सपना सच सच में हुआ, बोलो ‘जय श्री राम’

 ० प्रो. रवि शर्मा ‘मधुप’ ०
सपना सच सच में हुआ, बोलो ‘जय श्री राम’|
सदियों थे वनवास में, पहुँचे हैं निज धाम ||

हर्षोल्लास से भर गए, नाच उठे मन-मयूर|
धाम बना प्रभु राम का, बाधा हुइ हर दूर||

अवध पुरी में फिर हुई, प्रभु की जय-जयकार|
भव्य भवन तैयार हुआ, जन-मन है बलिहार||

जनता जब करने लगी, मोदी का गुणगान|
मोदी हँस कहने लगे, कृपा करें प्रभु राम||

आज दीप घर-घर जलें, हर घर हो त्योहार|
भाव-पुष्प कर में सजें, कर सोलह शृंगार||

योगी मोदी सा नहीं, जग में कोई वीर|
जो कहा, कर दिखा दिया, रख मनवा में धीर||

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