तीसरी पुण्यतिथि पर सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक एस.पी बाला सुब्रमण्यम को श्रद्धा सुमन अर्पित

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली -
 एस.पी बाला सुब्रह्मण्यम छह बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे गए थे। छह फिल्मफेयर अवार्ड साउथ और एक फिल्म फेयर अवार्ड हिंदी गाने के लिए उन्हें मिला। 1981 में लेखक निर्देशक के बालचंद्र की कमल हासन और रति अग्निहोत्री अभिनीत हिंदी फिल्म एक दूजे के लिए में पहली बार एस.पी बालसुब्रमण्यम ने गाने गाए थे। फिल्म सुपर डुपर हिट रही थी। एक दूजे के लिए में गाए उनके गीतों ने उन्हें हिंदी भाषी करोडों श्रोताओं का चहेता बना दिया। लोग उन्हें प्यार से एस.पी और बालु के नाम से भी पुकारते थे। 

अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के राष्ट्रीय महामंत्री दयानंद वत्स ने बरवाला में पद्मभूषण से सम्मानित मशहूर प्लेबैक सिंगर स्वर्गीय एस.पी बाला सुब्रमण्यम को उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए । इस अवसर पर वत्स ने अपने संबोधन में कहा कि एस.पी ने 16 भाषाओं में 40 हजार से ज्यादा गीत गाकर करोडों श्रोताओं के दिल में अपनी जगह बना ली।  एस. पी बाला सुब्रमण्यम बहुमुखी प्रतिभा के धनी पार्श्व गायक, एक्टर, म्यूजिक डायरेक्टर, प्रोड्यूसर भी थे।

राजश्री प्रोडक्शन की सलमान खान अभिनीत मैने प्यार किया और हम आपके हैं कौन में गाए उनके गीतों से एस.पी ने करोडों हिंदी प्रेमियों के दिल में अपनी जगह बना ली थी। हम बने तुम बने इक दूजे के लिए, दिल दीवाना बिन सजना के माने ना, मेरे रंग में रंगने वाली, आजा शाम होने आई, जूते दो पैसे लो, वाह वाह राम जी, पहला पहला प्यार है जैसे गीत अब अमर हो गये हैं। मणिरत्नम की रोजा, चेन्नई एक्सप्रेस, साजन में भी एस.पी ने अपने सुरों से लोगों का मन मोह लिया था वत्स ने कहा कि भले ही एस.पी आज हमारे बीच नहीं रहे हों लेकिन अपने गीतों से वह अमर हो गये हैं।

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