वर्तमान परिप्रेक्ष्य में दलित लेखन का मूल्यांकन और बदलाव की स्थिति पर सम्मेलन

० समय सिंह जोल ० 
ग्रेटर नोएडा : अखिल भारतीय साहित्य समिति के तत्वावधान में अखिल भारतीय दलित लेखक सम्मेलन ' आयोजित किया गया। जिसका विषय था ' वर्तमान परिप्रेक्ष्य में दलित लेखन का मूल्यांकन और बदलाव की स्थिति: एक विमर्श ' YMCA हाल ग्रेटर नोएडा,गौतम बुद्ध नगर (उ.प्र.) में हुआ। जिसमें विभिन्न राज्यों से पधारे साहित्यकारों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्घाटन हावड़ा विश्वविद्यालय ( कोलकाता) के उपकुलपति डॉ.विजय कुमार भारती ने किया । सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि, कथाकार एवं समालोचक तथा पूर्व सदस्य हिंदी अकादमी ( दिल्ली ) सरकार डॉ.कुसुम वियोगी ने की। सम्मेलन का सफल संचालन प्रोफेसर डॉ.टेक चंद ( दिल्ली विश्वविद्यालय ) ने किया।  
कार्यक्रम संयोजक डॉ.राम प्रताप नीरज आलोचक/साहित्यकार एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य बिहार विश्वविद्यालय थे। सम्मेलन तीन सत्रों में चला मुख्य अतिथियों व वक्ताओं में दलित साहित्य प्रवक्ता डॉ.जय प्रकाश कर्दम,कवि/आलोचक समीक्षक प्रो.डॉ.एन.सि़ह, प्रख्यात दलित साहित्य अध्येता एवं आलोचक प्रो.डॉ.बजरंग बिहारी तिवारी,मदन कश्यप, पत्रकार राकेश रेणू, डॉ.भाषा सिंह, कथाकार/उपन्यासकार रत्न कुमार सांभरिया,आलोचक/साहित्यकार ईश कुमार गंगानिया,डॉ.तारा परमार, डॉ.सुशीला टाकभौरे,प्रो.डा.राजकुमारी ' राजसी', 
प्रो.डॉ राजेश पाल,दलेस अध्यक्ष एवं प्रतिबद्ध संपादक, मूर्ति शिल्पकार हीरालाल राजस्थानी.नदलेस महासचिव एवं ' सोच ' वार्षिकी के मुख्य संपादक डॉ.अमित धर्म सिंह, डिप्रेस्ड एक्सप्रेस के संपादक एडवोकेट डी.के.भास्कर,बलविंदर बली, नवगीतकार जगदीश पंकज,कथाकार सतीश खनगवाल आदि प्रमुख थे। आमंत्रित अतिथियों का शाल,शील्ड एवं लेदर बेग लेखन हेतु पेन,लेटर हेड आदि देकर सम्मानित किया गया । डा.नीरज के एकल प्रयास द्वारा आयोजित/व्यवस्थित सम्मेलन की सभी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की ।

टिप्पणियाँ

Dr Rajkumari ने कहा…
बढ़िया रिपोर्ट और सफ़ल आयोजन की हार्दिक मंगलकामनाएं
साहित्य के क्षेत्र में सराहनीय कार्य। हार्दिक बधाई।

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