वेदांता एल्यूमिनियम ने ओडिशा के झारसुगुड़ा में एल्यूमिनियम स्मेल्टर की सुरक्षा के लिए ट्रांसजेंडर सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने 
वेदांता एल्यूमिनियम ने ओडिशा के झारसुगुड़ा में एल्यूमिनियम स्मेल्टर की सुरक्षा के लिए ट्रांसजेंडर सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की।  झारसुगुड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी उत्पादक इकाइयों में शामिल अपने एल्यूमिनियम स्मेल्टर की सुरक्षा के लिए सात ट्रांसजेंडर पेशेवर सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के अवसर पर वेदांता की मजबूत सुरक्षा टीम में आरुणिता पायासिंह, आरोही शर्मा, संध्या यादव, सिद्धी नागे, खुशी ध्रुव, पवित्रा और रोमा धु्रव को शामिल किया गया। नव नियुक्त कर्मचारी संयंत्र की परिसंपत्तियों और कार्यबल की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। इससे पूर्व वेदांता एल्यूमिनियम की अनुषंगी कंपनी बालको में पहली बार सुरक्षा और मटेरियल हैंडलिंग कार्यों में एलजीबीटीक्यूआईएप्लस कर्मियों की भर्ती की गई थी। बीते वर्ष कंपनी ने अपने भर्ती अभियान को विस्तार देते हुए एलजीबीटीक्यूआईएप्लस प्रतिभाओं की नियुक्ति प्रांरभ की थी।

 यह समुदाय विकास की मुख्यधारा और कार्पोरेट दुनिया में पहचान स्थापित करने की दिषा में प्रयासरत है। 14 ट्रांसजेंडर नागरिकों के साथ वेदांता एल्यूमिनियम भारत और दुनिया की उन गिनी-चुनी विनिर्माण कंपनियों में शामिल हो गई है जिनके मुख्य प्रचालन में एलजीबीटीक्यूआईएप्लस कर्मचारियों को प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है। दुनिया भर में विनिर्माण व भारी इंजीनियरिंग उद्योगों में लैंगिक विविधता का अनुपात परंपरागत रूप से कम रहा है। धातु एवं खनन क्षेत्र में यह विविधता और भी कम है। कार्यबल मंे विविधता को प्रोत्साहित करने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से उच्च क्षमतावान महिलाओं और एलजीबीटीक्यूआईएप्लस समुदाय के नागरिकों को निरंतर अवसर दिए जा रहे हैं।

समाज के हाशिए पर मौजूद थर्ड जेंडर नागरिकों को अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्रों में अर्धकुशल कर्मियों से पेषेवर कर्मचारियों के रूप में विकसित करने की दिषा में वेदांता एल्यूमिनियम के तीन सूत्रीय दृष्टिकोण में शामिल हैं: स्किल मैपिंग अध्ययन के जरिए ऐसे ट्रांस लोगों की पहचान करना जिनमें विनिर्माण उद्योग में काम करने के लिए आवष्यक न्यूनतम कौशल है। नियुक्त कर्मियों को आवष्यक कौषल, सॉफ्ट स्किल और व्यवसाय संबंधी जानकारी देने के लिए गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन।

 थर्ड जेंडर नागरिकों से संबंधित सामाजिक व मनोवैज्ञानिक चुनौतियों, नैतिक आचार संहिता, कार्य शैली और लैंगिक विविधता के महत्व से कार्यबल को परिचित कराने के लिए कार्यषालाओं का आयोजन ताकि सभी के लिए प्रभावी व समावेषी परिवेष को प्रोत्साहन मिल सके। इसमें आवष्यक आधारभूत संसाधनों में बढ़ोत्तरी भी शामिल है। भविष्य में कंपनी व्यवसाय के साझेदारों के जरिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एलजीबीटीक्यूआईएप्लस समुदाय के नागरिकों को अपने प्रचालनों में अवसर देकर लैंगिक विविधता में बढ़ोत्तरी की पक्षधर है।

कार्यबल की विविधता में बढ़ोत्तरी पर वेदांता लिमिटेड, एल्यूमिनियम व्यवसाय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने कहा, ’’हमारे बाजार, ग्राहक और व्यवसाय जटिल और विविधतापूर्ण हैं। इसके अनुरूप विभिन्न प्रकार के कौषलों, शैक्षणिक पृष्ठभूमियों और अनुभवों वालेे नागरिकों की नियुक्ति सुनिष्चित की जाती है ताकि उनके द्वारा तैयार व्यावसायिक रणनीतियां, समाधान और नवाचार से वेदांता एल्यूमिनियम उत्तरोत्तर प्रगति कर सके। कार्यों के आबंटन में लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता इसलिए संगठन में लैंगिक विविधता का अनुपात उत्कृष्ट है। 

कार्य संस्कृति श्रेष्ठता आधारित है। विश्वस्तरीय विशेषज्ञ कर्मचारियों को कामयाबी के लिए प्रशिक्षित करते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में उन्हें सहयोग देने के लिए अनेक कल्याणकारी कदम उठाए गए हैं। वेदांता
एल्यूमिनियम का उद्देष्य समग्र कार्य संस्कृति का विकास करना है ताकि कर्मचारी और व्यवसाय के साझीदार स्वयं को प्रोत्साहित और सषक्त महसूस करते हुए श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।’’

नव नियुक्त ट्रांसजेंडर कर्मचारी आरोही शर्मा कहती हैंे, ’’नियुक्ति प्रक्रियाओं के दौरान वेदांता झारसुगुडा ने मेरा और अन्य सभी ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा। कार्य और सुरक्षा संबंधी प्रषिक्षण दिए गए। कंपनी के सुरक्षाबल में भूमिका व जिम्मेदारियों संबंधी तकनीकी प्रषिक्षण के अलावा विविधता और समान अवसरों संबंधी नीतियों से अवगत कराया गया। वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के मित्रतापूर्ण और सम्मानजनक व्यवहार से हम अत्यंत उत्साहित हैं। जीवन को सकारात्मक रूप से बदल देने वाले इस अवसर के लिए मैं वेदांता को धन्यवाद देती हूं।’’

एक अन्य नव नियुक्त कर्मचारी रोमा धु्रव ने कहा, ’’समाज में अस्तित्व के लिए संघर्ष करने से लेकर अब दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमिनियम संयंत्र की सुरक्षा जिम्मेदारी मिलने तक की अपनी यात्रा पर मुझे गर्व है। ट्रांसजेंडर समुदाय के नागरिक के तौर पर मेरे तथा दूसरे नव नियुक्त कर्मचारियों के लिए यह मील का पत्थर है। कंपनी की विकास यात्रा का हिस्सा बनने का अवसर दिए जाने पर मैं वेदांता एल्यूमिनियम के प्रति आभार व्यक्त करती हूं।’’

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