9 फरवरी को महिला शक्तियां काला दिवस मनाएंगीं
नयी दिल्ली - कैसे भुलाया जा सकता है 9 फरवरी 2012 का वो मनहूस दिन जब कुछ दरिंदो ने एक बेटी किरण नेगी के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार करके उसकी निर्मम हत्या कर दी थी, जिसके हत्यारों को जिला न्यायालय और उच्च न्यायालय से फांसी की सजा भी दी गई मगर सर्वोच्च न्यायालय के जजों ने 2022 में सबूतों में खामियों का हवाला देते हुए उन दरिंदों को आजाद छोड़ दिया।
मगर याद रहे न्याय की लड़ाई अभी बंद नही हुई है, किरण नेगी के माता पिता द्वारा सुप्रीम कोर्ट मे दुबारा न्याय की गुहार लगाई गई है ताकि अपनी बेटी के कातिलों को सजा दिला सकें, और उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके। इसी संदर्भ में
9 फरवरी 2023 को सायं 6 बजे महिला शक्तियों ने इसे काली दिवस का नाम देकर अपना रोष व्यक्त करने के लिए निर्भया चौक द्वारका सै 19 अक्षरधाम अपार्टमेंट गेट नंबर 1 के सामने पर एकत्रित होकर इस परिवार को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है और ऐसी घटनाएं न हों इस आवाज को बुलंद करने के लिए सभी भाई-बहनों से अपील की गई है कि अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर समाज के प्रति अपनी भागीदारी निभाएं।
मगर याद रहे न्याय की लड़ाई अभी बंद नही हुई है, किरण नेगी के माता पिता द्वारा सुप्रीम कोर्ट मे दुबारा न्याय की गुहार लगाई गई है ताकि अपनी बेटी के कातिलों को सजा दिला सकें, और उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके। इसी संदर्भ में
9 फरवरी 2023 को सायं 6 बजे महिला शक्तियों ने इसे काली दिवस का नाम देकर अपना रोष व्यक्त करने के लिए निर्भया चौक द्वारका सै 19 अक्षरधाम अपार्टमेंट गेट नंबर 1 के सामने पर एकत्रित होकर इस परिवार को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है और ऐसी घटनाएं न हों इस आवाज को बुलंद करने के लिए सभी भाई-बहनों से अपील की गई है कि अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर समाज के प्रति अपनी भागीदारी निभाएं।
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