93 वर्षीय रामनिवास माथुर ने परिवार के साथ धूम धाम से मनाई शादी की 75 वीं वर्षगांठ

० आशा पटेल ० 
जयपुर । उम्र कभी आदमी को बूढ़ा नहीं बनाती, अगर मन में उत्साह हो तो सब कुछ आनन्द और जश्न के बीच उम्र को धता बता कर नया जीवन जिया जा सकता है। ऐसा ही एक नायाब जश्न देखा हमने। यहां जयपुर में 93 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक रामनिवास माथुर जिनका जन्म राजस्थान के रूपनगढ़ में 5 नवंबर 1930 में हुआ था और इन का विवाह श्रीमती चंदा माथुर के साथ 17 जून 1948 को हुआ था उन्होंने हालही है अपनी शादी की 75 वीं सालगिरह खूब उत्साह के से अपने भरे पूरे परिवार के साथ पिछले दिनों जयपुर में खूब धूमधाम के साथ मनाई ।
ल्लेखनीय है कि रामनिवास माथुर का जन्म राजस्थान के रूपनगढ़ में हुआ था और उनका विवाह मेड़ता सिटी में हुआ था। उन्होंने रेलवे में इंस्पेक्टर वायरलेस के पद पर रहते हुए लंबे समय तक अपनी सेवाएं दी और वे 1987 में रेलवे से रिटायर हुए । इस प्रकार लगभग 36 साल से रेलवे से पेंशन प्राप्त कर रहे हैं ।उनके दो पुत्र प्रमोद माथुर एवं आर के माथुर है दोनों ही रिटायर हो चुके हैं। इन पुत्रों के अतिरिक्त उनका भरा पूरा परिवार है और वे इस समय जयपुर में निवास कर रहे हैं ।
इस अवसर पर उनके परिवार जनो ने उन्हें हेरिटेज विंटेज कार में यात्रा करवाई और उनकी सम्मान के साथ शादी की सालगिरह मनाई जिसमें उनके अनेक पुराने मित्रों ने और उनके सभी परिवार जनों ने उत्साह से भाग लिया । सच अगर मन में उत्साह हो, उमंग हो, जीने की कला हो और दिल दिमाग से इंसान सद व्यवहार मय जीवन जीता हो तो लम्बी उम्र आड़े नहीं आती । तभी तो रामनिवास माथुर जी ने शादी की 75 वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया। अन्यथा लोग रिटायर होने के बाद सुस्त, नीरस और अंतर्मुखी जीवन जीने लगते हैं।

टिप्पणियाँ

DR.BL JATAWAT ने कहा…
हमारे बुजुर्गों के प्रति सम्मान हेतु एक अनुपम एवं अतुलनीय पहल
Qutub Mail ने कहा…
Respected Sir.
कुतुब मेल यू ट्यूब चैनल तथा कुतुब मेल के न्यूज़ पोर्टल पर आपकी सभी गतिविधियों तथा सूचनाओं का स्वागत है।। स्नेह बनाए रखें।। धन्यवाद

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