अंतरराष्ट्रीय सेमिनार 'आयुर्वेदा 2.0' चिकित्सा पद्धतियों में तकनीक,नवाचार पर होगी चर्चा
० आशा पटेल ०
जयपुर | राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान एवं माय क्रैक द वेलनेस कोड फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 16 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सेमिनार 'आयुर्वेदा 2.0' का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किया जा रहा है । इस सेमिनार में आयुर्वेद में तकनीक एवं नवाचारों के उपयोग से आ रहे बेहतर परिणाम एवं विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से आयुर्वेद का सामंजस्य जैसे विषयों पर देश -विदेश से आने वाले विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे।
जयपुर | राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान एवं माय क्रैक द वेलनेस कोड फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 16 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सेमिनार 'आयुर्वेदा 2.0' का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किया जा रहा है । इस सेमिनार में आयुर्वेद में तकनीक एवं नवाचारों के उपयोग से आ रहे बेहतर परिणाम एवं विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से आयुर्वेद का सामंजस्य जैसे विषयों पर देश -विदेश से आने वाले विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे।
परेशानियों से अब देश ही नहीं विदेशों में भी लोग अलार्नेट थेरेपी की तलाश में हैं। आयुर्वेद हो ,होमियोपैथी ,नेचरोपेथी,योगा,प्राणायाम ,रेकी और प्राणिक चिकित्सा जैसी अनेक पेथी की और भाग रहा है। कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन फाउंडेशन के ग्लोबल चेयरमैन नरेन बक्शी, एमडी विंग कमांडर वी के काला, डायरेक्टर शरद कामरा समेत अन्य सदस्यों की उपस्थिति में किया गया। नरेन बक्शी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें आयुर्वेद में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत विभिन्न तकनीक के समावेश एवं नवाचारों पर चर्चा होगी।
इस अवसर पर डाइरेक्टर शरद कामरा ने बताया कि मुख्य वक्ता के रूप में यूएसए में 35 वर्षों से एमडी आयुर्वेद के तौर पर कार्यरत डॉ. विवेक शानभाग संबोधित करेंगे। इस अवसर पर एमडी विंग कमांडर वी के काला ने सेमिनार की विस्तार से जानकारी दी और अंत में सभी मिडिया कर्मियों के साथ एक लाफ्टर सेशन में किया गया.
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