डॉ. बड़थ्वाल के कृति व् व्यक्तित्व को वह सम्मान नहीं मिला जिनके वह हकदार थे

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल के जयंती पर्व पर बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन “गीतांजली सभागार“ दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी, चाँदनी चौक में किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों प्रो. ओमप्रकाश सिंह ( अध्यक्ष, भारतीय भाषा केंद्र,जे एन यू दिल्ली), डॉ. देवेन्द्र कुमार सिंह ( वरिष्ठ साहित्यकार,वाराणसी)  प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी ( अध्यक्ष हिंदी विभाग, चौ चरण सिंह विवि मेरठ), डॉ. हरी सिंह पाल ( महामंत्री, नागरी लिपि परिषद), रमेश चन्द्र घिल्डियाल (वरिष्ठ हिंदी/गढ़वाली साहित्यकार) का सम्मान पुष्प, शाल व् मोमेंटो बड़थ्वाल कुटुंब के गणमान्य व्यक्तित्वों द्वारा किया गया. कार्यक्रम के संयोजक व् बड़थ्वाल कुटुंब की सोच रखने वाले प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा इस आयोजन की प्रस्तावना रखते हुए डॉ. बड़थ्वाल का संक्षिप्त परिचय दिया. 

अध्यक्ष राजकुमार बड़थ्वाल का परिचय देकर उनका सन्देश पढकर .सुनाया साथ ही पद्म श्री से सम्मानित डॉ माधुरी बड़थ्वाल  एवं बड़थ्वाल कुटुंब महान ज्योतिषाचार्य पं मुकुंद राम बड़थ्वाल दैवेज्ञ का परिचय लोगो से करवाया और उनके अप्रकाशित ग्रंथ के सरंक्षण हेतु आगे आने के लिए आवाहन किया. कार्यक्रम का संचालन सुहरी पम्मी बड़थ्वाल ने किया. विशेष सहायता  राजेन्द्र बड़थ्वाल, नरेंद्र बड़थ्वाल व्  कमलेश बड़थ्वाल जी की रही.

उपस्थित अतिथियों के व्यक्तव्यों से डॉ बड़थ्वाल के कई पहलुओं से अवगत कराया और साहित्य में हो रहे उन बिन्दुओं की और इशारा भी किया जिसके कारण से डॉ. बड़थ्वाल के कृतित्व्वो व् व्यक्तित्व को वह सम्मान नहीं मिला जिनके बड़थ्वाल हकदार थे. प्रो ओपी सिंह , डॉ देवेन्द्र सिंह , प्रो. लोहनी ने कहा कि उनकी ग्र्न्थवाली व् कुछ अन्य कार्यों को पुन: प्रकाशित किया जाना चाहिए. इसका समर्थन डॉ हरिसिह पाल जी व् रमेश घिल्डियाल ने भी किया और पूरा सहयोग का आश्वाशन दिया. दैवेज्ञ के अप्रकाशित ग्रंथो हेतु सहयोग देने की बात को भी मंच द्वारा कहा गया. बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा मेधावी छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम में विजेताओं के नामो की घोषणा की गई. दिल्ली में उपस्थित छात्रो प्रणव बड़थ्वाल, सिद्दार्थ बडथ्वाल व् रुद्राक्ष धस्मना को पुष्प मैडल, प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशी भेंट की गई. अन्य विजताओं को राशी, सम्मान पत्र, मैडल यथा स्थान भेज दिए जायेंगे.

कुटुंब कार्यक्रम में बड़थ्वाल प्रतिबिम्ब की माता प्रभा बड़थ्वाल भी उपस्थित रही. प्रतिबिम्ब ने उनका सम्मान किया तथा प्रभा बड़थ्वाल ने सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों को पुष्प देकर धन्यवाद दिया. इस कार्यक्रम में ब्रिगेडियर (रि) श्री, श्रीमती गोबिंद बड़थ्वाल, मदन मोहन बडथ्वाल ( पूर्व महानिदेशक, भारत इलक्ट्रोनिकस लिमिटेड), क्षितिजा बड़थ्वाल, श्री व् श्रीमती आनंद मणि बड़थ्वाल, श्री व् श्रीमती विष्णुदत्त बड़थ्वाल गिरीश चन्द्र बड़थ्वाल, हेमंत बड़थ्वाल,  नरेंद्र बड़थ्वाल, राजेन्द्र बड़थ्वाल कमलेश बड़थ्वाल, पम्मी बड़थ्वाल व् अमिताभ श्रीवास्तव, परिक्रमा बड़थ्वाल,  जैश बड़थ्वाल, हरि प्रसाद बडथ्वाल,  प्रवीन बड़थ्वाल नंदनी बड़थ्वाल, साक्षी बड़थ्वाल
 उपस्थित रहे. 

उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच दिल्ली के संयोजक दिनेश ध्यानी , बडूनी , सुशील बुडाकोटी , बृज मोहन वेद्वाल , जगमोहन रावत , गिरधारी सिंह रावत , जबर सिंह कैंथुरा, दर्शन सिंह रावत सहित गढ़वाली हिंदी के साहित्यकार सम्मिलित हुए. साथ ही उपस्थिति रही डॉ योगेन्द्र , लक्ष्मी प्रसाद डोभाल , कुमकांत खुवालकर , अरुण कुमार पासवान , ओपी पाल, पंकज कुमार, मौलिना सिंह, प्रदीप रावत, राजीव मिश्रा , पवन कुमार ,  विशाल सिंह. विशेष उपस्थिति रही गढ़वाल अध्ययन प्रतिष्ठान के अध्यक्ष ब्रह्मानंद कगडियाल की, उन्होंने भी प्रतिष्ठान की ओर से बड़थ्वाल के कार्यो हेतु हर संभव सहायता का भरोसा दिया.
 और डॉ. बड़थ्वाल व पं मुकुन्द् राम “दैवेज्ञ” के कार्यो को सामने लाने व् उनके सरंक्षण हेतु प्रतिबद्धता जताई.बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा देहरादून में भी कार्यक्रम का आयोजन 18 दिसम्बर को प्रेस कल्ब में 10 बजे से किया जाएगा.

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