जयपुर विधानसभा में होगा अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्‍मेलन 11-12 जनवरी को

० आशा पटेल ० 
जयपुर । राजस्‍थान विधानसभा में होने वाला अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्‍मेलन 11-12 जनवरी को होने जा रहा है । सम्‍मेलन से संबंधित सभी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। राजस्‍थान विधानसभा भवन पर इस दौरान लाइटिंग होगी। देश भर से आने वाले अतिथियों का स्‍वागत राजस्‍थानी संस्कृति के अनुरूप होगा। अतिथियों का तिलक लगाकर व चूनरी का साफा पहनाकर स्‍वागत किया जायेगा।
राजस्‍थान विधानसभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने बताया कि सम्‍मेलन का उद्घाटन भारत के उपराष्‍ट्रपति  जगदीप धनकड़ और लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला करेंगे। विधानसभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी.जोशी अतिथियों का स्‍वागत करेंगे। समारोह में मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत, राज्‍यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह सहित विभिन्‍न विधानसभा के अध्‍यक्ष और उपाध्‍यक्ष मौजूद रहेंगे। राजस्‍थान विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाब चन्‍द कटारिया धन्‍यवाद ज्ञापित करेंगे।

राजस्‍थान विधानसभा के मुख्‍य हाल में आयोजित होने वाले सम्‍मेलन में तीन सत्रों में लोकतंत्र, संसद व विधानमण्‍डलों को प्रभावी बनाने के लिए सार्थक चर्चा होगी। सम्‍मेलन का समापन समारोह 12 जनवरी को दोपहर 12 बजे से होगा। समापन समारोह के मुख्‍य अतिथि राज्‍यपाल कलराज मिश्र होंगे। दो दिन तक चलने वाले इस सम्‍मेलन के दौरान विधानसभा परिसर में एक पुस्‍तक प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। यह प्रदर्शनी संसद पुस्‍तकालय एवं राजस्‍थान विधानसभा पुस्‍तकालय के संयुक्‍त तत्‍वावधान में होगी। राजस्‍थान विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि संसदीय विषयों से सम्‍बन्धित महत्‍वपूर्ण पुस्‍तके इस प्रदर्शनी में उपलब्‍ध होंगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला करेंगे।

अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का यह 83 वां सम्‍मेलन राजस्‍थान में ग्‍यारह वर्षों के बाद हो रहा है। इससे पहले राजस्‍थान में वर्ष 2011 में यह सम्‍मेलन हुआ था। इसके साथ ही विधानसभाओं के सचिवों की 59 वीं बैठक 10 जनवरी को यहां होगी। इस बैठक को लोक सभा के महासचिव उत्‍पल कुमार सिंह और राज्‍यसभा के महासचिव प्रमोद चन्‍द्र मोदी सम्‍बोधित करेंगे। बैठक में संसद से सम्‍बन्धित विभिन्‍न बिन्‍दुओं पर चर्चा होगी। 13 जनवरी को देश के विभिन्‍न भागों से आने वाले अतिथिगण को जयपुर शहर और उसके आस-पास के विभिन्‍न पर्यटन स्‍थलों का अवलोकन करवाया जावेगा। 

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