बीएसईएस के लाइनमैन हेल्पर 3 महीने से वेतन नहीं मिलने पर धरने पर बैठे
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड बीएसईएस के एमजी में काम करने वाले लाइनमैन हेल्पर को 3 महीने का वेतन नहीं दिया गया और उनको काम पर से निकाल दिया गया। 480 लड़के रोड पर है और उनकी फैमिली ने नेहरू प्लेस हेड ऑफिस के सामने धरने पर बैठे । आऊटसोर्स कर्मचारियों की लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच गई है। एक तरफ तो "ठेकेदारी हटाओं संविधान बचाओं" के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी सी कपिल जो सरकार और BSES कम्पनी/मैनेजमेंट से खुल्लम-खुल्ला सीधी तीखी जंग लड़ रहे हैं
तो दूसरी तरफ एक पक्ष ऐसा भी है जो मैनेजमेंट और सरकार की गोद में बैठकर कर्मचारियों को ठग रहा है । जिन लोगों ने गोदी-यूनियनबाजी के दम पर अपने सपूतों को कम्पनी में सेट करा दिया है पदोन्नतियों पर पदोन्नतियां हांसिल कर रहे हैं। काम करने से छूट मिली हुई है। कमाई की पोस्टें लेकर मज़े मार रहे हैं। उनसे यदि कोई आऊटसोर्स कर्मचारी अपने भले की उम्मीद करता है तो फिर क्या ही कहां जा सकता है।
विनाशकाले विपरीत बुद्धि। गलत-सही भले-बुरे के बीच जो आऊटसोर्स कर्मचारी फर्क नहीं कर सकता उसका डूबना तय जानिएं। आज नहीं तो कल डूबेगा ही डूबेगा। हम आऊटसोर्स कर्मचारियों की लड़ाई लड़ते हुए डी सी कपिल को इस दुष्परिणाम भुगतने को मज़बूर होना पड़ रहा है! यह हम आऊटसोर्स कर्मचारियों की लड़ाई का ही परिणाम था अगर अब भी आऊटसोर्स कर्मचारी अपनी लड़ाई को लड़ने के लिए खुल कर मैदान में नहीं उतरते तो यकीन मानिए आने वाले वक्त में कोई भी हमारी लड़ाई लड़ने आगे आने वाला नहीं है।
बाकि दलालों की दाल भी BSES में तब तक ही गल रही है जब तक डी सी कपिल आऊटसोर्स कर्मचारियों की लड़ाई को अपने कंधों पर उठा कर चल रहे हैं! दलालों के भरोसे मत रहना नहीं तो न घर के रहोगे और न घाट के रहोगे! 26 तारीख से ही सभी भाई काम बंद करके धरना स्थल पर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कराएं!
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