कैंसर जांच एवं जागरूकता अभियान में 40 में दिखी कैंसर की संभावना
जयपुर। भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र और कैंसर केयर महिला प्रकोष्ठ की ओर से निःषुल्क कैंसर जांच एवं जागरूकता अभियान कैंसर जॉच आपके द्वार के तहत 4000 से अधिक लोगों ने कैंसर जांच एवं परामर्ष सुविधा का लाभ उठाया। लोक सभा स्पीकर ओम बिरला के सहयोग से कोटा और बूंदी जिलों भी 13 शिविरों का आयोजन किया गया। अभियान में जयपुर, सीकर, झुंझुनू, कोटा, बूंदी एवं झालावाड़ क्षेत्र में आयोजित 45 शिविरों के जरिए 40 लोगों की पहचान संभावित कैंसर रोगी के तौर पर की गई।अभियान संरक्षिका अनिला कोठारी ने बताया कि अधिकांश रोगियों में कैंसर की पहचान रोग की बढी हुई अवस्था में होती है, ऐसे में उन्हें कैंसर मुक्त करने की संभावना बहुत कम हो जाती है। अभियान में स्तन कैंसर, सरवाईकल कैंसर, ओवरी कैंसर, ओरल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और लंग कैंसर की जांच सुविधाओं को जोड़ा गया है। इस अभियान के तहत तैयार स्पेषल कैंसर स्क्रीनिंग बस के जरिए मैमोग्राफी, एक्स-रे, खून जांच के साथ ही पैप स्मीयर, सीए 125, पीएसए जैसी महत्वपूर्ण जांच सुविधाएं आमजन को निःषुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।
चिकित्सा अधिक्षिका डॉ सुबह पठानियां ने बताया कि अभियान के उदेष्य के अनुसार प्राथमिक स्तर पर जांच करते हुए संभावित कैंसर रोगियों को उपचार से जोडने में सफलता मिली है। अभियान से जुडी डॉ निर्मला महावर ने बताया कि प्रारंभिक अवस्था में रोग की पहचान और उपचार की शुरूआत से कैंसर को हराना संभव है। अब 21 रोगियों को उपचार से जोडा जा चुका है।
कैंसर केयर न्यासी और अभियान के सोशल वर्कर टीम प्रमुख शिल्पा कोठारी ने बताया कि कैम्प के जरिए जिन रोगियों की पहचान कैंसर रोगी के तौर पर होगी उसे रियायती दरों पर उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों को चिकित्सालय नियमों के आधार पर निःशुल्क उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही चिकित्सालय में मौजूद धर्मषाला, कैंटीन और रियायती दरों पर बस और ट्रेन के पास की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे जयपुर के बाहर से रोगियों को भी किसी भी तरह की परेषानी ना हो।
चिकित्सा अधिक्षिका डॉ सुबह पठानियां ने बताया कि अभियान के उदेष्य के अनुसार प्राथमिक स्तर पर जांच करते हुए संभावित कैंसर रोगियों को उपचार से जोडने में सफलता मिली है। अभियान से जुडी डॉ निर्मला महावर ने बताया कि प्रारंभिक अवस्था में रोग की पहचान और उपचार की शुरूआत से कैंसर को हराना संभव है। अब 21 रोगियों को उपचार से जोडा जा चुका है।
कैंसर केयर न्यासी और अभियान के सोशल वर्कर टीम प्रमुख शिल्पा कोठारी ने बताया कि कैम्प के जरिए जिन रोगियों की पहचान कैंसर रोगी के तौर पर होगी उसे रियायती दरों पर उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों को चिकित्सालय नियमों के आधार पर निःशुल्क उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही चिकित्सालय में मौजूद धर्मषाला, कैंटीन और रियायती दरों पर बस और ट्रेन के पास की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे जयपुर के बाहर से रोगियों को भी किसी भी तरह की परेषानी ना हो।
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