केंद्र सरकार की “एक जिला एक उत्पाद” पहल पर जयपुर में कार्यक्रम

० आशा पटेल ० 
जयपुर । उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा "आत्म निर्भर भारत" के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए "वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट" ( एक जिला एक उत्पाद ) विषय पर जागरूकता फैलाने और देश व विदेश के उपभोक्ताओं को राजस्थान में बने उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सोमवार को भारतीय मानक ब्यूरो के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पत्र सूचना कार्यालय की निदेशक श्रीमती ऋतु शुक्ला ने बताया की र्विश्व स्तर पर भारत के उत्पादों की सफलता की कहानियों को आगे लाने के लिए देश के 35 शहरों में वाणिज्य मंत्रालय और पत्र सूचना कार्यालय द्वारा इस तरह के 'ओडीओपी मीडिया इवेंट' आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में कारीगरों और उत्पादकों ने अपने उत्पाद, सरकार ही ओर से उपलब्ध कराई जा रही सहायता व मार्गदर्शन के बारे में भी अपने विचार साझा किए। 
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य “एक जिला एक उत्पाद” के तहत कार्यक्रमों के बारे में जनता और कारीगरों के बीच जागरूकता फैलाने और देश भर में उपभोक्ताओं को भारतीय उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना है। वाणिज्य मंत्रालय की प्रतिनिधि दिपांगना ने बताया कि देश के 765 जिलों से कुल करीब 1072 उत्पादों का चुनाव राज्यों ने इस पहल के तहत किया है, जिसमें राजस्थान प्रदेश के 33 जिलों से करीब 41 उत्पाद शामिल हैं, जैसे कि जोधपुर से फ़र्निचर हस्तकला, भरतपुर से शहद और खाद्य तेल, उदयपुर से ग्रेनाइट पत्थर, राजसमंद से हाथीदांत नक्काशी और टेराकोटा।  उन्होंने आगे बताया कि पूरे देश के हर एक जिले से वहां के अद्वितीय उत्पाद को चुना गया है और वहां के विक्रेताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि वह अपना उत्पाद वैश्विक पटल पर लाकर लाभान्वित हो सके।साथ ही सरकार की कोशिश है कि सभी ओडीओपी उत्पाद जेम पर अवश्य उपलब्ध हो जिससे छोटे से छोटा व्यापारी भी लाभान्वित हो सके।

भारतीय मानक ब्यूरो की निदेशक कनिका कालिया ने बताया कि ओडीओपी स्कीम के अंतर्गत आने वाले मुख्यतः सभी अभियांत्रिकी सम्बंधित उत्पादों पर भारतीय मानक ब्यूरो का प्रमाणिकरण भी लिया जा सकता है जिससे उत्पाद की गुणवत्ता भी प्रमाणित हो जाती है इस हेतु भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा ना केवल लाइसेन्स लेने की प्रक्रिया को सरल बना दिया गया है वरन क्लस्टर लैब को भी बढ़ावा दिया रहा है, साथ ही महिला उद्यमी, स्टार्टप, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को फ़ीस में अनुदान भी दिए जा रहे है ।
इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक एस एस शाह, संयुक्त उद्योग आयुक्त पी आर शर्मा और निदेशक एमएसएमई वी के शर्मा सहित जयपुर की नीरजा पॉटरी की लीला व अन्य प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

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