संपूर्ण क्रांति दिवस पर 4-5 जून को वाराणसी में होगा, गाँधी संस्थाओं पर हमले के विरुद्ध प्रतिरोध सम्मेलन
वाराणसी। वाराणसी में राजघाट, सर्व सेवा संघ परिसर स्थित गांधी विद्या संस्थान की लाइब्रेरी के बहाने पूरे संस्थान का चार्ज कमिश्नर वाराणसी ने मजिस्ट्रेट और काफी संख्या में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र को दे दिया। जबकि यह भूमि, भवन व पुस्तकें सर्व सर्व संघ की हैं। 1962 में यह संस्थान लोकनायक जयप्रकाश नारायण के मार्गदर्शन में स्थापित किया गया था। गौरतलब है कि गांधी विद्या संस्थान का मामला वर्तमान में माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में लंबित है।
पिछले दिनों सर्व सेवा संघ, वाराणसी के उपरोक्त मुद्दे को लेकर जो अप्रिय परिस्थिति पैदा हुई है, उसकी विस्तृत जानकारी सभी गाँधी वादी संस्थाओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के माध्यम से मिल गई होगी। वर्तमान सत्ता द्वारा मनमाने तरीके से सभी संस्थाओं और सच को उजागर करने वालों को डराया,धमकाया और परेशान किया जा रहा है। देशभर में इसके सैकड़ों-हजारों उदाहरण हमारे सामने हैं।
पिछले दिनों सर्व सेवा संघ, वाराणसी के उपरोक्त मुद्दे को लेकर जो अप्रिय परिस्थिति पैदा हुई है, उसकी विस्तृत जानकारी सभी गाँधी वादी संस्थाओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के माध्यम से मिल गई होगी। वर्तमान सत्ता द्वारा मनमाने तरीके से सभी संस्थाओं और सच को उजागर करने वालों को डराया,धमकाया और परेशान किया जा रहा है। देशभर में इसके सैकड़ों-हजारों उदाहरण हमारे सामने हैं।
इस विषम परिस्थिति और चुनौती पर विचार करने और अपनी भूमिका को प्रभावी बनाने के लिए 4-5 जून को गांधीजन, जेपी आंदोलन के सभी साथी, प्रगतिशील एवं संघर्षशील समूहों, समाजवादी विचार के प्रतिनिधियों, रचनात्मक व स्वैच्छिक सस्थाओं की साझेदारी से एक प्रतिरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस सम्मेलन के लिए आयोजकगण प्रो.आनंद कुमार, रमेश ओझा, सवाई सिंह, संजय सिंह, रामधीरज ने सभी को विशेष आमंत्रण भेजा हैं।
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