कितने गाजी आए कितने गाजी गए" पुस्तक का विमोचन

० आशा पटेल ० 
जयपुर। राजस्थान पुलिस अकादमी ऑडिटोरियम में लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस टाइनी ढिल्लों की पुस्तक "कितने गाजी आए कितने गाजी गए" का विमोचन किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल ए एस भिंडर एवं महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने पुस्तक का विमोचन किया उन्होंने जनरल टाइनी के लेखन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी पुस्तक में देश के प्रति प्रेम व विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य आपसी समन्वय की महत्ता प्रतिपादित की गई है। 

उन्होंने पुस्तक में पुलिस अधिकारियों द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्यों को भी रेखांकित किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता को संजोए रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य सामंजस्य व एक दूसरे के प्रति समझ आवश्यक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक युवाओं को सैन्य बलों व राष्ट्रीयता के प्रति प्रेरित करेगी।लेफ्टिनेंट जनरल ए एस भिंडर ने लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों के साथ अपने एनडीए से प्रारम्भ अनुभव साझा किए व लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। पुस्तक का विमोचन राजस्थान पुलिस अकादमी रजत बुक कॉर्नर और पेंगुइन इंडिया द्वारा किया गया।

पुस्तक विमोचन के बाद लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लो और मोहित बत्रा के मध्य पुस्तक एवं श्रोताओं से प्रश्नोत्तर पर सैशन आयोजित किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लो ने बताया कि अपने एनडीए से सैन्य जीवन एवं विशेष रूप से कश्मीर में आतंकवादियों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों के परिप्रेक्ष्य में पुस्तक "कितने गाजी आए कितने गाजी गए" की रचना की गई है। पुस्तक लेखन का प्रारम्भिक मुख्य उद्देश्य युवाओं को सैन्य जीवन के बारे में परिचय देना था। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही इस पुस्तक का हिंदी अनुवाद प्रकाशित होगा। उनकी अगली पुस्तक लीडरशिप पर आधारित होगी।

उन्होंने सवालो के जवाब में कहा कि कश्मीर में आतंकवाद है लेकिन सारे कश्मीरी आतंकवादी नही है। सामान्य कश्मीरी भले एवं अच्छे मेहमान नवाज़ है। उन्होंने बताया कि आर्टिकल 370 कश्मीर के भारत मे विलय के समय 1947 में नहीं बल्कि 1949 में अस्तित्व में आया था। आर्टिकल 370 व 35 ए का संबंध किसी धर्म विशेष से सम्बंधित नहीं है। उन्होंने सैन्य अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों के पीछे उनकी पत्नियों के त्याग को भी रेखांकित किया।रजत बुक कॉर्नर के मोहित बत्रा ने बताया कि प्रकाशन के एक सप्ताह में ही देश मे सर्वाधिक बिक्री वाली पुस्तक बन गई है।

आरपीए निदेशक और महानिदेशक राजीव शर्मा ने अथितियों का स्वागत किया। उन्होंने अपने स्वागत उदबोधन में पुस्तक के विषय वस्तु की भी जानकारी दी।श्रीमती अलका भटनागर ने पुस्तक लेखक लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। समारोह में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एस सेंगत्थिर व श्रीमती प्रशाखा माथुर, सेवानिवृत्त डीजीपी बेंस सहित पुलिस सेवा तथा भारतीय सेना के अधिकारी गण मौजूद रहे।

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