एफआईआईबी का सम्मेलन ‘‘कारोबार की बेहतर दुनिया के लिए बिज़नेस का मानवीकरण’’ थीम पर केंद्रित होगा
० नूरुद्दीन अंसारी ०
नई दिल्ली : फॉर्च्यून इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल बिज़नेस का 8वां शोध सम्मेलन आयोजित किया गया है। समकालीन चुनौतियों से निपटने का विशिष्ट मंच बन कर सेवा देने की अपनी विरासत आगे ले जाते हुए एफआईआईबी के इस आयोजन में ‘‘कारोबार की बेहतर दुनिया के लिए बिज़नेस का मानवीकरण’’ थीम पर गंभीर विमर्श किए जाएंगे। थीम पर बात करते हुए प्रो. राधिका श्रीवास्तव, एफआईआईबी ने बताया, ‘‘महामारी के बाद की दुनिया में आए बुनियादी बदलावों के चलते संगठन संबंधी निर्णय लेने वालों और प्रबंधन विद्वानों सामने अभूतपूर्व चुनौतियां आईं। हमें संगठन की भावी संरचना, कार्यस्थल और कार्यबल की नई परिकल्पना और नई संरचना करनी होगी।”
यह एक महत्वूपर्ण सम्मेलन है जिसकी रूपरेखा अनिश्चितता के इस दौर के मद्देनजर निर्धारित की गई है। इसमें कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं और सप्लाई चेन में आई उथल-पुथल का विशेष ध्यान रखा गया है। एफआईआईबी के 8वें शोध सम्मेलन के तहत चार विशिष्ट कैटेगरी में आगामी कार्यक्रम होंगे ● अनुसंधान अनुदान प्रतियोगिता (आरजीसी, 14 जनवरी यह प्रतियोगिता शोधकर्ताओं के लिए अपने शोध विचार प्रस्तुत करने और पुरस्कार और सम्मान प्राप्त करने का अभूतपूर्व अवसर है। ● कटास्तसी: केस लेखन प्रतियोगिता 19 जनवरी, यह केस स्टडी प्रतियोगिता कुछ व्यावसायिक समस्याओं को सामने रखेगी जिनका उपयोग प्रबंधन कक्षाओं में अध्ययन-अध्यापन या फिर संगठनों द्वारा व्यवसाय के सस्टेनेबल मॉडल अपनाने में किया जा सकता है।
● रिसर्च क्लिनिक और डॉक्टोरल कंसोर्शियम (आरसीडीसी, 2 और 3 फरवरी रिसर्च क्लिनिक और डॉक्टरल कंसोर्शियम (आरसीडीसी) 2023 का यह तीसरा आयोजन स्कॉलरों को उनके जारी शोध के परीक्षण और लाभदायक प्रतिक्रिया प्राप्त करने का सुवअसर होगा। स्कॉलरों को समान शोध अभिरुचि के अन्य बहुत कुशल शोधकर्ताओं के साथ नेटवर्क करने का भी अवसर मिलेगा। ● एफआईआईबी रिसर्च कान्फ्रेंस (एफआरसी, 2 और 3 मार्च फिनाले में बिजनेस के मानवीकरण की रणनतियांेे की पहचान करने और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में व्यवसाय विकास के सस्टेनेबल मॉडल विकसित करने पर समग्र चर्चा होगी। प्रतिभागी विशेषज्ञ अस्थिरता और बाधा के इस दौर में व्यवसाय जगत की मौजूदा और आगामी नीतिगत चुनौतियों का भी आकलन करेंगे।
एफआईआईबी के 8वें शोध सम्मेलन का संचालन कई विश्वप्रसिद्ध प्रबंधन शोधकर्ता और प्रबंधक करेंगे जैसे कि: ● फ़्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफ़ेसर जैकलीन ईस्टमैन ● राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, सिंगापुर के प्रोफेसर जोचेन वर्त्ज़ ● बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर मैल्कम हिग्स ● रेनेस स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर एम एस बालाजी ● एफआईआईबी की प्रो राधिका श्रीवास्तव और प्रो कोकिल जैन प्रो मैल्कम हिग्स ने बताया, “एफआईआईबी का 8वां शोध सम्मेलन कोविड-19 के बाद के दौर में कामयाब समाधान और रोडमैप पर केंद्रित होगा। सम्मेलन में कार्यशालाएं, केस प्रतियोगिता और दिग्गज प्रबंधकों के संबधोन होंगे। शोधकर्ताओं, उद्योग प्रमुखों और छात्रों के साथ ज्ञान साझा करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।’’
एफआईआईबी फैकल्टी डॉ. कोकिल जैन ने कहा, ‘‘एफआईआईबी का आयोजन एफआरसी 2023 प्रबंधन अध्ययन और ज्ञानवर्धन करने वाले विद्वानों के साथ-साथ प्रबंधन का काम संभालने वाले लोगों को एक मंच पर लाने का अनोखा प्रयास है। सभी प्रतिभागी व्यावहारिक समाधान देने और नई दुनिया में कदम रखने के रोडमैप पर विमर्श करेंगे। साथ ही, विशेषज्ञों से नेटवर्क करने का यह बहुत अच्छा अवसर होगा। इस सम्मेलन में 25 श्रेणियों में कई पुरस्कार जीतने का अवसर भी होगा।’’ इस सम्मेलन में व्यवहार और शोध दोनों पक्षों के शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे जो क्रमशः प्रॉस्पेक्टिव पेपर सबमिशन और रिसर्च पेपर सबमिशन के रूप में होंगे।
