बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने शुरू की महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना
० आशा पटेल ०
मुंबई। बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (एमएसएससी) योजना शुरू की है, जो महिलाओं के लिए सरकार की ओर से एक नई पहल है। एमएसएससी 2-वर्षीय जमा योजना है, जिसमें प्रति वर्ष 7.5% की ब्याज दर की पेशकश की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2023-24 में महिलाओं और लड़कियों के लिए एक छोटी बचत योजना, महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की घोषणा की है। यह योजना 31 मार्च 2025 तक दो वर्षों की अवधि के लिए वैध है।ग्राहक और गैर-ग्राहक दोनों बैंक ऑफ़ बड़ौदा में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना संबंधी खाता खुलवा सकते हैं। सभी महिलाएं खाता खोलने के लिए पात्र हैं, जिसे स्वयं के लिए या किसी नाबालिग लड़की की ओर से अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
इस योजना के तहत, एक खाताधारक रु. 100 के गुणक में एक समय में या चरणों में रु. 1,000 की न्यूनतम जमा राशि के साथ रु. 200,000 की संचयी जमा राशि जमा कर सकता है। एक व्यक्ति कई खाते खोल सकता है लेकिन मौजूदा खाते और दूसरे खाते को खोलने के बीच न्यूनतम तीन महीने का समय अंतराल बनाए रखना होगा। ब्याज तिमाही आधार पर दिया जाएगा और महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र खाते में जमा कर दिया जाएगा।खाताधारक या कानूनी अभिभावक द्वारा खाता खोले जाने की तारीख से एक वर्ष पूरा होने के बाद पात्र शेष राशि का 40% तक आंशिक निकासी की जा सकती है।
इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक अजय के खुराना ने कहा कि,इस
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना को विशेष रूप से महिलाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि महिलाओं को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और उनकी वित्तीय आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित किया जा सके। हमें, बैंक ऑफ़ बड़ौदा में एमएसएससी योजना को शुरू करते हुए बेहद खुशी हो रही है, यह देश भर में हमारी सभी शाखाओं में उपलब्ध होगी।
एमएसएससी हर क्षेत्र की महिलाओं को सशक्तीकरण प्रदान करेगा और बैंक ऑफ़ बड़ौदा सरकार की इस पहल को सहयोग प्रदान करने हेतु देश भर में फैली अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति का लाभ उठाएगा। ”एमएसएससी खाता खोलने के लिए फॉर्म बैंक ऑफ़ बड़ौदा की सभी शाखाओं में उपलब्ध हैं।
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