जोशीमठ त्रासदी चुनौती व समाधान विषय पर संगोष्ठी
० योगेश भट्ट
नई दिल्ली - प्रेस क्लब प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में देश को झकझोर ने वाली जोशीमठ त्रासदी पर एक जीवंत संगोष्ठी की गई। इसमें प्रधानमंत्री से पुरजोर को गुहार लगाई गई कि उत्तराखंड में संचालित विनाशकारी परियोजनाओं आदि पर तत्काल रोक लगाई जाय, जोशीमठ त्रासदी के पीड़ितों को उजाड़ने से पहले बसाया जाय। उनको जीवकोपार्जन हेतु समुचित मुआवजा प्रदान किया जाय। उत्तराखंड में जरूरी परियोजनाओं पर मानकों का अक्षर से पालन कराया जाय। उत्तराखंड में संचालित सभी परियोजनाओं के लाभ का अन्य राज्यों को बंदरबांट करने के बजाय उत्तराखंड के हक की रक्षा की जाय।
नई दिल्ली - प्रेस क्लब प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में देश को झकझोर ने वाली जोशीमठ त्रासदी पर एक जीवंत संगोष्ठी की गई। इसमें प्रधानमंत्री से पुरजोर को गुहार लगाई गई कि उत्तराखंड में संचालित विनाशकारी परियोजनाओं आदि पर तत्काल रोक लगाई जाय, जोशीमठ त्रासदी के पीड़ितों को उजाड़ने से पहले बसाया जाय। उनको जीवकोपार्जन हेतु समुचित मुआवजा प्रदान किया जाय। उत्तराखंड में जरूरी परियोजनाओं पर मानकों का अक्षर से पालन कराया जाय। उत्तराखंड में संचालित सभी परियोजनाओं के लाभ का अन्य राज्यों को बंदरबांट करने के बजाय उत्तराखंड के हक की रक्षा की जाय।
जोशीमठ त्रासदी चुनौती व समाधान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका आयोजन गायत्री देवी चैरिटेबल ट्रस्ट व श्री कृष्ण विश्वकल्याण भारती के द्वारा किया गया। संगोष्ठी का संचालन पत्रकार देव सिंह रावत ने किया। इस आयोजन की भूमिका पर भू वैज्ञानिक बलवीर धर्मवान ने प्रकाश डाला । इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता केंद्रीय सड़क अनुसंधान परिषद के मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर किशोर रम्मानी, एनएचपीसी के प्रबंधक दिनेश त्रिपाठी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, राष्ट्रीय चिंतक लेखक जगदीश मंमगाई, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हरिपाल रावत, पूर्व दर्जा धारी मंत्री धीरेंद्र प्रताप, व वरिष्ठ पत्रकार सुषमा ध्यानी जुगरान, आदि ने इस त्रासदी पर अपने विचार प्रकट किये।
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