नचिकेता देसाई द्वारा संकलित और सम्पादित पुस्तक 'महादेव देसाई:'का साबरमती आश्रम में हुआ लोकार्पण

० आशा पटेल ० 
गुजरात के साबरमती आश्रम अहमदाबाद में पुस्तक लोकार्पण समारोह में उपस्थित होने वाला हर इन्सान अपने आप को धन्य महसूस कर रहा था । यह एक अवसर था जिसे हर व्यक्ति इतिहास में जा कर उसमे डूब जाना चाहता था । पुस्तक, 'महादेव देसाई  महात्मा गांधी की फ्रंटलाइन रिपोर्टर' को नचिकेता देसाई द्वारा संकलित और संपादित किया गया है। यह पुस्तक महादेव देसाई के बारे में है जिन्हें गांधीजी के निजी सचिव के रूप में सबसे अधिक याद किया जाता है। लेकिन वह असाधारण प्रतिभाशाली व्यक्ति महादेव देसाई का अधूरा विवरण है ही अब तक पाठकों के बीच आया है।
वह एक उत्साही पाठक, विचारक, लेखक, अनुवादक और एक पत्रकार थे। महादेवभाई के व्यक्तित्व के इन आयामों में से बहुत कम सार्वजनिक क्षेत्र में पहुंचे हैं। दरअसल महादेव देसाई गांधीजी के शब्दों के रिकॉर्डर थे, इस लेखक जिन्होंने अपने गुरु की आवाज को पूरे भारत के लोगों के आगे प्रस्तुत किया। महादेव देसाई ने महात्मा को समर्पित कर लाखों लोगों को उनके विचारों को साकार किया उन्होंने महात्मा को शायद दुनिया का सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति बनाया।नचिकेता देसाई, महादेव देसाई के पोते, ने इस अद्भुत पुस्तक को सम्पादित और संकलित करने के लिए एक निरंतर और प्रतिबद्ध प्रयास किया है। नचिकेता एक दिग्गज पत्रका
पुस्तक के विमोचन समारोह की अध्यक्षता पद्म भूषण पुरस्कार विजेता भगवान भीखु पारेख, प्रसिद्ध ब्रिटिश राजनीतिक सिद्धांतकार और एकेडेमिक ने की। जबकि डॉ वर्षा दास, पूर्व निदेशक नेशनल बुक ट्रस्ट और नेशनल गांधी संग्रहालय, और उनकी फिल्म अभिनेता-निर्देशक नंदिता दास मुख्य अतिथि थीं। कैंसर पीड़ित नेहा गंजू तन्ना की नाचिकेता देसाई द्वारा संपादित और हिंदी अनुवादित एक और पुस्तक का विमोचन भी किया गया। नचिकेता और मैरा जे पी आन्दोलन और तरुण शांति सेना के ज़माने से यानि 50 वर्ष से परिचय है।बेहद ख़राब स्वास्थ के बावजूद उसने इस पुस्तक को पूरा किया।

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