राज पुलिस हैकाथॉन 1.0 : डीजीपी ने किया लोगो जारी : साइबर वॉलिंटियर वेब पोर्टल भी लॉन्च
० आशा पटेल ०
जयपुर, । महानिदेशक पुलिस श्यू आर साहू ने पुलिस मुख्यालय में राजस्थान पुलिस हैकाथॉन 1.0 के लोगो व राजस्थान पुलिस साइबर क्राइम अवेयरनेस मिशन को लांच किया। इस अवसर पर राजस्थान पुलिस साइबर वॉलिंटियर पोर्टल को लॉन्च किया गया। साथ ही तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों से साइबर सिक्योरिटी के संबंध में एमओयू भी सम्पादित किए गए।कर्टेन रेजर को संबोधित करते हुए डीजीपी साहू ने बढ़ते साइबर अपराधों को ध्यान में रखते हुए आमजन में साइबर सुरक्षा के प्रति विशेष जनचेतना जागृत करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही साइबर अपराधों की रोकथाम की जा सकती है। राजस्थान पुलिस द्वारा आगामी 17 एवं 18 जनवरी को स्थानीय राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित की जाने वाली हैकाथॉन में आमजन की भागीदारी को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सामान्य अपराधों के अनुसंधान में भी साइबर की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका हैकर्टेन रेजर के दौरान एमएनआईटी, वी के लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय, पोद्दार कॉलेज, विवेकानंद ग्लोबल विश्वविद्यालय तथा ग्लोबल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी समूह के साथ पुलिस अधीक्षक साइबर सुरक्षा सुधीर चौधरी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आम लोगों को साइबर स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण कराने के लिए प्रारम्भ किये जा रहे वेब पोर्टल को लॉन्च किया गया।
डीजी साइबर सुरक्षा डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने आगामी हैकाथॉन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हैकाथॉन में उन्नत प्रौद्योगिकियों और साइबर अपराध रोकथाम, महिला और बाल सुरक्षा व प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पर स्पीकर सीरीज का आयोजन किया जाएगा। हैकाथॉन से पूर्व 16 जनवरी को स्थानीय अमर जवान ज्योति पर जयपुर में पहली बार ड्रोन प्रदर्शन किया जाएगा। इस ड्रोन प्रदर्शन के दौरान विभिन्न तकनीको से युक्त ड्रोन का प्रदर्शन होगा व ड्रोन विशेषज्ञ अपने तकनीकी कौशल का परिचय देंगे। हेकथान के दौरान एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। शैक्षणिक संस्थानों से सेमिनार व एमओयू किये जायेंगे।
डॉ मेहरड़ा ने बताया कि इस हैकाथॉन में लगभग 6000 व्यक्ति शामिल होंगे। हैकाथॉन में 300 टीमें शामिल होगी। प्रत्येक टीम में तीन से चार लोग प्रतिभागी होंगे। इन्हें मिलाकर लगभग 1200 से अधिक साइबर तकनीक से जुड़े छात्र, संस्थान, संस्थाएं, विशेषज्ञ आदि शामिल हो रहे हैं। इस राष्ट्रीय स्तर के हैकाथॉन में 28 राज्यों के प्रतिभागी शामिल होंगे। विभिन्न समूहों में कुल 20 लाख रुपए के अवार्डस दिए जाएंगे, जो देश में सर्वाधिक है।
एडीजी हेडक्वार्टर संजय अग्रवाल ने इस राष्ट्रीय हैकाथॉन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि जनहित में इसे जनअभियान बनाने के साथ ही संबंधित सभी विशेषज्ञों को एक प्लेटफार्म पर जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सुरक्षित साइबर इको सिस्टम आवश्यक है। उन्होंने व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों में साइबर सुरक्षा के प्रति जन चेतना जागृत की जाएगी।
इस अवसर पर डीजी प्रशिक्षण जंगा श्रीनिवास एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस राजेश निर्वाण, हेमंत प्रियदर्शी, गोविंद गुप्ता, अनिल पालीवाल, आनंद श्रीवास्तव, अशोक राठौड़, मालिनी अग्रवाल, प्रशाखा माथुर, स्मिता श्रीवास्तव, बिनीता ठाकुर, सचिन मित्तल, संजीब नार्झरी, विशाल बंसल, वी के सिंह, हवा सिंह घुमरिया, एस सेंगाथिर, बिपिन कुमार पांडे, भूपेंद्र साहू सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
