निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल बिना चीर-फाड़ के एन्यूरिज्म कॉइलिंग द्वारा ब्रेन हेमरेज का इलाज
० आशा पटेल ०
जयपुर। निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को दिन- प्रतिदिन मजबूत किया जा रहा है, एन.एच.बी.एच हॉस्पिटल, जयपुर ने एक नयी तकनीक एन्यूरिज्म कॉइलिंग के सफल प्रयोजन के साथ न्यूरो-इंटरवेंशनल सर्जरी के क्षेत्र को आगे बढ़ाया। मेडिकल क्षेत्र में यह तकनीक, हृदय वाहिकाओं के लिए एंजियोप्लास्टी के समान, टूटी हुई ब्रेन एन्यूरिज्म के उपचार को बदल रही है, जिससे ब्रेन में बिना किसी
चीर-फाड़ की आवश्यकता समाप्त हो रही है।
डॉ. मदन मोहन गुप्ता- न्यूरोइंटरवेंशनलिस्ट, ने बताया कि सर्जरी एक महत्वपूर्ण क्षण में की गई थी जब मरीज को सबाराकनॉइड हेमरेज, जो एक आपातकालीन अवस्था, आमतौर पर एक उभरी हुई नस के दिमाग में फट जाने से होती है. अगर तुरंत इलाज ना हो, तो दिमाग को हमेशा के लिए नुकसान पहुंच सकता है या मौत भी हो सकती है. जिसके मुख्य लक्षण अचानक, बहुत तेज सिर-दर्द है, जो ब्रेन और उसके पतले आवरण वाले टिश्यू के बीच कीजगह में होने वाला एक प्रकार का रक्तस्रावी स्ट्रोक था।
ब्रेन एन्यूरिज्म कोइलिंग एक नई प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक है जिसमें बिना सिर की हड्डी हटाए जहाँ पर दिमाग में खून का गोला होता है वहाँ पर प्लैटिनम धातु के छल्ले डाल देते हैं जिस कारण खून का गोला तुरन्त बन्द हो जाता है और कोई बड़ी सर्जरी करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। यह तकनीक ब्रेन हैमरेज का इलाज करने के लिय यह सबसेअत्याधुनिक तकनीक है।
महिला मरीज ने अपना अनुभव व्यक्त करते हुए, महिला ने एन्यूरिज्म कॉइलिंग प्रक्रिया केसाथ अपना सकारात्मक अनुभव साझा किया। उन्होंने पारंपरिक ओपन ब्रेन सर्जरी से जुड़ीलंबी रिकवरी के विपरीत, एक से दो दिनों के तेजी से ठीक होने के समय पर और बिनाकिसी डर से स्वस्थ होने पर ख़ुशी जाहिर की।
एन.एच.बी.एच हॉस्पिटल जयपुर की मेडिकल टीम ने बताया की ब्रेन हेमरेज कई प्रकार के होते हैं, और उन्हें रक्तस्राव के स्थान के आधार पर बनाया गया है: इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव: इस प्रकार का ब्लीडिंग मस्तिष्क के अंदर होता है सबाराकनॉइड ब्लीडिंग : ब्लीडिंग मस्तिष्क और उसे ढकने वाली झिल्लियों के बीच होता है सबड्यूरल हेमरेज: यह प्रकार ड्यूरा की इनर परत के नीचे और मस्तिष्क के ऊपर होता है
जयपुर। निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को दिन- प्रतिदिन मजबूत किया जा रहा है, एन.एच.बी.एच हॉस्पिटल, जयपुर ने एक नयी तकनीक एन्यूरिज्म कॉइलिंग के सफल प्रयोजन के साथ न्यूरो-इंटरवेंशनल सर्जरी के क्षेत्र को आगे बढ़ाया। मेडिकल क्षेत्र में यह तकनीक, हृदय वाहिकाओं के लिए एंजियोप्लास्टी के समान, टूटी हुई ब्रेन एन्यूरिज्म के उपचार को बदल रही है, जिससे ब्रेन में बिना किसी
चीर-फाड़ की आवश्यकता समाप्त हो रही है।
