शेयर बाजार में ना आए जितनी क्षमता है उतना ही शेयर की खरीदारी बिक्री करें।
वारेन बुफेट और राकेश झुनझुनवाला के संबंध में भी चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि बड़े ट्रेडर अक्सर कहते हैं कि जिस समय लोग बाजार से हटते हैं उसी समय एंट्री करनी चाहिए लेकिन बड़े ट्रेडर जिस समय बिकवाली करते हैं वह पता नहीं चलता तो हमेशा अपनी समझदारी से काम ले। शेयर बाजार के संबंध में विभिन्न कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले टिप्स पर उन्होंने कहा कि सेबी ने इस पर एक्शन लिया है और कई कंपनियों को बंद करने की भी कोशिश की गई है। जब भी निवेश करें अपनी समझदारी से और अपने विवेक से ही करें। व्हाट्सएप ज्ञान पर ज्यादा ध्यान ना दें। कमोडिटी मार्केट के संबंध में उन्होंने कहा कि यहां भी सावधानी जरूरी है
वारेन बुफेट और राकेश झुनझुनवाला के संबंध में भी चर्चा करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि बड़े ट्रेडर अक्सर कहते हैं कि जिस समय लोग बाजार से हटते हैं उसी समय एंट्री करनी चाहिए लेकिन बड़े ट्रेडर जिस समय बिकवाली करते हैं वह पता नहीं चलता तो हमेशा अपनी समझदारी से काम ले। शेयर बाजार के संबंध में विभिन्न कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले टिप्स पर उन्होंने कहा कि सेबी ने इस पर एक्शन लिया है और कई कंपनियों को बंद करने की भी कोशिश की गई है। जब भी निवेश करें अपनी समझदारी से और अपने विवेक से ही करें। व्हाट्सएप ज्ञान पर ज्यादा ध्यान ना दें। कमोडिटी मार्केट के संबंध में उन्होंने कहा कि यहां भी सावधानी जरूरी है
यह मूलतः हेजिंग के लिए अच्छा होता है। यहां भी आपको ट्रेंडिंग करते समय विशेष सावधानी बरतनी होगी क्योंकि अज्ञानता की वजह से यहां पर बहुत ज्यादा लास हो जाता है। युवाओं के बारे में शेयर बाजार से हटकर उन्होंने कहा कि जॉब भी कर रहे हैं तो एक स्थाई लंबे समय वाला जॉब देखें। बिजनेस करते समय यह ध्यान रखें कि अनावश्यक डायवर्सिफाइड ना करें, चलते बिजनेस से पैसा ना निकालें, उधार ऐसा करें जिसे चुका सकें बहुत ज्यादा लोन किया कर अपने सर पर ना रखें।
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