पुलिस की तत्परता से तीनों अपराधी मात्र 180 मिनट में पकड़े गए
० संवाददाता द्वारा ०
जयपुर। पुलिस की तत्परता से तीनों अपराधी मात्र 180 मिनट में पकड़े गए किन्तु जोधपुर शहर में ऐसी वीभत्स घटना होने के बावजूद स्थानीय सांसद जो कि केन्द्रीय मंत्री भी है, ने घटना पर एक शब्द नहीं बोला क्योंकि उक्त घटना आरोपित छात्रसंघ चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के ही छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का प्रचार करने हेतु विभिन्न स्थानों से जोधपुर लाए गए है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता जो कि हर गैर मुद्दे पर भी आक्रामक हो जाते है इतनी बड़ी घटना घटित होने के बावजूद चुप हैं क्योंकि पकड़े गए आरोपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से सम्बद्ध है यह भाजपा नेताओं के दोहरे चरित्र का परिचायक है तथा भारतीय जनता पार्टी की महिला एवं दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासन में दलितों के उत्पीड़न एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म की वीभत्स घटनाएं घटित हुई किन्तु अपराधियों को बचाने के प्रयास भाजपा सरकारों ने किए है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण राजस्थान में घटित डेल्टा मेघवाल प्रकरण है किन्तु कांग्रेस शासन में अपराध के घटित होते ही पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए त्वरित कार्यवाही की जाकर पीड़ित को न्याय दिलवाने तथा अपराधियों को दण्डित करने का कार्य किया जाता है ।
जोधपुर में नाबालिग दलित बालिका के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने तत्परता के साथ कार्यवाही करते हुए 180 मिनट में गिरफ्तार कर राजस्थान में अपराधों के विरूद्ध सजगता के साथ कार्यवाही करने की राजस्थान सरकार की नीति का परिचय दिया है। उक्त विचार समाज कल्याण बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए ।
डॉ. अर्चना शर्मा ने कहा कि गत् रात्रि को दो नाबालिग दलित बच्चें अजमेर से भागकर जोधपुर पहुँचे थे तथा समीप के होटल में रूकने गए किन्तु होटलकर्मी द्वारा उचित व्यवहार नहीं करने पर वापस बस स्टेण्ड पर आ गये जहाँ तीन लड़के जिनकी उम्र करीब 21 से 23 वर्ष है उनको बहला-फुसला कर रेलवे ट्रेक होते हुए पास ही जेएनवीयू यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैम्पस के सुनसान हॉकी खेल मैदान में ले गए। अपराधियों ने नाबालिग लड़के को बंधक बना लिया तथा नाबालिग बच्ची से बारी- बारी सामूहिक दुष्कर्म किया।
जोधपुर में नाबालिग दलित बालिका के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने तत्परता के साथ कार्यवाही करते हुए 180 मिनट में गिरफ्तार कर राजस्थान में अपराधों के विरूद्ध सजगता के साथ कार्यवाही करने की राजस्थान सरकार की नीति का परिचय दिया है। उक्त विचार समाज कल्याण बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए ।
डॉ. अर्चना शर्मा ने कहा कि गत् रात्रि को दो नाबालिग दलित बच्चें अजमेर से भागकर जोधपुर पहुँचे थे तथा समीप के होटल में रूकने गए किन्तु होटलकर्मी द्वारा उचित व्यवहार नहीं करने पर वापस बस स्टेण्ड पर आ गये जहाँ तीन लड़के जिनकी उम्र करीब 21 से 23 वर्ष है उनको बहला-फुसला कर रेलवे ट्रेक होते हुए पास ही जेएनवीयू यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैम्पस के सुनसान हॉकी खेल मैदान में ले गए। अपराधियों ने नाबालिग लड़के को बंधक बना लिया तथा नाबालिग बच्ची से बारी- बारी सामूहिक दुष्कर्म किया।
उन्होंने कहा कि पास ही मॉर्निंग वॉक करने वाले आमजन ने लड़की की चिल्लाने की आवाज सुनकर पुलिस को सूचना दी जिस पर तत्परतापूर्वक कमिश्नर पुलिस सहित सभी आला अधिकारी एफएसएल, डॉग स्कावड के साथ मौके पर पहुँचे तथा एडीसीपी ईस्ट के नेतृत्व में विशेष टीमें बनायी गयी जिन्होंने परम्परागत तरीके और तकनीकी आधार पर अपराधियों का पीछा करते हुए घटना के महज कुछ घण्टों के भीतर ही तीनों आरोपियों को उम्मेद भवन की पहाड़ियों से पकड़ा।
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