सचिन बोले मै पीछे नहीं हटूंगा ,संघर्ष जारी रहेगा
० आशा पटेल ०
राजस्थान - दौसा . मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं। हम किसी पद पर हों या न हों, जनता हमेशा याद रखती है कि कहते क्या थे, करते क्या थे? मेरे लिए जनता की विश्वसनीयता ही सबसे बड़ी पूंजी है। मैंने कभी ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे इस विश्वास में कमी आ सके... आगे भी नहीं आने दूंगा। राजनीति में बात रखना जरूरी है, बेबाकी से बोलना, सच्चाई और ईमानदारी के साथ विपरीत परिस्थितियों में समझौता न करना राजेश पायलट ने सिखाया है। भगवान की कृपा है कि जो मेरी आत्मा बोलती है, वही जनता भी बोलती है।
राजस्थान - दौसा . मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं। हम किसी पद पर हों या न हों, जनता हमेशा याद रखती है कि कहते क्या थे, करते क्या थे? मेरे लिए जनता की विश्वसनीयता ही सबसे बड़ी पूंजी है। मैंने कभी ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे इस विश्वास में कमी आ सके... आगे भी नहीं आने दूंगा। राजनीति में बात रखना जरूरी है, बेबाकी से बोलना, सच्चाई और ईमानदारी के साथ विपरीत परिस्थितियों में समझौता न करना राजेश पायलट ने सिखाया है। भगवान की कृपा है कि जो मेरी आत्मा बोलती है, वही जनता भी बोलती है।
पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर अपने विरोधियों पर निशाना साधा है। दौसा में राजेश पायलट की मूर्ति के अनावरण के बाद सभा को संबोधित करते हुए पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के एक बयान का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र सरकार कहती है कि आर्थिक दिवालिया हो जाएंगे और अगर मैं नौजवानों की मदद करूं, जिनके साथ धोखा हुआ है तो लोग कहते हैं कि मानसिक दिवालिया हो जाएगा। सच्चे मन से गरीब, नौजवानों की मदद करने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट की मांगें मानने से इनकार करते हुए पेपरलीक मामले पर मुआवजे की मांग को बुद्धि का दिवालियापन बताया था।
वहीं वसुंधरा सरकार के घोटालों का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि पांच साल प्रदेशाध्यक्ष रहा तो सरकार के दांत खट्टे कर दिए। मैंने साल के 365 दिन वसुंधरा सरकार का विरोध किया। कभी कोई गलत बात नहीं कही, लेकिन यदि उन्होंने खान आवंटित की, मामला उठा तो कैंसिल कर दिया, लेकिन जांच तो होनी चाहिए। किसी ने सही कहा है कि हर गलती सजा मांगती है। हमारे आपस में कैसे भी संबंध हों, सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला करता है। आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा।
उन्होन्रे कहा की राजनीति में भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है। भविष्य में यदि निराशा दिखती है तो मेहनत करने का मन नहीं करता है। मुझे भी राजनीति में 20 साल हो गए, मैंने हमेशा नौजवानों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि राजेश पायलट ने छोटे से किसान के घर में जन्म लिया और ऊंचाई पर पहुंचकर भी अपना दामन साफ रखा है, यह एक राजनेता की सबसे बड़ी सफलता है। राजेश पायलट की राजनीति अनोखी रही है, कभी-कभार वो भी राजनीति में लटके-झटके देते थे, लेकिन उनके जहन में गरीब और वंचित रहते थे।।
राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने के लिए भंडाना स्थित स्मारक पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री हेमाराम चौधरी, कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा पहुंचे थे। यहां विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, ओमप्रकाश हुडला, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, खिलाड़ी राम बैरवा, इंद्राज गुर्जर, जीआर खटाना, राकेश पारीक व सुरेश मोदी समेत जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल, पूर्व विधायक नसीम अख्तर, नवीन पिलानिया, महेंद्र सिंह रलावता व महेंद्र मीणा भी सचिन पायलट के साथ प्रार्थना सभा में मौजूद रहे।
गुर्जर छात्रावास में आयोजित राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मंत्री हेमाराम चौधरी, मुरारी लाल मीणा, राजेंद्र गुढ़ा ही शामिल हुए। वहीं खादी बोर्ड अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष निर्मल चौधरी समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र सरकार कहती है कि आर्थिक दिवालिया हो जाएंगे और अगर मैं नौजवानों की मदद करूं, जिनके साथ धोखा हुआ है तो लोग कहते हैं कि मानसिक दिवालिया हो जाएगा। सच्चे मन से गरीब, नौजवानों की मदद करने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट की मांगें मानने से इनकार करते हुए पेपरलीक मामले पर मुआवजे की मांग को बुद्धि का दिवालियापन बताया था।
वहीं वसुंधरा सरकार के घोटालों का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि पांच साल प्रदेशाध्यक्ष रहा तो सरकार के दांत खट्टे कर दिए। मैंने साल के 365 दिन वसुंधरा सरकार का विरोध किया। कभी कोई गलत बात नहीं कही, लेकिन यदि उन्होंने खान आवंटित की, मामला उठा तो कैंसिल कर दिया, लेकिन जांच तो होनी चाहिए। किसी ने सही कहा है कि हर गलती सजा मांगती है। हमारे आपस में कैसे भी संबंध हों, सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला करता है। आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा।
उन्होन्रे कहा की राजनीति में भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है। भविष्य में यदि निराशा दिखती है तो मेहनत करने का मन नहीं करता है। मुझे भी राजनीति में 20 साल हो गए, मैंने हमेशा नौजवानों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि राजेश पायलट ने छोटे से किसान के घर में जन्म लिया और ऊंचाई पर पहुंचकर भी अपना दामन साफ रखा है, यह एक राजनेता की सबसे बड़ी सफलता है। राजेश पायलट की राजनीति अनोखी रही है, कभी-कभार वो भी राजनीति में लटके-झटके देते थे, लेकिन उनके जहन में गरीब और वंचित रहते थे।।
राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने के लिए भंडाना स्थित स्मारक पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री हेमाराम चौधरी, कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा पहुंचे थे। यहां विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, ओमप्रकाश हुडला, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, खिलाड़ी राम बैरवा, इंद्राज गुर्जर, जीआर खटाना, राकेश पारीक व सुरेश मोदी समेत जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल, पूर्व विधायक नसीम अख्तर, नवीन पिलानिया, महेंद्र सिंह रलावता व महेंद्र मीणा भी सचिन पायलट के साथ प्रार्थना सभा में मौजूद रहे।
गुर्जर छात्रावास में आयोजित राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मंत्री हेमाराम चौधरी, मुरारी लाल मीणा, राजेंद्र गुढ़ा ही शामिल हुए। वहीं खादी बोर्ड अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष निर्मल चौधरी समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।
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