ग्रोइन आर्टरी के माध्यम से की जाने वाली यह जीवन रक्षक प्रक्रिया, मेडिकल क्षेत्र के प्रति अस्पताल की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल की हालिया सफलता ने एक 50 वर्षीय महिला के इलाज में एन्यूरिज्म कॉइलिंग सर्जरी को सफलतापूर्वक किया गया, जिसे ब्रेन एन्यूरिज्म के टूटने के कारण (ब्रेन हेमरेज) मस्तिष्क रक्तस्राव का सामना करना पड़ा था। इसमें पारंपरिक ओपन ब्रेन सर्जरी के विपरीत, मस्तिष्क की हड्डी या मस्तिष्क में किसी घाव या टांके के बिनाकैथ लैब में एन्यूरिज्म कॉइलिंग की जाती है।
डॉ. मदन मोहन गुप्ता- न्यूरोइंटरवेंशनलिस्ट, ने बताया कि सर्जरी एक महत्वपूर्ण क्षण में की गई थी जब मरीज को सबाराकनॉइड हेमरेज, जो एक आपातकालीन अवस्था, आमतौर पर एक उभरी हुई नस के दिमाग में फट जाने से होती है. अगर तुरंत इलाज ना हो, तो दिमाग को हमेशा के लिए नुकसान पहुंच सकता है या मौत भी हो सकती है. जिसके मुख्य लक्षण अचानक, बहुत तेज सिर-दर्द है, जो ब्रेन और उसके पतले आवरण वाले टिश्यू के बीच कीजगह में होने वाला एक प्रकार का रक्तस्रावी स्ट्रोक था।
ब्रेन एन्यूरिज्म कोइलिंग एक नई प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक है जिसमें बिना सिर की हड्डी हटाए जहाँ पर दिमाग में खून का गोला होता है वहाँ पर प्लैटिनम धातु के छल्ले डाल देते हैं जिस कारण खून का गोला तुरन्त बन्द हो जाता है और कोई बड़ी सर्जरी करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। यह तकनीक ब्रेन हैमरेज का इलाज करने के लिय यह सबसेअत्याधुनिक तकनीक है।
महिला मरीज ने अपना अनुभव व्यक्त करते हुए, महिला ने एन्यूरिज्म कॉइलिंग प्रक्रिया केसाथ अपना सकारात्मक अनुभव साझा किया। उन्होंने पारंपरिक ओपन ब्रेन सर्जरी से जुड़ीलंबी रिकवरी के विपरीत, एक से दो दिनों के तेजी से ठीक होने के समय पर और बिनाकिसी डर से स्वस्थ होने पर ख़ुशी जाहिर की।
एन.एच.बी.एच हॉस्पिटल जयपुर की मेडिकल टीम ने बताया की ब्रेन हेमरेज कई प्रकार के होते हैं, और उन्हें रक्तस्राव के स्थान के आधार पर बनाया गया है: इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव: इस प्रकार का ब्लीडिंग मस्तिष्क के अंदर होता है सबाराकनॉइड ब्लीडिंग : ब्लीडिंग मस्तिष्क और उसे ढकने वाली झिल्लियों के बीच होता है सबड्यूरल हेमरेज: यह प्रकार ड्यूरा की इनर परत के नीचे और मस्तिष्क के ऊपर होता है
एपिड्यूरल रक्तस्राव: यह तब होता है जब खोपड़ी और मस्तिष्क के बीच ब्लीडिंग विकसित होता है निम्स हार्ट एंड ब्रेन हॉस्पिटल में एन्यूरिज्म कॉइलिंग का सफल कार्यान्वयन न्यूरो-इंटरवेंशनलरेडियोलॉजी के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव, और एन्यूरिज्म के इलाज के लिए एकसुरक्षित और अधिक प्रभावी समाधान प्रदान करता है। चिकित्सा देखभाल को आगे बढ़ाने केलिए अस्पताल की नयी तकनीकों को अपनाने और कम करने की पहल को दर्शाती है औरमस्तिष्क रक्तस्राव के उपचार में गेम-चेंजर के रूप में एन्यूरिज्म की क्षमता को रेखांकित करती है।
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