सचिन पायलट भ्रष्ट्राचार के खिलाफ़ 125 किलोमीटर की अजमेर से जयपुर पदयात्रा करेंगे
० आशा पटेल ०
जयपुर। सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कर्नाटक में जनता बदलाव चाहती हैं। हमारी पार्टी का धुंआधार प्रचार हुआ है । कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रति जिस तरह की बयानबाजी ह़ुई वो बहुत निंदनीय है । साथ ही उन्होंने कहा कि हाल ही धौलपुर में दिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण से ऐसा लगता है कि आज कल उनकी नेता सोनिया गांधी नही है वरन वसुंधरा राजे सिंधिया उनकी नेता है। वे कहना क्या चाहते है उन्हे स्पष्ट करना चाहिए।
विधायको की मनमानी के खिलाफ इस्तीफे दिलवाये गए। कुछ लोग कहते हैं मोदी शाह के इशारे पर इस्तीफे दिलवाये। तो क्या मैं यह बातो को सार्वजनिक मंच पर जाकर बोलूं ऐसा अच्छा नही लगेगा।
पिछली सरकार के घोटालों को लेकर मैंने लगातार चिट्ठी लिखीं लेकिन अब उम्मीद नही है, कि कोई कार्रवाई होना संभव है। अब 11 मई को अजमेर RPSC है वहां से मै एक यात्रा निकालूंगा। यह किसी के खिलाफ नही है यह भ्रष्टाचार के विरोध में जन संघर्ष पदयात्रा अजमेर से शुरू होगी। 125 किलोमीटर की यह यात्रा अजमेर से जयपुर तक होगी,जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं, ऐसा नही होने देगें। जनता सबसे बडी होती हैं, हम जनता के बीच जायेगें।
जयपुर। सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कर्नाटक में जनता बदलाव चाहती हैं। हमारी पार्टी का धुंआधार प्रचार हुआ है । कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रति जिस तरह की बयानबाजी ह़ुई वो बहुत निंदनीय है । साथ ही उन्होंने कहा कि हाल ही धौलपुर में दिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण से ऐसा लगता है कि आज कल उनकी नेता सोनिया गांधी नही है वरन वसुंधरा राजे सिंधिया उनकी नेता है। वे कहना क्या चाहते है उन्हे स्पष्ट करना चाहिए।
2020 में मै सरकार में उपमुख्यमंत्री था पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष था मुझ पर देशद्रोह राजद्रोह के मुकदमे के प्रयास किए गए। हम सभी साथी नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे इसलिए दिल्ली गए थे। हमसे किसी ने आज तक अनुशासन तोडने का कार्य नही किया है, हमने हमेशा पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए कार्य किए है । कुछ लोग कांग्रेस पार्टी को कमजोर करना चाहते है । मुझे क्या कुछ नही कहा गया कोरोना कहा गया , निकम्मा कहा गया, तरह तरह की बात बोली गई। आज अपने ही विधायकों को बदनाम करने का काम हो रहा हैं।
हेमाराम चौधरी , बृजेन्द्र ओला जैसे ईमानदार लोग हमारे साथ थे , इन नेताओ पर आरोप लगाए गये। जो राजनीति मे 40-45 साल से काम कर रहें है उनके क्षेत्र के लोग जानते हैं कि वह कैसे नेता है। कैसा काम करते है। ऐसे लोगों पर आरोप लगाना गलत है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं का अपमान किया और बीजेपी के नेताओं का गुणगान किया। मैं सभी आरोपों को नकारता हू और बहुत गलत मानता हूं। हम दिल्ली गये सभी तथ्यों पर संज्ञान लिया। जिसके बाद 25 सितंबर को जो घटना हुई। वह घटना गद्दारी थी।
विधायको की मनमानी के खिलाफ इस्तीफे दिलवाये गए। कुछ लोग कहते हैं मोदी शाह के इशारे पर इस्तीफे दिलवाये। तो क्या मैं यह बातो को सार्वजनिक मंच पर जाकर बोलूं ऐसा अच्छा नही लगेगा।
पिछली सरकार के घोटालों को लेकर मैंने लगातार चिट्ठी लिखीं लेकिन अब उम्मीद नही है, कि कोई कार्रवाई होना संभव है। अब 11 मई को अजमेर RPSC है वहां से मै एक यात्रा निकालूंगा। यह किसी के खिलाफ नही है यह भ्रष्टाचार के विरोध में जन संघर्ष पदयात्रा अजमेर से शुरू होगी। 125 किलोमीटर की यह यात्रा अजमेर से जयपुर तक होगी,जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं, ऐसा नही होने देगें। जनता सबसे बडी होती हैं, हम जनता के बीच जायेगें।
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