वेब मीडिया से संभव हुई जनसंचार क्रांति: प्रो.संजय द्विवेदी
० योगेश भट्ट ०
पटना (बिहार)। वेब और सोशल मीडिया ने दुनिया में जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है और परंपरागत संचार माध्यमों के सामने न सिर्फ गहरी चुनौती पेश की है बल्कि उनके अस्तित्व पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पटना के पनास बैंक्वेट में आयोजित 'वेब मीडिया समिट-2023' को प्रो.संजय द्विवेदी मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था। समिट में मुख्य अतिथि बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा और समापन सत्र में राजस्व और भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता के अलावा वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह, नेटवर्क 18 के समूह संपादक डा.ब्रजेश कुमार सिंह, टीवी 9 के संपादक पंकज सिंह, एसोशिएशन के अध्यक्ष आनंद कौशल, महासचिव अमित रंजन उपस्थित रहे।प्रो.द्विवेदी ने कहा कि वेब मीडिया संचालकों को डिजिटल डिवाइड, इंटरनेट निरक्षरता, फेक न्यूज, मिस इनफार्मेशन, डिश इनफार्मेशन की चुनौतियों से जूझते हुए इस तकनीक का मानवीयकरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा तकनीक या टूल बुरा नहीं होता,इसे उपयोग करने वाले इसे अच्छा या खराब बनाते हैं।बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने कहा कि आज ग्रामीण लोग वेब मीडिया के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं। उनका भरोसा वेब मीडिया पर बना रहे, यह ध्यान रखे जाने की जरूरत है।एडिटर्स गिल्ड के पूर्व महासचिव एन. के. सिंह ने कहा कि ग्रामीण न सिर्फ बड़े उपभोक्ता हैं, बल्कि वे खबरें दे भी रहे हैं। इसलिए जनमुद्दों से जुड़ी खबरें वेब के कंटेंट में ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए ।नेटवर्क 18 के समूह संपादक डा. ब्रजेश कुमार सिंह ने वेब मीडिया कैसे रेवेन्यू पैदा कर सके , इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सही कंटेंट देकर ऐसा किया जा सकता है। क्योंकि दर्शकों के पास लाखों विकल्प हैं।'लाइव सिटीज' के ज्ञानेश्वर ने दावे से कहा कि आज वेब ही असली व प्रमुख मीडिया है।
दैनिक जागरण, पटना के संपादक आलोक मिश्र ने वेब सहित सभी मीडिया को मीडिया की नैतिकता के पालन पर जोर दिया। राष्ट्रीय सहारा, पटना के संपादक संजय त्रिपाठी ने कहा कि वेब को भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए व खबरों को परोसने से पहले पूरी छानबीन करनी चाहिए। टीवी 9 के कार्यकारी संपादक पंकज सिंह ने कहा कि वेब मीडिया ने पत्रकारिता का लोकतांत्रिकरण व सरलीकरण कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि एकरस कंटेंट परोसने के कारण टीवी पत्रकारिता में जो वैक्यूम पैदा हुआ है, उसका फायदा वेब मीडिया उठा सकता है और अच्छे कंटेंट देकर लोकप्रिय हो सकता है।
पंजाब केसरी के प्रवीण झा ने भाषा की समृद्धता पर जोर दिया। इससे पूर्व वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल ने स्वागत भाषण दिया। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने मंच संचालन व महासचिव अमित रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एसोसिएशन के द्वारा मीडिया पत्रकारों के लिए किए गए कार्यों की भी चर्चा की। सम्मिट के अन्य सत्र में डॉ माधो सिंह ने दिग्गजों के साथ विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चा की।
पटना (बिहार)। वेब और सोशल मीडिया ने दुनिया में जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है और परंपरागत संचार माध्यमों के सामने न सिर्फ गहरी चुनौती पेश की है बल्कि उनके अस्तित्व पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पटना के पनास बैंक्वेट में आयोजित 'वेब मीडिया समिट-2023' को प्रो.संजय द्विवेदी मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था। समिट में मुख्य अतिथि बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा और समापन सत्र में राजस्व और भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता के अलावा वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह, नेटवर्क 18 के समूह संपादक डा.ब्रजेश कुमार सिंह, टीवी 9 के संपादक पंकज सिंह, एसोशिएशन के अध्यक्ष आनंद कौशल, महासचिव अमित रंजन उपस्थित रहे।प्रो.द्विवेदी ने कहा कि वेब मीडिया संचालकों को डिजिटल डिवाइड, इंटरनेट निरक्षरता, फेक न्यूज, मिस इनफार्मेशन, डिश इनफार्मेशन की चुनौतियों से जूझते हुए इस तकनीक का मानवीयकरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा तकनीक या टूल बुरा नहीं होता,इसे उपयोग करने वाले इसे अच्छा या खराब बनाते हैं।बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने कहा कि आज ग्रामीण लोग वेब मीडिया के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं। उनका भरोसा वेब मीडिया पर बना रहे, यह ध्यान रखे जाने की जरूरत है।एडिटर्स गिल्ड के पूर्व महासचिव एन. के. सिंह ने कहा कि ग्रामीण न सिर्फ बड़े उपभोक्ता हैं, बल्कि वे खबरें दे भी रहे हैं। इसलिए जनमुद्दों से जुड़ी खबरें वेब के कंटेंट में ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए ।नेटवर्क 18 के समूह संपादक डा. ब्रजेश कुमार सिंह ने वेब मीडिया कैसे रेवेन्यू पैदा कर सके , इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सही कंटेंट देकर ऐसा किया जा सकता है। क्योंकि दर्शकों के पास लाखों विकल्प हैं।'लाइव सिटीज' के ज्ञानेश्वर ने दावे से कहा कि आज वेब ही असली व प्रमुख मीडिया है।
दैनिक जागरण, पटना के संपादक आलोक मिश्र ने वेब सहित सभी मीडिया को मीडिया की नैतिकता के पालन पर जोर दिया। राष्ट्रीय सहारा, पटना के संपादक संजय त्रिपाठी ने कहा कि वेब को भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए व खबरों को परोसने से पहले पूरी छानबीन करनी चाहिए। टीवी 9 के कार्यकारी संपादक पंकज सिंह ने कहा कि वेब मीडिया ने पत्रकारिता का लोकतांत्रिकरण व सरलीकरण कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि एकरस कंटेंट परोसने के कारण टीवी पत्रकारिता में जो वैक्यूम पैदा हुआ है, उसका फायदा वेब मीडिया उठा सकता है और अच्छे कंटेंट देकर लोकप्रिय हो सकता है।
पंजाब केसरी के प्रवीण झा ने भाषा की समृद्धता पर जोर दिया। इससे पूर्व वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल ने स्वागत भाषण दिया। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने मंच संचालन व महासचिव अमित रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एसोसिएशन के द्वारा मीडिया पत्रकारों के लिए किए गए कार्यों की भी चर्चा की। सम्मिट के अन्य सत्र में डॉ माधो सिंह ने दिग्गजों के साथ विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चा की।
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