जयपुर, । महानिदेशक पुलिस श्यू आर साहू ने पुलिस मुख्यालय में राजस्थान पुलिस हैकाथॉन 1.0 के लोगो व राजस्थान पुलिस साइबर क्राइम अवेयरनेस मिशन को लांच किया। इस अवसर पर राजस्थान पुलिस साइबर वॉलिंटियर पोर्टल को लॉन्च किया गया। साथ ही तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों से साइबर सिक्योरिटी के संबंध में एमओयू भी सम्पादित किए गए।कर्टेन रेजर को संबोधित करते हुए डीजीपी साहू ने बढ़ते साइबर अपराधों को ध्यान में रखते हुए आमजन में साइबर सुरक्षा के प्रति विशेष जनचेतना जागृत करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही साइबर अपराधों की रोकथाम की जा सकती है। राजस्थान पुलिस द्वारा आगामी 17 एवं 18 जनवरी को स्थानीय राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित की जाने वाली हैकाथॉन में आमजन की भागीदारी को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सामान्य अपराधों के अनुसंधान में भी साइबर की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका हैकर्टेन रेजर के दौरान एमएनआईटी, वी के लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय, पोद्दार कॉलेज, विवेकानंद ग्लोबल विश्वविद्यालय तथा ग्लोबल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी समूह के साथ पुलिस अधीक्षक साइबर सुरक्षा सुधीर चौधरी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आम लोगों को साइबर स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण कराने के लिए प्रारम्भ किये जा रहे वेब पोर्टल को लॉन्च किया गया।
डीजी साइबर सुरक्षा डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने आगामी हैकाथॉन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हैकाथॉन में उन्नत प्रौद्योगिकियों और साइबर अपराध रोकथाम, महिला और बाल सुरक्षा व प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पर स्पीकर सीरीज का आयोजन किया जाएगा। हैकाथॉन से पूर्व 16 जनवरी को स्थानीय अमर जवान ज्योति पर जयपुर में पहली बार ड्रोन प्रदर्शन किया जाएगा। इस ड्रोन प्रदर्शन के दौरान विभिन्न तकनीको से युक्त ड्रोन का प्रदर्शन होगा व ड्रोन विशेषज्ञ अपने तकनीकी कौशल का परिचय देंगे। हेकथान के दौरान एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। शैक्षणिक संस्थानों से सेमिनार व एमओयू किये जायेंगे।
डॉ मेहरड़ा ने बताया कि इस हैकाथॉन में लगभग 6000 व्यक्ति शामिल होंगे। हैकाथॉन में 300 टीमें शामिल होगी। प्रत्येक टीम में तीन से चार लोग प्रतिभागी होंगे। इन्हें मिलाकर लगभग 1200 से अधिक साइबर तकनीक से जुड़े छात्र, संस्थान, संस्थाएं, विशेषज्ञ आदि शामिल हो रहे हैं। इस राष्ट्रीय स्तर के हैकाथॉन में 28 राज्यों के प्रतिभागी शामिल होंगे। विभिन्न समूहों में कुल 20 लाख रुपए के अवार्डस दिए जाएंगे, जो देश में सर्वाधिक है।
एडीजी हेडक्वार्टर संजय अग्रवाल ने इस राष्ट्रीय हैकाथॉन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि जनहित में इसे जनअभियान बनाने के साथ ही संबंधित सभी विशेषज्ञों को एक प्लेटफार्म पर जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सुरक्षित साइबर इको सिस्टम आवश्यक है। उन्होंने व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों में साइबर सुरक्षा के प्रति जन चेतना जागृत की जाएगी।
इस अवसर पर डीजी प्रशिक्षण जंगा श्रीनिवास एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस राजेश निर्वाण, हेमंत प्रियदर्शी, गोविंद गुप्ता, अनिल पालीवाल, आनंद श्रीवास्तव, अशोक राठौड़, मालिनी अग्रवाल, प्रशाखा माथुर, स्मिता श्रीवास्तव, बिनीता ठाकुर, सचिन मित्तल, संजीब नार्झरी, विशाल बंसल, वी के सिंह, हवा सिंह घुमरिया, एस सेंगाथिर, बिपिन कुमार पांडे, भूपेंद्र साहू सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
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