अच्छा इंसान वही बन सकता है जो अपनी कमियों को पहचाने और परमात्मा के समक्ष पूर्ण समर्पण कर दें : महाराज त्रिलोचन दर्शन दास

० योगेश भट्ट ० 
16 से 18 फरवरी तक सचखंड नामक धाम, लोनी में 44वे दास धर्म स्थापना दिवस के त्रि दिवसीय समागम हुआ
ग़ाज़ियाबाद। सचखंड नामक धाम, इंद्रापुरी, लोनी, ग़ाज़ियाबाद के सचखंड नानक धाम द्वारा मनाए जा रहे 44वे दास धर्म स्थापना दिवस के त्रि दिवसीय समागम के अवसर पर उपस्थित अपार जन समूह को संबोधित करते हुए परम संत महाराज त्रिलोचन दर्शन दास ने कहा कि जीवन की इच्छाओं, आशाओं के पूरा ना होने पर उदास मत हो। अपनी कमियों और चिताओं को समर्थ गुरु के श्री चरणों में अर्पित कर दो। जब व्यक्ति का प्रभ अविनाशी (ईश्वर) के श्री चरणों में संपूर्ण समर्पण हो जाता है तभी वह सही अर्थो में सच्चा इंसान बन पता है और मानवता की सेवा को ही प्रभु की सेवा समझ पाता है।
सचखंड नानक धाम, इंदापुरी, लोनी में स्थित हुजूर महाराज दर्शन दास दरबार में 44वा दास धर्म स्थापना दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर गुरु माँ विभूति त्रिलोचन दास जी द्वारा सेशन विद सोल के तहत ध्यान शिविर लगाए जा रहे हैं। तीनों दिन फ्री नेत्र चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे है जिसके अन्तर्गत दूर दराज से आए हुए श्र‌द्धालुओं के निशुल्क नेत्र ऑपरेशन कराए जा रहे है। 

निशुल्क चिकित्सा शिविरों के साथ साथ अस्पतालों में जरूरतमंद लोगों को गरम कपड़े और भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। इस अवसर पर विदेशो से श्र‌द्धालु यहां आए हुए है। U.K. से युवा दास धर्म की टीम दास सत्यभामा जी के नेतृत्व में सारे युवा वर्ग के काउंसलिंग सेशन भी किए जा रहे है जिनमें पूरे भारत से युवा दरबार में एकत्र हुए है। 

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