संस्कृत विकल्प नहीं संकल्प की भाषा-मुख्यमंत्री धामी

० योगेश भट्ट ० 
देवप्रयाग । केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में धर्मसम्राट् स्वामी करपात्री जी महाराज वेदशास्त्र अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन करते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कृत विकल्प की नहीं अपितु संकल्प की भाषा है क्योंकि इससे जीवन का पाप नाशक तो होता ही है । साथ ही साथ इससे जीवन ऊर्जावान बनाता है और यह भाषा मोक्षदायिनी भी है । मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि सीएसयू का नव स्थापित श्री रघुनाथ कीर्ति ,देव प्रयाग परिसर माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का हिमाचल प्रदेश के लिए एक बहुत ही बड़ा सौगात है जो परिसर आने वाले समय में भारतीय ज्ञान तथा संस्कृति का महत्त्वपूर्ण केन्द्र बनेगा 
इस परिसर की स्थापना से इस प्रदेश के छात्र छात्राओं को संस्कृत पढ़ने के लिए हरिद्वार ,वाराणसी तथा केरल आदि महत्त्वपूर्ण केन्दों में जाना पड़ता था और उन्हें यातायात की बहुत ही अधिक कठिनाईयां होती थीं । श्री धामी ने यह भी कहा कि यह जानकर बड़ी प्रसन्नता है कि अब इस परिसर में देश के अन्य प्रदेशों के छात्र छात्राओं अपने अध्ययन के लिए यहां आ रहे हैं । इस प्रकार केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय एक भारत श्रेष्ठ भारत के निर्माण में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहा है । लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए इस क्षेत्र में नवोन्मेषी रोजगार की संभावनाओं को खोजने की आवश्यकता है क्योंकि संस्कृत से ही संस्कृति संबर्धित होगी ।

सीएसयू के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते स्वामी करपात्रीजी महाराज के सामाजिक तथा सांस्कृतिक उत्थान और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योगदानों की चर्चा करते कहा कि ऐसे महापुरुष के कारण ही आज हम स्वतंत्र भारत में स्वाभिमान तथा आत्मविश्वास के साथ सर उठा कर जी रहें हैं । उन्होंने आगे यह भीज्ञ कहा कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के विविध परिसरों में भारतीय ज्ञान तथा परम्पराओं के संरक्षण तथा संबर्धन में ऐसे केन्द्रों की स्थापना भारत सरकार के मार्गदर्शन में समय की मांग है ।

जाने माने सन्त स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने भी स्वामी करपात्रीजी महाराज के भारतीय संस्कृति तथा इसके संरक्षण में योगदानों की चर्चा करते सराहना की और मुख्यमंत्री धामी को इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम को अपने महत्वपूर्ण वक्तव्य से सुशोभित करने के लिए आभार भी अभिव्यक्त किया । स्वामी ब्रह्मचारी ने करपात्रीजी द्वारा किये गये विशेष सम्प्रदाय के 'घर वापसी' के योगदानों का भी उल्लेख किया । युवा नेता रोहित कुमार सिंह ,राष्ट्रीय संयोजक , युवा चेतना ने भी करपात्रीजी महाराज तथा नव उद्घाटित इस केन्द्र का आने वाले समय में होने वाले योगदानों की भी बात की ।

इस परिसर के निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम् ने धन्यवाद प्रस्तुत किया। साथ ही साथ जिला प्रशासन की ओर से ’नमामि गंगे’ अभियान की परियोजना 'अर्थगंगा' के लिए जलशक्ति मंत्रालय को गंगाजल भेजा गया। कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी, स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी , जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी, देवप्रयाग के विधायक विनोद कंडारी, ब्रह्मचारी, रोहित कुमार सिंह तथा नगरपालिका अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल आदि गण्यमान्य लोगों ने इस वाहन को हरी झंडी जनमानस के लिए आगे बढ़ाया ।

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