नई दिल्ली : फॉर्च्यून इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल बिज़नेस का 8वां शोध सम्मेलन आयोजित किया गया है। समकालीन चुनौतियों से निपटने का विशिष्ट मंच बन कर सेवा देने की अपनी विरासत आगे ले जाते हुए एफआईआईबी के इस आयोजन में ‘‘कारोबार की बेहतर दुनिया के लिए बिज़नेस का मानवीकरण’’ थीम पर गंभीर विमर्श किए जाएंगे। थीम पर बात करते हुए प्रो. राधिका श्रीवास्तव, एफआईआईबी ने बताया, ‘‘महामारी के बाद की दुनिया में आए बुनियादी बदलावों के चलते संगठन संबंधी निर्णय लेने वालों और प्रबंधन विद्वानों सामने अभूतपूर्व चुनौतियां आईं। हमें संगठन की भावी संरचना, कार्यस्थल और कार्यबल की नई परिकल्पना और नई संरचना करनी होगी।”
यह एक महत्वूपर्ण सम्मेलन है जिसकी रूपरेखा अनिश्चितता के इस दौर के मद्देनजर निर्धारित की गई है। इसमें कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं और सप्लाई चेन में आई उथल-पुथल का विशेष ध्यान रखा गया है। एफआईआईबी के 8वें शोध सम्मेलन के तहत चार विशिष्ट कैटेगरी में आगामी कार्यक्रम होंगे ● अनुसंधान अनुदान प्रतियोगिता (आरजीसी, 14 जनवरी यह प्रतियोगिता शोधकर्ताओं के लिए अपने शोध विचार प्रस्तुत करने और पुरस्कार और सम्मान प्राप्त करने का अभूतपूर्व अवसर है। ● कटास्तसी: केस लेखन प्रतियोगिता 19 जनवरी, यह केस स्टडी प्रतियोगिता कुछ व्यावसायिक समस्याओं को सामने रखेगी जिनका उपयोग प्रबंधन कक्षाओं में अध्ययन-अध्यापन या फिर संगठनों द्वारा व्यवसाय के सस्टेनेबल मॉडल अपनाने में किया जा सकता है।
● रिसर्च क्लिनिक और डॉक्टोरल कंसोर्शियम (आरसीडीसी, 2 और 3 फरवरी रिसर्च क्लिनिक और डॉक्टरल कंसोर्शियम (आरसीडीसी) 2023 का यह तीसरा आयोजन स्कॉलरों को उनके जारी शोध के परीक्षण और लाभदायक प्रतिक्रिया प्राप्त करने का सुवअसर होगा। स्कॉलरों को समान शोध अभिरुचि के अन्य बहुत कुशल शोधकर्ताओं के साथ नेटवर्क करने का भी अवसर मिलेगा। ● एफआईआईबी रिसर्च कान्फ्रेंस (एफआरसी, 2 और 3 मार्च फिनाले में बिजनेस के मानवीकरण की रणनतियांेे की पहचान करने और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में व्यवसाय विकास के सस्टेनेबल मॉडल विकसित करने पर समग्र चर्चा होगी। प्रतिभागी विशेषज्ञ अस्थिरता और बाधा के इस दौर में व्यवसाय जगत की मौजूदा और आगामी नीतिगत चुनौतियों का भी आकलन करेंगे।
एफआईआईबी के 8वें शोध सम्मेलन का संचालन कई विश्वप्रसिद्ध प्रबंधन शोधकर्ता और प्रबंधक करेंगे जैसे कि: ● फ़्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफ़ेसर जैकलीन ईस्टमैन ● राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, सिंगापुर के प्रोफेसर जोचेन वर्त्ज़ ● बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर मैल्कम हिग्स ● रेनेस स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर एम एस बालाजी ● एफआईआईबी की प्रो राधिका श्रीवास्तव और प्रो कोकिल जैन प्रो मैल्कम हिग्स ने बताया, “एफआईआईबी का 8वां शोध सम्मेलन कोविड-19 के बाद के दौर में कामयाब समाधान और रोडमैप पर केंद्रित होगा। सम्मेलन में कार्यशालाएं, केस प्रतियोगिता और दिग्गज प्रबंधकों के संबधोन होंगे। शोधकर्ताओं, उद्योग प्रमुखों और छात्रों के साथ ज्ञान साझा करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।’’
एफआईआईबी फैकल्टी डॉ. कोकिल जैन ने कहा, ‘‘एफआईआईबी का आयोजन एफआरसी 2023 प्रबंधन अध्ययन और ज्ञानवर्धन करने वाले विद्वानों के साथ-साथ प्रबंधन का काम संभालने वाले लोगों को एक मंच पर लाने का अनोखा प्रयास है। सभी प्रतिभागी व्यावहारिक समाधान देने और नई दुनिया में कदम रखने के रोडमैप पर विमर्श करेंगे। साथ ही, विशेषज्ञों से नेटवर्क करने का यह बहुत अच्छा अवसर होगा। इस सम्मेलन में 25 श्रेणियों में कई पुरस्कार जीतने का अवसर भी होगा।’’ इस सम्मेलन में व्यवहार और शोध दोनों पक्षों के शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे जो क्रमशः प्रॉस्पेक्टिव पेपर सबमिशन और रिसर्च पेपर सबमिशन के रूप में होंगे।
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